हल्द्वानी: विभिन्न असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले कामगारों और स्वरोजगार अपनाने वाले लघु व्यापारियों के लिए प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के अंतर्गत प्रदेश में अभी तक करीब 28,500 लोगों ने अपना पंजीकरण कराया है. इस योजना के अंतर्गत आने वाले लोगों को 60 साल की आयु पूरी होने पर 3,000 रुपए पेंशन मिलेगी.
उपश्रम आयुक्त नरेश नरेश चंद्र कुलाश्री ने बताया कि इस साल 12,5,800 लोगों को पंजीकरण किया जाना है. जिसके सापेक्ष में 28,264 लोगों का पंजीकरण किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि 7 फरवरी 2019 से संचालित इस योजना के अंतर्गत निम्नलिखित जिलों में इतने रजिस्ट्रेशन हुए हैं.
- देहरादून जिले से 5567 रजिस्ट्रेशन.
- नैनीताल जनपद से 3623 रजिस्ट्रेशन.
- हरिद्वार जनपद से 3228 रजिस्ट्रेशन.
- टिहरी गढ़वाल से 2385 रजिस्ट्रेशन.
- पौड़ी गढ़वाल से 2320 रजिस्ट्रेशन.
- उधम सिंह नगर से 2311 रजिस्ट्रेशन.
- अल्मोड़ा से 1928 रजिस्ट्रेशन.
- पिथौरागढ़ से 1876 रजिस्ट्रेशन.
- चमोली से 1586 रजिस्ट्रेशन.
- रुद्रप्रयाग से 1021 रजिस्ट्रेशन.
- उत्तरकाशी से 987 रजिस्ट्रेशन.
- चंपावत से 877 रजिस्ट्रेशन.
- बागेश्वर से 575 रजिस्ट्रेशन.
वहीं, इस योजना के अंतर्गत असंगठित क्षेत्र के मजदूरों का पंजीकरण किया गया है जो रिक्शा चालक, दैनिक मजदूर, निर्माण कार्यों में लगे श्रमिक हैं. उपश्रम आयुक्त ने बताया कि लघु व्यापारी और स्वरोजगार अपनाने वाले व्यापारी जिनका वार्षिक टर्नओवर डेढ़ करोड़ से कम है. उनके लिए राष्ट्रीय पेंशन योजना के अंतर्गत ₹3000 पेंशन देने की व्यवस्था की जा रही है.
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22 जुलाई 2019 से शुरु इस योजना के अंतर्गत पूरे प्रदेश से अभी तक 327 लोगों ने अपना पंजीकरण कराया है तथा लघु व्यापारियों और स्वरोजगार अपनाने वाले व्यापारियों के लिए राष्ट्रीय पेंशन योजना के अंतर्गत इस वर्ष 45500 लोगों का पंजीकरण करने का लक्ष्य रखा गया है.
इस पेंशन योजना के अंतर्गत 18 वर्ष से 40 वर्ष की आयु के व्यक्ति जो ईपीएफओ और ईएसआईसी के दायरे के अंतर्गत नहीं आ रहा है. वह भी पंजीकरण करा सकता है. बता दें कि पंजीकरण के बाद योजना के अंतर्गत पात्र व्यक्ति से पेंशन के लिए ₹55 से लेकर ₹200 तक मासिक क़िस्त ली जाएगी. जिसके बाद पात्र व्यक्ति 60 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद न्यूनतम ₹3000 प्रति माह पेंशन का हकदार होगा.
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इस योजना को प्रचार-प्रसार करने के लिए अब श्रम विभाग के साथ-साथ कृषि विभाग, पशुपालन विभाग शिक्षा विभाग महिला बाल विकास विभाग सहित कई विभागों को प्रचार प्रसार की जिम्मेदारी सौंपी गई है.