देहरादून: पहाड़ी प्रदेश होने के कारण उत्तराखंड में आए दिन मौसम का मिजाज बदलता रहता है. इसके अलावा मानसून सीजन में होने वाली बारिश हर साल यहां तबाही लेकर आती है. इन परिस्थितियों में प्रदेश सरकार को मौसम विभाग से सही और सटीक जानकारी मिल सके. इसके लिए सरकार ने प्रदेश के सभी 13 जिलों में ब्लॉक स्तर 150 ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन, ऑटोमेटिक रेन गेज और विंड गेज स्थापित किए हैं. जिसकी मदद से अब मौसम विभाग को हर 15 मिनट में मौसम की सटीक जानकारी मिल सकेगी.
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केदारनाथ आपदा के बाद मौसम पर नजर रखने व सटीक पूर्वानुमान को लेकर सरकार ने प्रयास शुरू कर दिए हैं. देहरादून मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक रोहित थपलियाल ने जानकारी देते हुए बताया कि ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन एक खास डिवाइस है. जिसमें लगे सेन्सर्स की मदद से निर्धारित समय अवधि में मौसम की सटीक जानकारी मिल सकेगी. मुख्यतः बारिश के साथ ही हवा का रुख-गति और पर्यावरण में मौजूद नमी का भी इससे पता लगाया जा सकता है.
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गौरतलब है कि मौसम विज्ञान केंद्र की तरफ से यूं तो आज भी हर दिन मौसम से जुड़ी जानकारी दी जाती है. लेकिन इस खास डिवाइस की मदद से अब 2 मिनट में अपडेट मिलना संभव हो सकेगा. यानी कि बरसात के मौसम में यदि कहीं तेज बारिश या आपदा की स्थिति बनती है तो इसका भी समय रहते पता लगाया जा सकेगा. फिलहाल यह स्टेशन 150 स्थानों पर स्थापित तो कर दिए गए हैं. लेकिन मौसम विभाग की टीम द्वारा निरीक्षण करने के बाद ही इन स्टेशनों से अपडेट लेना शुरू किया जाएगा.