मसूरीः लंढौरा गुरू सिंह सभा गुरुद्वारे के 102 साल पूरा होने पर मसूरी में भव्य दीवान सजाया गया. इस मौके पर अमृतसर से आई टीम ने शबद कीर्तन किया. साथ ही गुरुद्वारे में भव्य भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें मसूरी और आसपास के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया.
इस अवसर पर गुरुद्वारा के अध्यक्ष एमपीएस खुराना ने बताया कि मसूरी के सभी वर्गों के लोग मिल-जुलकर सलाना दीवान धूमधाम के साथ मनाते हैं. गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा मसूरी का अपना इतिहास है.बता दें कि हेमकुंड साहिब की खोज में मसूरी का अहम योगदान है. हेमकुंड साहिब की खोज पर निकले लोग मसूरी पहुंचे जहां मसूरी के हवलदार गोदम सिंह ने मसूरी गुरुद्वारा खोजने वाले लोगों को 601रुपए अनुदान दिया था और खुद खोज करने वाले लोगों के साथ शामिल हो गए थे. और कुछ ही दिनों में उन्होंने उस जगह की खोज की जहां गुरु गोविंद जी तप किए थे, जहां आज हेमकुंड साहिब स्थापित है.
ये भी पढ़ेंःस्वास्थ्य सेवाओं पर सरकार का यू टर्न, अब पुरानी दरों पर ही होगा इलाज
वहीं, मसूरी गुरु सिंह सभा के सदस्य जगजीत कुकरेजा ने बताया कि शहर में विशाल नगर कीर्तन का आयोजन किया गया. जिसमें सभी वर्गों और संस्थान ने प्रतिभाग किया. वहीं, इस मौके पर आपसी भाईचारे का संदेश देने का काम किया गया. यह मसूरी के इतिहास में सबसे लंबा और बड़ा नगर कीर्तन होता है.