देहरादून: उत्तराखंड में खराब मौसम के चलते एसडीआरएफ को अलर्ट कर दिया गया है. एसडीआरएफ की 22 अतिरिक्त टीमों को आपदाग्रस्त क्षेत्रों में तैनात कर दिया गया है. साथ ही SDRF कंट्रोल रूम को भी अतिरिक्त अलर्ट रहने की हिदायत दी गई है. नदी किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए सतर्क किया जा रहा है.
मौसम विभाग के अनुसार उत्तराखंड में 3 और 4 फरवरी को भारी बारिश, ओलावृष्टि, बिजली गिरने के खतरे और जबरदस्त बर्फबारी जैसे खराब मौसम को लेकर पहले ही अलर्ट जारी किया जा चुका है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार बीती रात से ही लगातार राज्य के जनपदों देहरादून, चमोली, पौड़ी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, नैनीताल और अल्मोड़ा जिलों में लगातार बारिश हो रही है. वहीं, दूसरी तरफ ऊंचाई वाले पर्वतीय इलाके पिथौरागढ़, नैनीताल, उत्तरकाशी, चमोली जैसे कई जनपदों में भारी बर्फबारी हो रही है.
पढ़ें- पौड़ी जनपद के पहाड़ी क्षेत्र थलीसैंण में बर्फबारी, घरों में दुबके लोग
ऐसे में खराब मौसम के मद्देनजर अब एसडीआरएफ राहत बचाव दलों को तत्काल आपातकालीन स्थिति के लिए सतर्क कर दिया गया है. जिससे समय रहते जान-माल की सुरक्षा एवं रेस्क्यू अभियान चलाया जा सके.
पढ़ें- मसूरी में अचानक बर्फबारी शुरू, देखते ही बन रही 'पहाड़ों की रानी' की खूबसूरती
2500 फीट की ऊंचाई वाले स्थानों पर विशेष नजर: वहीं, बारिश और बर्फबारी जैसे खराब मौसम को देखते हुए मैदानी इलाकों में नदी किनारे रहने वाले क्षेत्रीय लोगों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचाने के लिए टीमें तैनात की गई हैं.आपदा प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी सतर्क कर समय रहते राहत बचाव के लिए एसडीआरएफ की टीमें तैनात की जा रही हैं. राज्य के अधिकांश जिलों में खराब मौसम के चलते SDRF की 22 अतिरिक्त विशेष टीमें रेस्क्यू के लिए तैनात कर दी गई हैं. 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले स्थानों में बर्फबारी से होने वाले नुकसान को लेकर अलर्ट जारी किया गया है.
पढ़ें- उत्तरकाशी में जोरदार बर्फबारी से कंपकंपाए लोग, गंगोत्री हाईवे बंद
राहत-बचाव दलों को अलर्ट जारी: SDRF टीमो को निर्देशित किया गया है कि सभी अपने-अपने क्षेत्रों में सतर्क दृष्टि रखें. नदी किनारे बसे गांवों/कस्बों को पीए सिस्टम द्वारा अवगत कराया जाए, ताकि किसी भी जान-माल का खतरा उत्पन्न होने से पहले आपात परिस्थिति में राहत-बचाव दल रेस्क्यू उपकरणों के साथ तत्काल सफल तरीके से अपनी कार्रवाई को अंजाम दे सकें.
राज्य में SDRF की 22 अतिरिक्त टीमों को अलग-अलग जिलों तैनात किया गया है. इसमें देहरादून जिले में सहस्त्रधारा, चकराता, टिहरी जिले के ढालवाला (ऋषिकेश), कोटि कॉलोनी, व्यासी (कौड़ियाला), उत्तरकाशी जिले की उजेली, भटवाड़ी, बड़कोट, पौड़ी जिले के श्रीनगर, कोटद्वार, सतपुली, चमोली में गौचर, जोशीमठ, रुद्रप्रयाग में रतूड़ा, सोनप्रयाग, पिथौरागढ़ में अस्कोट, बागेश्वर के कपकोट, नैनीताल में नैनी झील, खैरना, अल्मोड़ा में सरियापानी और ऊधमसिंह नगर जिले के रुद्रपुर में SDRF की टीमों को तैनात किया गया है.
पढ़ें- बर्फबारी के कारण ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे बाधित, यात्रियों को हो रही परेशानी
खराब मौसम के चलते पुलिस-एसडीआरएफ की कार्रवाई
मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए अलर्ट के बाद SDRF टीमें अलर्ट रही. राज्य के विभिन्न जनपदों में हो रही भारी वर्षा व बर्फबारी में कई लोगों के फंसे होने की सूचना SDRF को प्राप्त हुई. SDRF उत्तराखंड पुलिस की टीमो द्वारा विभिन्न स्थानों पर बर्फबारी से अवरुद्ध हुए मार्गो में से वाहनों को धक्का मारकर निकाला. साथ ही फंसे हुए लोगो को भी सुरक्षित निकाला. SDRF द्वारा किये गए रेस्क्यू ऑपरेशन के विवरण निम्न प्रकार है
- चमोली जनपद के दीवालीखाल में बर्फबारी में फंसे 6 लोगों को SDRF की रेस्क्यू टीम ने सुरक्षित खेती गांव पहुंचाया. जिसके पश्चात नायब तहसीलदार, कर्णप्रयाग के सुपर्द कर दिया गया.
- थाना बड़कोट क्षेत्रान्तर्गत राड़ी टॉप में एक वाहन के बर्फ में फंसे होने की सूचना पर तत्काल घटनास्थल हेतु रवाना हुई. उक्त वाहन में 2 लोग सवार थे. जिन्हें SDRF टीम ने सुरक्षित बड़कोट पहुंचाया.
- थाना सोनप्रयाग द्वारा अवगत कराया गया कि त्रिुयगी नारायण मंदिर से 3 किलोमीटर नीचे कुछ लोग बर्फ में फंसे हैं. जिस पर SDRF टीम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर वहां फंसे 2 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया.
- अल्मोड़ा जनपद के मच खाली नामक जगह में कुछ लोगो के फंसे होने की सूचना SDRF को मिली. जिस पर SDRF रेस्क्यू टीम ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू अभियान चलाया.
- कोतवाली जोशीमठ से सेलंग के पास कुछ वाहन बर्फ में फंसे होने की सूचना पर SDRF टीम को मिली. जिसके बाद टीम ने फंसे हुए वाहनों को धक्का मारकर पार कराया.
- नैनीताल में बर्फबारी के कारण वाहनों के फंसे होने की सूचना पर SDRF टीम को मिली. जहां भी टीम ने वाहनों के धक्का मारकर पार कराया.