देहरादून: कोरोना काल में जिन रेहड़ी-ठेली वालों का व्यवसाय पूरी तरह से ठप हो गया है, सरकार ने उनकी मदद को आगे हाथ बढ़ाए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई स्वनिधि योजना के तहत रेहड़ी-ठेली वालों को 10 हजार रुपए का लोन दिया जा रहा है, जिसे एक साल में चुकाना होगा.
नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि नगर निगम में जो रेहड़ी और ठेली वाले रजिस्टर्ड हैं, निगम प्रशासन ने उनसे संपर्क करना शुरू कर दिया है. इसके लिए 700 लोगों ने सहमति जताई है. निगम के अधिकारियों ने उनको पूरी प्रक्रिया समझा दी है. निगम की ओर से जानकारी दी गई है कि अबतक उनके पास 108 फार्म जमा हो चुके हैं. साथ ही इस योजना का लाभ उठाने के लिए लोग कॉमन सर्विस सेंटर में भी सम्पर्क कर सकते हैं.
बता दें, कोरोना काल में अधिक से अधिक वेंडर इस योजना लाभ सकते हैं. इसके लिए वेबसाइट http://pmsvanidhi.mohua.gov.in पर आवेदन करना है. इसके अलावा कोविड-19 के कारण लॉकडाउन से प्रभावित ऐसे स्ट्रीट वेंडर्स जो 24 मार्च 2020 या फिर उससे पहले रेहड़ी और ठेली का काम करते थे, वो ही इस लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं. वेंडर्स को एक साल में लोन की राशि का भुगतान करना होगा. साथ ही डिजिटल लेन-देन की प्रक्रिया अपनाई जाती है, तो 50 से 100 रुपए तक कैशबैक भी मिलेगा. इस योजना का लाभ 31 मार्च 2022 तक उठा सकते हैं.
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नगर आयुक्त ने बताया कि वेंडर को दिए जाने वाले लोन पर ब्याज के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा सब्सिडी देने का निर्णय लिया है. नगर निगम में करीब 2800 रजिस्टर्ड वेंडर हैं और निगम अब तक करीब 1150 वेंडर से संपर्क कर चुका है.