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श्रीनगर के 300 युवा बने सेना का हिस्सा, मंत्री धन सिंह ने 'गढ़वाली' को किया याद - श्रीनगर के 300 युवाओं का भारतीय सेना में चयन

पौड़ी जिले के श्रीनगर विधानसभा के 300 युवाओं का भारतीय थल सेना भर्ती परीक्षा में चयन हुआ है. राज्य मंत्री धन सिंह रावत ने ट्वीट कर युवाओं को बधाई दी है.

Srinagar
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Published : Apr 18, 2021, 4:34 PM IST

देहरादूनः शनिवार को लैंसडाउन में चली भारतीय थल सेना भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी हुआ. भारतीय थल सेना में पौड़ी के श्रीनगर विधानसभा के 300 युवाओं का चयन हुआ है. जिस पर राज्य मंत्री और विधायक धन सिंह रावत ने ट्वीट कर सेना में भर्ती युवाओं को बधाई दी है.

ये भी पढ़ेंः 'एडॉप्ट ए हेरिटेज' योजना से धरोहर होंगे संरक्षित-सतपाल महाराज

धन सिंह रावत ने ट्वीट करते हुए लिखा "पेशावर कांड के महानायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली जी की जन्मस्थली पीठसैंण चौथान पौड़ी गढ़वाल में पूर्व रक्षा मंत्री स्व. मनोहर पर्रिकर जी द्वारा भारतीय सेना में भर्ती होने वाले युवकों को लंबाई में 2 सेमी की छूट देने की घोषणा की गई थी.

नतीजा जो युवा 1, 2 सेमी के चलते भर्ती नहीं हो पाते थे. उन्हें भी भारतीय सेना में जाने का सुनहरा मौका मिला रहा है. प्रदेश से हजारों एवं श्रीनगर विधानसभा से लगभग 300 युवाओं के भारतीय थल सेना में चयनित हुए हैं."

कौन थे वीर चंद्र सिंह गढ़वाली ?

वीर चंद्र सिंह गढ़वाली को चंद्र सिंह भंडारी और पेशावर कांड के नायक के नाम से भी जाना जाता है. 23 अप्रैल 1930 को हवलदार मेजर चंद्र सिंह भंडारी के नेतृत्व में पेशावर गई गढ़वाली बटालियन को अंग्रेज अफसरों ने खान अब्दुल गफ्फार खान के नेतृत्व में भारत की आजादी के लिए लड़ रहे निहत्थे पठानों पर गोली चलाने का हुक्म दिया. लेकिन चंद्र सिंह ने इसे मानने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा हम निहत्थों पर गोली नहीं चलाते. गढ़वाली बटालियन के इस विद्रोह के कारण चंद्र सिंह गढ़वाली और उनके 61 साथियों को कठोर कारावास की सजा दी गई. बाद में महात्मा गांधी ने उन्हें "गढ़वाली" उपाधि दी. 1 अक्टूबर 1979 को गढ़वाली का निधन हो गया. राज्य सरकार की तरफ से पेशावर कांड के महानायक की याद में कई योजनाएं चलाई जा रही हैं.

देहरादूनः शनिवार को लैंसडाउन में चली भारतीय थल सेना भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी हुआ. भारतीय थल सेना में पौड़ी के श्रीनगर विधानसभा के 300 युवाओं का चयन हुआ है. जिस पर राज्य मंत्री और विधायक धन सिंह रावत ने ट्वीट कर सेना में भर्ती युवाओं को बधाई दी है.

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धन सिंह रावत ने ट्वीट करते हुए लिखा "पेशावर कांड के महानायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली जी की जन्मस्थली पीठसैंण चौथान पौड़ी गढ़वाल में पूर्व रक्षा मंत्री स्व. मनोहर पर्रिकर जी द्वारा भारतीय सेना में भर्ती होने वाले युवकों को लंबाई में 2 सेमी की छूट देने की घोषणा की गई थी.

नतीजा जो युवा 1, 2 सेमी के चलते भर्ती नहीं हो पाते थे. उन्हें भी भारतीय सेना में जाने का सुनहरा मौका मिला रहा है. प्रदेश से हजारों एवं श्रीनगर विधानसभा से लगभग 300 युवाओं के भारतीय थल सेना में चयनित हुए हैं."

कौन थे वीर चंद्र सिंह गढ़वाली ?

वीर चंद्र सिंह गढ़वाली को चंद्र सिंह भंडारी और पेशावर कांड के नायक के नाम से भी जाना जाता है. 23 अप्रैल 1930 को हवलदार मेजर चंद्र सिंह भंडारी के नेतृत्व में पेशावर गई गढ़वाली बटालियन को अंग्रेज अफसरों ने खान अब्दुल गफ्फार खान के नेतृत्व में भारत की आजादी के लिए लड़ रहे निहत्थे पठानों पर गोली चलाने का हुक्म दिया. लेकिन चंद्र सिंह ने इसे मानने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा हम निहत्थों पर गोली नहीं चलाते. गढ़वाली बटालियन के इस विद्रोह के कारण चंद्र सिंह गढ़वाली और उनके 61 साथियों को कठोर कारावास की सजा दी गई. बाद में महात्मा गांधी ने उन्हें "गढ़वाली" उपाधि दी. 1 अक्टूबर 1979 को गढ़वाली का निधन हो गया. राज्य सरकार की तरफ से पेशावर कांड के महानायक की याद में कई योजनाएं चलाई जा रही हैं.

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