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उत्तराखंड में बुधवार को मिले 53 नए कोरोना संक्रमित, 11 हुए स्वस्थ

उत्तराखंड में बुधवार को कोरोना के 53 नए मरीज सामने आए हैं. हालांकि, पिछले 24 घंटे में एक भी कोरोना मरीज की मौत नहीं हुई है. देहरादून में दो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं. वहीं, नैनीताल जिलाधिकारी के निर्देश के पर नैनीताल के जॉय विला क्षेत्र को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है.

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Published : Dec 1, 2021, 6:38 PM IST

Updated : Dec 1, 2021, 7:34 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में बुधवार (1 दिसंबर) को कोरोना के 53 नए मरीज (new corona patients) मिले हैं. जबकि, 11 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे गए हैं. वहीं, बीते 24 घंटे में कोरोना से एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है. प्रदेश में इस समय एक्टिव (जिनका इलाज चल रहा) केसों की संख्या 183 है. देहरादून में दो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं.

प्रदेश में अभी तक कोरोना के कुल 3,44,303 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से 3,30,557 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. रिकवरी रेट 96.01% है. प्रदेश में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 7,408 पहुंच गया है. ऐसे में डेथ रेट 2.15% है.

आज का आंकड़ा: बुधवार को राजधानी देहरादून में कोरोना के 8 नए मरीज सामने आए हैं. इसके साथ ही हरिद्वार में 14 और नैनीताल में 29, पौड़ी गढ़वाल और पिथौरागढ़ में एक-एक नए कोरोना के मरीज मिले हैं. वहीं, बाकी जिलों में कोई नया केस सामने नहीं आया है.

2 जिलों में एक्टिव केस जीरोः उत्तराखंड में बागेश्वर और रुद्रप्रयाग कोरोना फ्री है. यहां एक भी एक्टिव केस नहीं है. इसके साथ ही राजधानी देहरादून में सबसे ज्यादा कोरोना एक्टिव केस 52 है.

रामनगर में फूटा कोरोना बम: रामनगर में पिछले दो दिनों में 28 लोगों का रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है. बता दें कि मंगलवार को जहां 5 लोग पॉजिटिव थे, वहीं आज 23 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. नोडल अधिकारी डॉ प्रशांत कौशिक ने बताया कि कल 5 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिसमें तीन आईआरबी बैलपड़ाव के जवान, एक एलआईयू पुलिस जवान और एक स्कूली छात्र है. वहीं, आज आईआरबी पुलिसकर्मियों की रैपिड एंटीजन टेस्टिंग की गई थी, जिसमें 23 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव आये हैं. जिसमें 22 पुलिसकर्मी आईआरबी बैलपड़ाव के हैं और एक नैनीताल कोतवाली का जवान है.

हरिद्वार में बढ़ी सख्ती: हरिद्वार जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने बताया कोरोना टेस्टिंग के साथ-साथ बॉर्डर पर सख्ती बढ़ा दी गई है. आने वाले यात्रियों की रैपिड टेस्टिंग की जा रही है. फिलहाल गाड़ियों का रेंडम टेस्ट किया जा रहा है. जिला में वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाएगा. सरकार की गाइडलाइन आने के बाद चालान प्रक्रिया जिले में लागू की जाएगी.

ओमिक्रॉन वेरिएंट से बेखौफ लोग: उत्तराखंड में एक बार फिर कोरोना का कहर बढ़ता दिखाई दे रहा है. हालात को देखते हुए सरकार भी चिंतित नजर आ रही है, लेकिन लोग कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के खौफ से दूर-दर तक बेपरवाह दिखाई दे रहे हैं. इसका जीता जागता उदाहरण तीर्थनगरी में देखा जा सकता है. स्थानीय लोग और ऋषिकेश आने वाले पर्यटक बिना सोशल डिस्टेंस और बिना मास्क के घूमते हुए देखे जा रहे हैं. लोगों की यह लापरवाही भविष्य में कोरोना का विस्फोट साबित हो सकती है.

एसपीएस चिकित्सालय ऋषिकेश के सीएमएस डॉ. विजयेश भारद्वाज ने कहा तीसरी लहर की जो दस्तक सुनी जा रही है, उससे लोगों को अब सावधान होने की जरूरत है. कोरोना की पहली और दूसरी लहर में जो गलतियां हुई हैं, उसकी पुनरावृत्ति न हो इसका ख्याल रखने की जरूरत है. सड़कों पर बिना मास्क और सोशल डिस्टेल का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ फिर से जुर्माना लगाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो जानी चाहिए. जितनी देरी से सावधानी के कदम प्रशासन उठाएगा, उतने ही ज्यादा गंभीर परिणाम कोरोना की तीसरी लहर के मनुष्य जाति को भुगतने पड़ेंगे.

बागेश्वर में जागरुकता अभियान: कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर बागेश्वर जिला प्रशासन ने सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने को लेकर लोगों को जागरूक किया. नायब तहसीलदार दीपिका आर्या व कोतवाल ने लोगों से सोशल डिस्टेंस बनाने और मास्क का उपयोग करने की अपील की. साथ ही लोगों से सेनेटाइजर का उपयोग करने तथा हाथों केा बार-बार धोने को कहा.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड पुलिस: अब तक 20 पुलिसकर्मी मिले कोरोना संक्रमित, 8 हजार से अधिक टेस्टिंग

वैक्सीनेशन: प्रदेश में बुधवार को 60,179 लोगों का वैक्सीनेशन (vaccination) हुआ है. वहीं, 45+ वालों की बात करें तो उत्तराखंड में अभी तक कुल 21,33,011 लोग फुल वैक्सीनेट हो चुके हैं. वहीं, 18+ वालों की बात करें तो कुल 27,17,694 लोग फुल वैक्सीनेट हो गए हैं.

