देहरादून: उत्तराखंड सरकार सहकारी बैंकों को डिजिटल करने के साथ ही व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुटी हुई है. ताकि सहकारी बैंक से जुड़े खाताधारकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो सके. इसी क्रम में उत्तराखंड सहकारिता विभाग, प्रदेश में सहकारी बैंक की 72 शाखाओं को खोलने जा रही है.
सरकार ने प्रदेश भर में 72 नए सहकारी बैंक शाखा खोलने जा रही है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों को सहकारी बैंकों से जुड़ी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा. इसके साथ ही प्रदेश में मौजूद सभी सहकारी भवनों को एक रंग में करने को लेकर समिति का भी गठन किया गया है.
वर्तमान में जिला स्तर पर सहकारी बैंक 274 शाखाओं के माध्यम से कार्यरत हैं, जबकि प्रदेश स्तर पर उत्तराखंड राज्य सहकारी बैंक की 15 शाखाएं है. यही नहीं, सहकारी बैंक से जुड़ी प्रदेश में 670 पैक्स समितियां हैं. इन सभी पैक्स (प्राथमिक कृषि ऋण सहकारी) समितियों को ऑनलाइन किया जा रहा है.
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इन सभी पैक्स समितियों के कंप्यूटरीकरण का कार्य इसी साल मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा. जिसके लिए कंप्यूटर में फीड किए गए डाटा के सत्यापन का कार्य तेजी से चल रहा है. अभी तक 125 समितियों में यह कार्य पूर्ण हो चुका है, जबकि 321 में चल रहा है. सभी समितियों के कंप्यूटराइज्ड होने के बाद इसी साल इन्हें जिला सहकारी बैंकों (डीसीबी) से जोड़ दिया जाएगा.
सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश में मौजूद सभी सहकारी भवनों का कलर अलग-अलग है. जिसके लिए समिति का गठन किया गया है, जो अपनी रिपोर्ट मार्च में सौंपेगी. जिसके बाद कलर कॉम्बिनेशन अनुसार सभी सरकारी भवनों को एक ही रंग में रंगा जाएगा. साथ ही बताया कि इसी साल सभी पैक्स समितियां भी कंप्यूटराइज्ड हो जाएंगी, जिससे किसानों को इसका बहुत अधिक फायदा मिलेगा.