देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2022 (Chardham Yatra 2022) में श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ रही है. चारों धामों में श्रद्धालुओं की संख्या 24 लाख के पार पहुंच गई है. मंगलवार शाम 4 बजे तक 24 लाख 56 हजार 917 श्रद्धालु चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं. जबकि आज 24,432 तीर्थ यात्रियों ने चारों धामों के दर्शन किए. वहीं, अब तक 203 यात्रियों की मौत हो चुकी है.
केदारनाथ और बदरीनाथ में यात्रियों की संख्या: केदारनाथ में 6 मई से अभी तक 8,21,748 तीर्थ यात्री दर्शन कर चुके हैं. वहीं, आज शाम 4 बजे तक 7,121 तीर्थ यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए. बदरीनाथ धाम में 8 मई से अभी तक 8,75,759 तीर्थ यात्री बदरी विशाल के दर्शन कर चुके हैं. आज शाम 4 बजे तक 12,875 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. ऐसे में बदरीनाथ और केदारनाथ पहुंचने वाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या 16,97,507 पहुंच गई है.
गंगोत्री और यमुनोत्री में यात्रियों की संख्या: गंगोत्री धाम में 3 मई यात्रा शुरू होने से अभी तक 4,28,248 और यमुनोत्री धाम में 3,31,153 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. आज शाम 4 बजे तक गंगोत्री में 2,708 और यमुनोत्री में 1,728 तीर्थयात्रियों ने आशीर्वाद लिया है. ऐसे में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 7,59,401 हो गई है. वहीं, गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब में अब तक 1,16,127 तीर्थयात्री मत्था टेक चुके हैं.
यात्रा के दौरान तीर्थयात्री बरतें सावधानी: केदारनाथ धाम की यात्रा काफी कठिन है. यहां खड़ी चढ़ाई चढ़कर पहुंचना पड़ता है. पहाड़ों में यात्रा करने वाले तीर्थ यात्रियों को खास ध्यान रखने की जरूरत है. पैदल चलते समय सांस लेने की दिक्कत होती है. हाई एल्टीट्यूड में आने पर ऑक्सीजन की प्रॉब्लम होने लगती है, ऐसे में हार्ट अटैक जैसी घटनाएं घट जाती है. तीर्थयात्रियों को पैदल यात्रा शुरू करने से पहले अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवा लेने की हिदायत दी जा रही है. यात्रियों से हृदय रोगों के मरीजों को जोखिम न लेने की अपील की जा रही है. साथ ही उन्हें रुक-रुककर सफर करने को कहा जा रहा है.
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चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी: चारधाम यात्रा में बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए अब बिना रजिस्ट्रेशन (Chardham registration 2022) के यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को रोकने का आदेश जारी किया गया है. जिसके तहत अब यात्रा मार्गों पर बने चेक पोस्टों पर पुलिस यात्रियों का रजिस्ट्रेशन चेक कर रही है. वहीं, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, उनको वापस भेजा जा रहा है. इस बेवसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in पर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.
केदारनाथ के लिए 30 जून से हवाई सेवाएं बंद: केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए 30 जून से सभी हवाई सेवाएं बंद हो जाएंगी. लगातार हो रही बारिश के चलते हेली कंपनियों ने यह फैसला लिया है. पहले हिमालयन हेली ने 10 जुलाई तक सेवाएं देने का निर्णय लिया था, लेकिन वह भी अपनी सेवाएं बंद कर देगी. वहीं, अभी 9 में से दो हवाई कंपनियां ही सेवाएं दे रही हैं. अब तक 81 हजार से अधिक यात्री हेली सेवा से दर्शन के लिए धाम पहुंच चुके हैं. उधर, सितंबर से दूसरे चरण की सेवाएं फिर से शुरू होंगी.
5 दिन भारी बारिश का अलर्ट: उत्तराखंड मौसम विभाग ने प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग की चेतावनी के बाद शासन प्रशासन भी हर परिस्थिति से निपटने के लिए मुस्तैद हो गया है. राज्य सरकार ने गढ़वाल और कुमाऊं में एक-एक चॉपर तैनात किया है, ताकि इमरजेंसी के वक्त लोगों को राहत दी जा सके. इसके साथ ही एसडीआरएफ के जवानों की टुकड़ी भी रुद्रप्रयाग, चमोली, अल्मोड़ा, बागेश्वर, टिहरी और पौड़ी के लिए भेजी गई है.
यात्रियों के लिए किए जा रहे इंतजाम: चारधाम यात्रा में अभी तक 24 लाख से ज्यादा यात्री चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं. ऐसे में राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग सबसे अधिक रुद्रप्रयाग और चमोली के रास्ते पर अपनी नजर बनाए हुए हैं. रविवार को भूस्खलन की वजह से चमोली में 7 घंटे से अधिक समय तक मार्ग बंद रहा. ऐसे में राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग भी तैयारी कर रहा है. ताकि अगर ऐसी परिस्थितियों में सड़कें बंद होती हैं, तो सड़कों पर इंतजार कर रहे यात्रियों को किस तरह से खाद्य सामग्री और राहत सामग्री पहुंचाई जाएगी. इसके लिए सीएम दफ्तर से तमाम जिलाधिकारियों को व्यवस्था बनाने के लिए कहा गया है.