ETV Bharat / state

श्री गुरु सिंह सभा ने धूमधाम से मनाई 102वीं सालगिरह

लंढौरा गुरू सिंह सभा गुरुद्वारे के 102 साल पूरा होने पर मसूरी में भव्य दीवान सजाया गया. इस मौके पर अमृतसर से आई टीम ने शबद कीर्तन किया. साथ ही गुरुद्वारे में भव्य भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें मसूरी और आसपास के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया.

श्री गुरू सिंह सभा ने धूमधाम से मनाई 102वीं सालगिरह
author img

By

Published : Sep 28, 2019, 10:25 PM IST

मसूरीः लंढौरा गुरू सिंह सभा गुरुद्वारे के 102 साल पूरा होने पर मसूरी में भव्य दीवान सजाया गया. इस मौके पर अमृतसर से आई टीम ने शबद कीर्तन किया. साथ ही गुरुद्वारे में भव्य भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें मसूरी और आसपास के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया.

श्री गुरू सिंह सभा ने धूमधाम से मनाई 102वीं सालगिरह.

इस अवसर पर गुरुद्वारा के अध्यक्ष एमपीएस खुराना ने बताया कि मसूरी के सभी वर्गों के लोग मिल-जुलकर सलाना दीवान धूमधाम के साथ मनाते हैं. गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा मसूरी का अपना इतिहास है.बता दें कि हेमकुंड साहिब की खोज में मसूरी का अहम योगदान है. हेमकुंड साहिब की खोज पर निकले लोग मसूरी पहुंचे जहां मसूरी के हवलदार गोदम सिंह ने मसूरी गुरुद्वारा खोजने वाले लोगों को 601रुपए अनुदान दिया था और खुद खोज करने वाले लोगों के साथ शामिल हो गए थे. और कुछ ही दिनों में उन्होंने उस जगह की खोज की जहां गुरु गोविंद जी तप किए थे, जहां आज हेमकुंड साहिब स्थापित है.

ये भी पढ़ेंःस्वास्थ्य सेवाओं पर सरकार का यू टर्न, अब पुरानी दरों पर ही होगा इलाज

वहीं, मसूरी गुरु सिंह सभा के सदस्य जगजीत कुकरेजा ने बताया कि शहर में विशाल नगर कीर्तन का आयोजन किया गया. जिसमें सभी वर्गों और संस्थान ने प्रतिभाग किया. वहीं, इस मौके पर आपसी भाईचारे का संदेश देने का काम किया गया. यह मसूरी के इतिहास में सबसे लंबा और बड़ा नगर कीर्तन होता है.

मसूरीः लंढौरा गुरू सिंह सभा गुरुद्वारे के 102 साल पूरा होने पर मसूरी में भव्य दीवान सजाया गया. इस मौके पर अमृतसर से आई टीम ने शबद कीर्तन किया. साथ ही गुरुद्वारे में भव्य भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें मसूरी और आसपास के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया.

श्री गुरू सिंह सभा ने धूमधाम से मनाई 102वीं सालगिरह.

इस अवसर पर गुरुद्वारा के अध्यक्ष एमपीएस खुराना ने बताया कि मसूरी के सभी वर्गों के लोग मिल-जुलकर सलाना दीवान धूमधाम के साथ मनाते हैं. गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा मसूरी का अपना इतिहास है.बता दें कि हेमकुंड साहिब की खोज में मसूरी का अहम योगदान है. हेमकुंड साहिब की खोज पर निकले लोग मसूरी पहुंचे जहां मसूरी के हवलदार गोदम सिंह ने मसूरी गुरुद्वारा खोजने वाले लोगों को 601रुपए अनुदान दिया था और खुद खोज करने वाले लोगों के साथ शामिल हो गए थे. और कुछ ही दिनों में उन्होंने उस जगह की खोज की जहां गुरु गोविंद जी तप किए थे, जहां आज हेमकुंड साहिब स्थापित है.

ये भी पढ़ेंःस्वास्थ्य सेवाओं पर सरकार का यू टर्न, अब पुरानी दरों पर ही होगा इलाज

वहीं, मसूरी गुरु सिंह सभा के सदस्य जगजीत कुकरेजा ने बताया कि शहर में विशाल नगर कीर्तन का आयोजन किया गया. जिसमें सभी वर्गों और संस्थान ने प्रतिभाग किया. वहीं, इस मौके पर आपसी भाईचारे का संदेश देने का काम किया गया. यह मसूरी के इतिहास में सबसे लंबा और बड़ा नगर कीर्तन होता है.

Intro:summary

मसूरी लंढोर गुरु सिंह सभा गुरुद्वारे के 102 साल पूरा होने पर मसूरी गुरुद्वारा सिंह सभा के गुरुद्वारे में भव्य दीवान सजाया गया वाह अमृतसर से आई टीम के द्वारा शपथ कीर्तन का आयोजन किया गया गुरुद्वारे के 102 साल पूरे होने पर आजादी से पूर्व से निकलने वाली नगर तीर्थन और शोभायात्रा को भारी बारिश के बीच मसूरी मलिंगार चौक से गांधी चौक तक निकाला गया इस मौके पर श्रद्धालुओं ने गुरु का कीर्तन कर आशीर्वाद लिया इससे पूर्व गुरुद्वारे में भव्य भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें मसूरी और आसपास के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया


Body:गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा के अध्यक्ष एमपीएस खुराना ने बताया कि मसूरी के सभी वर्गों के लोग मिलजुलकर सलाना दीवान धूमधाम के साथ मनाते हैं उन्होंने बताया कि गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा मसूरी का अपना इतिहास है बताया जाता है कि हेमकुंड साहिब की खोज में मसूरी काअहम योगदान है हेमकुंड साहिब की खोज पर निकले लोग मसूरी पहुंचे जहां मसूरी के हवलदार गोदम सिंह के द्वारा मसूरी गुरुद्वारा से खोजने के लोगों को ₹601 अनुदान दिलवाया था और खुद भी खोज करने वाले लोगों के साथ शामिल हो गए थे और कुछ ही दिनों में उन्होंने उस जगह की खोज की थी जहां गुरु गोविंद जी के द्वारा तप किया गया था जहाँ आज हेमकुंड साहिब स्थापित है

मसूरी गुरु सिंह सभा के सदस्य जगजीत कुकरेजा ने बताया कि शहर में विशाल नगर कीर्तन का आयोजन किया गया जिसमें सभी वर्गों और संस्थान अपने स्तर से प्रतिभाग किया जिसमे मूल रूप से आपसी भाईचारे का संदेश देने का काम किया गया वह मसूरी के इतिहास में यह सबसे लंबा और बड़ा नगर कीर्तन होता है


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.