देहरादून: पूरे प्रदेश के साथ-साथ उत्तराखंड सचिवालय में भी कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है. सचिवालय में तकरीबन 30 से 35 कर्मचारी कोरोना से पीड़ित हैं. ऐसे में सचिवालय संघ ने कल एक बैठक करने का फैसला लिया है. बैठक में अगले 7 दिन के लिए सचिवालय को बंद रखने या फिर कार्य बहिष्कार के फैसले पर निर्णय लिया जा सकता है.
उत्तराखंड सचिवालय संघ ने कार्मिक विभाग को पत्र लिखकर सचिवालय में लगातार बढ़ रहे कोविड-19 के प्रकोप को लेकर ध्यान आकर्षित करने की बात कही है. सचिवालय संघ का कहना है कि सचिवालय में 30 से 35 कर्मचारी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कोरोना वायरस से प्रभावित हैं. संघ का कहना है कि कई कर्मचारियों को बुखार है और कई कर्मचारियों के परिवारों में लोग कोविड पॉजिटिव आए हैं. लेकिन इस बार ना तो शासन की तरफ से उन अनुभागों और ऑफिसों को सैनिटाइज किया जा रहा है और ना ही कर्मचारियों की सुध ली जा रही है.
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सचिवालय संघ का आरोप है कि सचिवालय प्रशासन द्वारा केवल बड़े अधिकारियों को लेकर एहतियात बरती जा रहा है. छोटे कर्मचारियों को लेकर किसी भी तरह की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है. सचिवालय संघ ने फैसला लिया है कि अगर शासन सचिवालय के कर्मचारियों की सुध नहीं लेता है तो वह कल एक बैठक करेंगे. बैठक में अगले 7 दिनों के लिए सचिवालय को बंद रखने या फिर कार्य बहिष्कार के फैसले पर निर्णय लिया जा सकता है.