देहरादून: कोरोना संक्रमण काल मरीजों की सुविधा के लिए सरकार ने ई-संजीवनी ओपीडी सेवा शुरू की है. इसका मकसद जिला अस्पताल की ओपीडी में होने मरीजाें की भीड़ कम करना और मरीजों को संक्रमण से बचना है.
ई-संजीवनी वर्चुअल ओपीडी के पहले दिन राज्य दूरस्थ क्षेत्रों के साथ ही प्रदेशभर से कुल 1295 मरीजों ने इस सेवा का लाभ उठाया. मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के निर्देश पर उत्तराखंड सरकार द्वारा टेलीमेडिसिन सेवा के साथ वर्चुअल ओपीडी की शुरुआत हो गई है. जो लोग किसी वजह से अस्पताल नहीं जा पा रहे हैं. उनके लिए ये सेवा बहुत उपयोगी है, इससे कोविड और नॉन कोविड दोनो प्रकार के मरीज़ों को लाभ होगा.
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ई-संजीवनी को लेकर जहां सरकार उत्साहित है. वहीं, आम लोगों को भी इसका फायदा मिले इसके लिए भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है. स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने बताया कि ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन वर्चुअल ओपीडी के पहले दिन सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक निशुल्क चिकित्सा परामर्श दिया गया. जिसमें 104 टोल फ्री नंबर के जरिए 347, ई संजीवनी टेलीमेडिसिन के जरिए 405, व्हाट्सएप वॉयस कॉल के जरिए 192, व्हाट्सएप वीडियो कॉल के जरिए 27 जबकि व्हाट्सएप चैट के जरिए 324 मरीजों को निशुल्क चिकित्सा परामर्श दिया गया.
पूरे प्रदेश से 1295 लोगों ने इस सेवा का पहले दिन लाभ उठाया. राज्य सरकार की इस विशेष पहल का मकसद दूरस्थ इलाक़ों में रहने वाले लोगों की एक्स्पर्ट डॉक्टर्स के जरिए चिकित्सीय परामर्श देना है. प्रदेश सरकार की इस वर्चुअल ओपीडी का लाभ व्हाट्सएप वीडियो कॉल एवं टोल फ्री हेल्पलाइन के जरिए लिया जा सकता है. राज्य सरकार द्वारा इसके लिए 104 टोल फ्री नंबर जारी किया गया है. इसके साथ ही 9412080622 व्हाट्सएप नंबर के जरिए भी जनता सेवा का लाभ ले सकती हैं. इसके साथ ही www.esanjeevaniopd.in/register के माध्यम से भी इस सेवा का लाभ लिया जा सकता है.