देहरादून: चीन में फैले कोरोनावायरस के बाद देहरादून में स्वाइन फ्लू की दस्तक से स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड पर आ गया है. देहरादून में स्वाइन फ्लू के 8 मामले मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने एहतियातन इस बार संबंधित मेडिकल स्टाफ को पहले ही वैक्सीनेट कर दिया है.
स्वास्थ्य विभाग से जानकारी मिली है कि जनवरी और फरवरी में कुल 51 संदिग्ध मरीजों के सैंपल दिल्ली स्थित लैब को भेजे गए थे, जिसमें जनवरी में सात और फरवरी में एक मरीज में H1N1 की पुष्टि हुई है. इनमें से 3 मरीज देहरादून जबकि 6 मरीज अन्य मैदानी जिलों के हैं. अभी तक किसी भी मरीज की मृत्यु की कोई सूचना नहीं है.
दून मेडिकल कॉलेज के नोडल अधिकारी डॉ. अनुराग अग्रवाल के मुताबिक, आमतौर पर कोई भी व्यक्ति साल में तीन से चार बार खांसी जुखाम से प्रभावित हो सकता है, लेकिन थोड़ी दिक्कत स्वाइन फ्लू के मामलों में देखने को मिलती है. डायबिटीज, जिनकी किडनी खराब है या गर्भवती महिलाओं मे स्वाइन फ्लू होने के चांसेस बढ़ जाते हैं लेकिन इससे पहले घबराने की आवश्यकता नहीं होती है. उन्होंने बताया कि दून मेडिकल कॉलेज में स्वाइन फ्लू से पीड़ित मरीजों के इलाज की समुचित व्यवस्थाएं की गई है, फिलहाल अभी दून अस्पताल में स्वाइन फ्लू से पीड़ित कोई भी मरीज भर्ती नहीं हुआ है.
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बता दें कि पिछले साल 589 संदिग्ध मरीजों के सैंपल लैब में जांच के लिए भेजे गए थे, जिनमें से 352 मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी. जबकि, 237 मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई थी. उस दौरान 4 मरीजों की मौत स्वाइन फ्लू की वजह से हुई थी.
स्वाइन फ्लू के लक्षण
स्वाइन फ्लू में बुखार, खांसी, गले में खराश, नाक बहना, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, ठंड और कमजोरी आदि है. लगातार बढ़ने वाले स्वाइन फ्लू में छाती में दर्द के साथ उपरोक्त लक्षण, रक्त में ऑक्सीजन की कमी, कम रक्तचाप, भ्रम, बदलती मानसिक स्थिति, अस्थमा, किडनी फेल, डायबिटीज, एंजाइना हो सकता है.