देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) भर्ती परीक्षा घोटाले के साथ आने के बाद लगातार अन्य भर्तियों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. ऐसे में आयोग द्वारा पूर्व में कराई भर्तियों में भी धांधलियां समाने आ रही हैं. लिहाजा, अब आयोग के सचिव ने कार्मिक विभाग को ऐसी ही 8 भर्तियों को निरस्त करने की मांग की है, जो संदेह के घेरे में है. ऐसे में इन भर्तियों के निरस्त होने से 4000 से अधिक पद प्रभावित हो सकते हैं.
बता दें कि एसआईटी की जांच में उत्तराखंड अधीस्थ सेवा चयन आयोग की भर्ती परीक्षाओं में धांधली लगातार सामने आ रही है. ऐसे में पूर्व में की गई भर्तियों को निरस्त करके यह परीक्षाएं दोबारा कराने की मांग की जा रही है. वहीं, इस भर्ती परीक्षा में धांधली की गोपनीय जांच भी करवाई गई थी. जिसमें यह बात सामने निकलकर आई है कि पूर्व में हुई इन 8 परीक्षाओं में भी कोई 'खेल' हुआ है.
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ऐसे में आयोग के सचिव ने कार्मिक विभाग को पत्र लिखकर इन आठ भर्ती परीक्षाओं को निरस्त करने की मांग की है. इन भर्ती परीक्षाओं में एलटी, पीए, कनिष्ठ सहायक, पुलिस रैंकर्स जैसी भर्तियों का पहले ही रिजल्ट जारी हो चुका है. जबकि, वाहन चालक, अनुदेशक, मत्स्य विभाग निरीक्षक और मुख्य आरक्षी की परीक्षाओं में धांधली की बात सामने आई है. जिसके बाद इन्हें निरस्त किया जा सकता है.
अगर यह भर्तियां निरस्त होती हैं, जिसकी संभावनाएं बेहद अधिक हैं तो लगभग 4000 से अधिक ऐसे पद हैं. जिनको दोबारा से इंतजार करना पड़ सकता है. हालांकि विभाग ने कहा है कि एकेडमिक रिकॉर्ड सभी का देखा जाएगा. उसके बाद शासन स्तर की जो कमेटी या टीम निर्णय लेगी. उसके बाद ही कुछ विचार किया जाएगा.
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बता दें अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की तरफ से की गई 12 भर्तियां पहले ही सरकार ने निरस्त कर दी हैं. जिसमें राजस्व उप निरीक्षक-लेखपाल, बंदी रक्षक, पर्यावरण पर्यवेक्षक, प्रयोगशाला सहायक मानचित्रकार-सर्वेयर, वन आरक्षी, अवर अभियंता, अन्वेषक कम संगणक, उप निरीक्षक पुलिस, चारा सहायक-सहायक कृषि अधिकारी, सहकारिता पर्यवेक्षक, गन्ना-दुग्ध पर्यवेक्षक, सहायक लेखाकार- लेखा परीक्षक पद शामिल हैं.