देहरादून: उत्तराखंड में बुधवार (1 दिसंबर) को कोरोना के 53 नए मरीज (new corona patients) मिले हैं. जबकि, 11 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे गए हैं. वहीं, बीते 24 घंटे में कोरोना से एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है. प्रदेश में इस समय एक्टिव (जिनका इलाज चल रहा) केसों की संख्या 183 है. देहरादून में दो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं.

प्रदेश में अभी तक कोरोना के कुल 3,44,303 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से 3,30,557 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. रिकवरी रेट 96.01% है. प्रदेश में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 7,408 पहुंच गया है. ऐसे में डेथ रेट 2.15% है.

आज का आंकड़ा: बुधवार को राजधानी देहरादून में कोरोना के 8 नए मरीज सामने आए हैं. इसके साथ ही हरिद्वार में 14 और नैनीताल में 29, पौड़ी गढ़वाल और पिथौरागढ़ में एक-एक नए कोरोना के मरीज मिले हैं. वहीं, बाकी जिलों में कोई नया केस सामने नहीं आया है.

2 जिलों में एक्टिव केस जीरोः उत्तराखंड में बागेश्वर और रुद्रप्रयाग कोरोना फ्री है. यहां एक भी एक्टिव केस नहीं है. इसके साथ ही राजधानी देहरादून में सबसे ज्यादा कोरोना एक्टिव केस 52 है.

रामनगर में फूटा कोरोना बम: रामनगर में पिछले दो दिनों में 28 लोगों का रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है. बता दें कि मंगलवार को जहां 5 लोग पॉजिटिव थे, वहीं आज 23 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. नोडल अधिकारी डॉ प्रशांत कौशिक ने बताया कि कल 5 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिसमें तीन आईआरबी बैलपड़ाव के जवान, एक एलआईयू पुलिस जवान और एक स्कूली छात्र है. वहीं, आज आईआरबी पुलिसकर्मियों की रैपिड एंटीजन टेस्टिंग की गई थी, जिसमें 23 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव आये हैं. जिसमें 22 पुलिसकर्मी आईआरबी बैलपड़ाव के हैं और एक नैनीताल कोतवाली का जवान है.

हरिद्वार में बढ़ी सख्ती: हरिद्वार जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने बताया कोरोना टेस्टिंग के साथ-साथ बॉर्डर पर सख्ती बढ़ा दी गई है. आने वाले यात्रियों की रैपिड टेस्टिंग की जा रही है. फिलहाल गाड़ियों का रेंडम टेस्ट किया जा रहा है. जिला में वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाएगा. सरकार की गाइडलाइन आने के बाद चालान प्रक्रिया जिले में लागू की जाएगी.

ओमिक्रॉन वेरिएंट से बेखौफ लोग: उत्तराखंड में एक बार फिर कोरोना का कहर बढ़ता दिखाई दे रहा है. हालात को देखते हुए सरकार भी चिंतित नजर आ रही है, लेकिन लोग कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के खौफ से दूर-दर तक बेपरवाह दिखाई दे रहे हैं. इसका जीता जागता उदाहरण तीर्थनगरी में देखा जा सकता है. स्थानीय लोग और ऋषिकेश आने वाले पर्यटक बिना सोशल डिस्टेंस और बिना मास्क के घूमते हुए देखे जा रहे हैं. लोगों की यह लापरवाही भविष्य में कोरोना का विस्फोट साबित हो सकती है.

एसपीएस चिकित्सालय ऋषिकेश के सीएमएस डॉ. विजयेश भारद्वाज ने कहा तीसरी लहर की जो दस्तक सुनी जा रही है, उससे लोगों को अब सावधान होने की जरूरत है. कोरोना की पहली और दूसरी लहर में जो गलतियां हुई हैं, उसकी पुनरावृत्ति न हो इसका ख्याल रखने की जरूरत है. सड़कों पर बिना मास्क और सोशल डिस्टेल का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ फिर से जुर्माना लगाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो जानी चाहिए. जितनी देरी से सावधानी के कदम प्रशासन उठाएगा, उतने ही ज्यादा गंभीर परिणाम कोरोना की तीसरी लहर के मनुष्य जाति को भुगतने पड़ेंगे.

बागेश्वर में जागरुकता अभियान: कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर बागेश्वर जिला प्रशासन ने सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने को लेकर लोगों को जागरूक किया. नायब तहसीलदार दीपिका आर्या व कोतवाल ने लोगों से सोशल डिस्टेंस बनाने और मास्क का उपयोग करने की अपील की. साथ ही लोगों से सेनेटाइजर का उपयोग करने तथा हाथों केा बार-बार धोने को कहा.

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वैक्सीनेशन: प्रदेश में बुधवार को 60,179 लोगों का वैक्सीनेशन (vaccination) हुआ है. वहीं, 45+ वालों की बात करें तो उत्तराखंड में अभी तक कुल 21,33,011 लोग फुल वैक्सीनेट हो चुके हैं. वहीं, 18+ वालों की बात करें तो कुल 27,17,694 लोग फुल वैक्सीनेट हो गए हैं.

Last Updated : Dec 1, 2021, 7:34 PM IST
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