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देहरादून में गिरासू भवन दे रहे मौत को न्योता, नोटिस देकर हो रही खानापूर्ति

देहरादून में शहर के बीचों-बीच 47 गिरासू भवन मौजूद हैं, जो कभी भी किसी बड़े हादसे को दावत दे सकते हैं.

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मौत को न्यौता दे रहे देहरादून में 47 गिरासू भवन
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Published : Aug 16, 2021, 9:10 PM IST

Updated : Aug 16, 2021, 9:46 PM IST

देहरादून: शहर के बीचों-बीच एक दशक से भी अधिक लंबे समय से 47 जर्जर हालत वाले खंडहरनुमा भवन मौजूद हैं. इन भवनों को नगर निगम प्रशासन ने गिरासू भवन घोषित किया है, मगर आजतक इन्हें ध्वस्त करने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई. एक अरसे से सरकारी मशीनरी की इच्छाशक्ति की कमी के चलते ये कार्रवाई मात्र चेतावनी के नोटिस देने तक ही सीमित है. जबकि किसी भी मॉनसून सीजन में यह गिरासू भवन धराशायी होकर किसी बड़े हादसे को न्योता दे सकते हैं. जानकारी के मुताबिक इनमें से काफी गिरासू भवनों के मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं.

जानमाल का खतरा बरकरार: देहरादून शहर क्षेत्र में आने वाले गिरासू भवनों के बारे में सबसे गंभीर बात यह है कि वर्तमान में घोषित सभी 47 गिरासू भवन शहर के बीचों-बीच भीड़भाड़ वाले स्थानों पर स्थित हैं. इन जगहों पर बाजार लगने, पब्लिक आवाजाही के कारण 24 घंटे खतरे का डर बना रहता है.

देहरादून में गिरासू भवन दे रहे मौत को न्योता

पढ़ें-GROUND REPORT: चुक्खूवाला हादसे से कब लेंगे सबक? देहरादून में मौत बनकर खड़े हैं कई गिरासू भवन

साल दर साल नगर निगम ऐसे रिहायशी और व्यवसायिक भवनों का चिन्हकरण करता है, जो ब्रिटिश शासनकाल के समय से पुराने होने के बाद मौजूदा समय में ऐसी जर्जर स्थिति में पहुंच चुके हैं. वर्तमान में देहरादून शहर के बीचों बीच 47 ऐसे भवन हैं. जिन्हें कई बार नोटिस दिया जा चुका है. मगर इनमें कुछ भवनों के मामले में कोर्ट में लंबित हैं, जिसके कारण इन पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है.

पढ़ें- हादसे के बाद भी नहीं जागा दून नगर निगम, खतरा बने 'खड़े' कई गिरासू भवन

मास्टर प्लान के तहत होगी ध्वस्तीकरण की कार्रवाई: देहरादून में गिरासू भवनों की हालत बेहद दयनीय है. बावजूद उनके ध्वस्तीकरण कार्रवाई नहीं हो पा रही है. इस संबंध हर बार की तरह वर्तमान जिला अधिकारी डॉक्टर राजेश कुमार भी सफाई देने में जुटे हैं. उनका कहना है कि नोटिस दिए जा चुके हैं.

तहसील से इस बारे में कई तरह सूचनाएं एकत्र की जा रही है. विभागीय अधिकारियों से भी विस्तृत रिपोर्ट तलब की गई है, जिसका इंतजार है. जिलाधिकारी के मुताबिक ध्वस्तीकरण कार्रवाई के लिए सभी रिपोर्ट की तस्वीर साफ होने के पश्चात मास्टर प्लान का खाका तैयार कर आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

देहरादून: शहर के बीचों-बीच एक दशक से भी अधिक लंबे समय से 47 जर्जर हालत वाले खंडहरनुमा भवन मौजूद हैं. इन भवनों को नगर निगम प्रशासन ने गिरासू भवन घोषित किया है, मगर आजतक इन्हें ध्वस्त करने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई. एक अरसे से सरकारी मशीनरी की इच्छाशक्ति की कमी के चलते ये कार्रवाई मात्र चेतावनी के नोटिस देने तक ही सीमित है. जबकि किसी भी मॉनसून सीजन में यह गिरासू भवन धराशायी होकर किसी बड़े हादसे को न्योता दे सकते हैं. जानकारी के मुताबिक इनमें से काफी गिरासू भवनों के मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं.

जानमाल का खतरा बरकरार: देहरादून शहर क्षेत्र में आने वाले गिरासू भवनों के बारे में सबसे गंभीर बात यह है कि वर्तमान में घोषित सभी 47 गिरासू भवन शहर के बीचों-बीच भीड़भाड़ वाले स्थानों पर स्थित हैं. इन जगहों पर बाजार लगने, पब्लिक आवाजाही के कारण 24 घंटे खतरे का डर बना रहता है.

देहरादून में गिरासू भवन दे रहे मौत को न्योता

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साल दर साल नगर निगम ऐसे रिहायशी और व्यवसायिक भवनों का चिन्हकरण करता है, जो ब्रिटिश शासनकाल के समय से पुराने होने के बाद मौजूदा समय में ऐसी जर्जर स्थिति में पहुंच चुके हैं. वर्तमान में देहरादून शहर के बीचों बीच 47 ऐसे भवन हैं. जिन्हें कई बार नोटिस दिया जा चुका है. मगर इनमें कुछ भवनों के मामले में कोर्ट में लंबित हैं, जिसके कारण इन पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है.

पढ़ें- हादसे के बाद भी नहीं जागा दून नगर निगम, खतरा बने 'खड़े' कई गिरासू भवन

मास्टर प्लान के तहत होगी ध्वस्तीकरण की कार्रवाई: देहरादून में गिरासू भवनों की हालत बेहद दयनीय है. बावजूद उनके ध्वस्तीकरण कार्रवाई नहीं हो पा रही है. इस संबंध हर बार की तरह वर्तमान जिला अधिकारी डॉक्टर राजेश कुमार भी सफाई देने में जुटे हैं. उनका कहना है कि नोटिस दिए जा चुके हैं.

तहसील से इस बारे में कई तरह सूचनाएं एकत्र की जा रही है. विभागीय अधिकारियों से भी विस्तृत रिपोर्ट तलब की गई है, जिसका इंतजार है. जिलाधिकारी के मुताबिक ध्वस्तीकरण कार्रवाई के लिए सभी रिपोर्ट की तस्वीर साफ होने के पश्चात मास्टर प्लान का खाका तैयार कर आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

Last Updated : Aug 16, 2021, 9:46 PM IST
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