देहरादूनः उत्तराखंड में आने वाले साल में तीन ऐसे हाईवे का निर्माण कार्य पूरा होने जा रहा है, जिनसे न केवल उत्तराखंड को बल्कि, यूपी और दिल्ली आने-जाने वाले लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी. इसमें सबसे खास दिल्ली देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर है, जो दिल्ली से देहरादून की दूरी कम करेगा. पहले दिल्ली से देहरादून पहुंचने में करीब 6-7 घंटे लगते थे. अब कॉरिडोर बनने के बाद करीब 2.30 घंटे में पहुंच जाएंगे. अभी तक इस प्रोजेक्ट का 70 फीसदी काम पूरा हो गया है. वहीं, इस कॉरिडोर के चलते हाईवे के इर्द गिर्द की प्रॉपर्टी के दामों में काफी उछाल आया है.
दिल्ली देहरादून कॉरिडोर का 70% काम पूरा, 2024 में उठा सकेंगे सफर का आनंदः अभी तक दिल्ली से देहरादून या फिर देहरादून से दिल्ली की यात्रा में काफी समय जाया होता था. साथ ही जाम समेत अन्य समस्याओं से जूझना पड़ता था. कई लोग तो दिल्ली से सहारनपुर-रुड़की-हरिद्वार होते हुए देहरादून पहुंचते थे. जिसमें करीब 7 घंटे का वक्त लगता था. अब जिस तरह से दिल्ली देहरादून कॉरिडोर का काम जिस तेजी से बिहारीगढ़ में चल रहा है, उससे उम्मीद जताई जा रही है कि साल 2024 में दिल्ली से देहरादून आने वाले लोगों को 7 घंटे में अप एंड डाउन का आनंद मिल सकेगा.
कॉरिडोर के काम में तेजी का अंदाजा इसी से लगा सकते है, कि 3 साल से भी कम समय में 70 फीसदी काम पूरा हो चुका है. दिल्ली से देहरादून तक बन रहे इस कॉरिडोर पर सभी पिलर खड़े कर दिए गए हैं. अब गाटर को रखा जा रहा है. ताकि गाटर रखने के बाद सड़क का अंतिम काम भी पूरा हो जाए. केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी नजर रख रहे हैं.
पीएम मोदी ने 4 दिसंबर 2021 को किया था शिलान्यासः इस सड़क के बनने से न केवल दिल्ली और देहरादून के बीच व्यापार संबंधित काम में तेजी आएगी, बल्कि टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. दिल्ली से देहरादून का सफर भी आसान हो जाएगा. करीब 210 किलोमीटर के इस महत्वपूर्ण एक्सप्रेसवे के काम की रिपोर्ट रोजाना नितिन गडकरी के कार्यालय को भेजी जा रही है. बीती 4 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर की सौगात दी थी. इस परियोजना की लागत करीब 12,300 करोड़ रुपए है.
यह कॉरिडोर दिल्ली के अक्षरधाम से होते हुए उत्तर प्रदेश के बागपत-बड़ौत-शामली-मेरठ से होते हुए देहरादून को जोड़ेगा. जिसके तहत हाईवे को तैयार किया जा रहा है. देहरादून के डाट काली मंदिर तक पिलर के खड़े होने का काम अंतिम चरण में है. उम्मीद है कि सड़क और एलिवेटर रोड का काम फरवरी 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा. इस कॉरिडोर में 12 किलोमीटर का एलिवेटेड रोड भी होगा. जिससे वनों और वन्यजीवों का संरक्षण किया जा सके. क्योंकि, इस सड़क का एक बड़ा हिस्सा राजाजी नेशनल पार्क के बीच से होकर गुजर रहा है. ऐसे में 12 किलोमीटर की यात्रा में जंगल के खूबसूरत नजारे भी देखने को मिलेंगे. इस पूरे मार्ग में 550 गाटर बने हैं और छोटे-बड़े 17 पुल भी बनाए जा रहे हैं.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में बिछ रहा सड़कों का जाल, भारत माला प्रोजेक्ट के तहत सीमांत सड़कें हो रही मजबूतः धामी
परियोजना के निदेशक पंकज मौर्य का कहना है कि जितनी तेजी से इस पर काम चल रहा है, शायद ही किसी परियोजना का काम इतनी तेजी से चला हो. इससे जाम की समस्या दूर होगी. इस सड़क के बनने से न सिर्फ दिल्ली और देहरादून की यात्रा समयावधि कम होगी, बल्कि दिल्ली के अक्षरधाम के आसपास लगने वाले जाम से भी लोगों को निजात मिल जाएगी. इसके साथ ही दिल्ली देहरादून हाईवे बनने के बाद रियल स्टेट के काम में भी काफी तेजी आएगी. दिल्ली के जिन स्थानों से होकर कॉरिडोर गुजरेगा, उनमें अक्षरधाम, गांधीनगर, गीता कॉलोनी, आईएसबीटी, दिलशाद गार्डन, खजूरी पुस्ता, सिग्नेचर ब्रिज के साथ ही उत्तर प्रदेश के मंडोला, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस, सहारनपुर, बिहारीगढ़ होते हुए देहरादून तक जाएगा.
प्रॉपर्टी के दामों में आया उछालः इस कॉरिडोर को लेकर प्रॉपर्टी डीलर भी बेहद खुश दिखाई दे रहे हैं. देहरादून से लेकर मेरठ तक प्रॉपर्टी की डिमांड अचानक से बढ़ी है. यहां जमीनों के रेट आसमान छूने लगे हैं. देहरादून से डाट काली मंदिर के बीच का भी मार्ग बेहद सुगम और सुरक्षित हो, इसके लिए भी राज्य सरकार ने एक कार्य योजना तैयार की है. जिस पर जल्दी काम पूरा हो जाएगा. इसके साथ ही राज्य सरकार दिल्ली देहरादून मार्ग के पूरा होते ही आईएसबीटी और हरिद्वार को जोड़ने वाले पुल का निर्माण भी शुरू करने जा रही है. जिसमें चौड़ीकरण का काम जोगीवाला चौक पर शुरू हो गया है. यानी अगर आप देहरादून से हरिद्वार होते हुए उत्तर प्रदेश की सीमा में भी दाखिल होते हैं तो अभी 2 घंटे से ज्यादा का समय जाम की वजह से लग जाता है, जो घटकर 1 घंटा या 55 मिनट का हो जाएगा.
मुरादाबाद और पीलीभीत को मिलेगा इस मार्ग से फायदाः दिल्ली और देहरादून कॉरिडोर के अलावा 8 फरवरी 2023 को केंद्र सरकार ने दो और बड़ी परियोजनाओं के लिए 1391.64 करोड़ रुपए जारी किए हैं. यह बरेली-पीलीभीत-मुरादाबाद के लिए बन रहा है. इसका काम हरिद्वार के बहादराबाद से शुरू होकर जगजीतपुर और नजीबाबाद को जोड़ने का काम करेगा. अभी उत्तराखंड या रुड़की के आसपास के बड़े वाहनों और छोटे वाहनों को हरिद्वार होते हुए श्यामपुर चिड़ियापुर होते हुए भेजा जाता है. इस मार्ग के बनने से भगवानपुर सिडकुल और हरिद्वार सिडकुल से जाने वाले बड़े वाहन और निजी गाड़ियां उत्तरप्रदेश तो जाएंगी ही, साथ ही उत्तराखंड के उधम सिंह नगर नैनीताल मार्ग पर जाने वालों को खूब फायदा होने जा रहा है.