देहरादून: उत्तराखंडवासियों के लिए 9 नवंबर 2016 में शुरू की गई सिटीजन पोर्टल सेवा का विस्तार किया गया है. ये सेवा केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा 2013 में सीसीटीएनएस प्रोजेक्ट के तहत शुरू की गई थी. अभी तक इसमें पुलिस मोबाइल एप के जरिए एफआईआर दर्ज कराने के साथ तीन तरह की स्टेट्स सेवाएं प्रदान की गई थी. लेकिन अब इसका विस्तार करते हुए इसमें 13 अन्य सेवाओं को जोड़ा गया है.
इसके साथ ही पुलिस मोबाइल एप का नाम बदलकर "देवभूमि उत्तराखंड पुलिस एप'' कर दिया गया है. शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय देहरादून में डीजी लॉ एंड आर्डर अशोक कुमार अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने एप का रिव्यू किया. देवभूमि उत्तराखंड पुलिस एप पर अब कोई भी व्यक्ति एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही केस से जुड़ी कार्रवाई का अपडेट किसी भी समय ले सकता है. इसके साथ किसी भी अन्य आपातकाल सेवाओं के लिए थाना-चौकी में जाने की जरूरत नहीं होगी. इसके अलावा आपातकाल सेवाओं के लिए डायल 112 की सेवा अब पूरी तरह से सुचारू हो चुकी है. जिसमें कोई भी नागरिक किसी भी समय इमरजेंसी सेवा के लिए कहीं से भी 112 डायल कर पुलिस सहायता प्राप्त कर सकता है.
इस मामले की जानकारी देते हुए डीजी अशोक कुमार ने बताया कि पूर्व में प्रचलित उत्तराखंड पुलिस मोबाइल को अब नए देवभूमि उत्तराखंड पुलिस मोबाइल एप में मर्ज कर दिया गया है. इस नए मोबाइल एप का लिंक उत्तराखंड सिटीजन पोर्टल से कर दिया गया हैं. डीजी अशोक कुमार के मुताबिक कोई भी नागरिक गूगल प्ले स्टोर से देवभूमि उत्तराखंड पुलिस एप फ्री में डाउनलोड कर सकता है. अभी तक इस एप को 1972 यूजर्स द्वारा डाउनलोड किया जा चुका है.
देवभूमि उत्तराखंड पुलिस मोबाइल एप से मिलने वाले सेवाओं का सूची-
- शिकायत पंजीकरण
- एफआईआर दर्ज
- कार्रवाही अपडेट.
- किराएदार/पीजी सत्यापन अनुरोध
- कार्यक्रम प्रदर्शन अनुरोध
- कर्मचारी सत्यापन
- जुलूस अनुरोध
- हड़ताल अनुरोध
- घरेलू सहायता
- सत्यापन साइबर
- क्राइम शिकायत पंजीकरण
- गुमशुदा व्यक्ति पंजीकरण
- कोई संपत्ति पंजीकरण
- पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट
- नजदीकी पुलिस स्टेशन खोजें
- टेलिफोन डायरेक्टरी
- आपातकालीन सहायता ए