देहरादून: थाना सहसपुर पुलिस ने एक सक्रिय गांजा गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन शातिर नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है. पुलिस की गिरफ्त में आए गिरोह से 51 किलो गांजा बरामद हुआ है. जिसकी कीमत मूल्य 20 लाख से अधिक है. पुलिस के हत्थे चढ़े इस गिरोह में मुख्य आरोपी बाप-बेटे हैं.
देहरादून के बिंदाल इलाके में सबसे सक्रिय है यह गिरोह
थाना सहसपुर प्रभारी नरेंद्र गहलोत के अनुसार मुखबिर की सूचना के आधार पर रविवार सुबह चेकिंग के दौरान घेराबंदी कर 51 किलो भारी मात्रा में गांजा सप्लाई करने देहरादून आ रहे तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया. जांच पड़ताल में पता चला कि देहरादून के बिंदाल इलाके में सबसे ज्यादा नशा तस्करी करने में ही गिरोह लंबे समय से सक्रिय था. ये गिरोह लंबे समय से पुलिस को चकमा दे रहा था.
पढ़ें- चमोली आपदा पर सियासत तेज, हरदा के 'फेल' तंज पर सीएम त्रिवेंद्र का 'लड्डू' जवाब
सहसपुर थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह के मुताबिक पकड़ा गया गिरोह मूल रूप से बिहार का रहने वाला है. लंबे समय से बिहार से गांजा लाकर देहरादून के शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ सेलाकुई इंडस्ट्रियल एरिया और अन्य स्थानों में सप्लाई किया जाता था. फिलहाल पुलिस इनके नेटवर्क और सप्लाई अड्डे के बारे में जानकारी जुटाकर आगे की कार्रवाई में जुटी है.
सहसपुर थाना अध्यक्ष नरेंद्र गहलावत ने बताया कि ये सभी सामूहिक रूप से गांजे को दरभंगा बिहार से पब्लिक ट्रांसपोर्ट के माध्यम से देहरादून लाते थे. जिसके बाद छोटी-छोटी पुड़िया बनाकर रिस्पना पुल, रायपुर, पटेल नगर, विकास नगर एवं फैक्ट्री एरिया सेलाकुई में स्टूडेंट एवं मजदूर वर्ग को बेचते थे.
गिरफ्तार अभियुक्त
- सुरेश साहनी पुत्र विजय साहनी उम्र 55 वर्ष
- संतोष साहनी पुत्र सुरेश साहनी उम्र 55 वर्ष
- जितेंद्र साहनी पुत्र नंदन सहानी उम्र 29 वर्ष
तीनों आरोपी दरभंगा बिहार के रहने वाले हैं. इनके पास मिली गांजे की कीमत बीस लाख रुपए बताई जा रही है. पुलिस ने तीनों के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर जेल भेल भेज दिया है.