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दून मेडिकल कॉलेज में लगीं 10 डायलिसिस मशीनें

कोविड-19 के चलते दून मेडिकल कॉलेज में मरीज अस्पताल नहीं पहुंच रहे हैं. जिसको लेकर दून मेडिकल कॉलेज में डायलिसिस की 10 नई मशीनें लगी हैं. लेकिन मरीज कोरोना सक्रमण के वायरस के डर से इलाज के लिए मरीज अस्पताल नहीं जा रहे हैं.

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दून मेडिकल कॉलेज
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Published : Jan 15, 2021, 9:41 AM IST

देहरादून: कोविड-19 के चलते दून मेडिकल कॉलेज में मरीज अस्पताल नहीं पहुंच रहे हैं. जिसे लेकर डॉक्टरों को एक बार फिर चिंता सताने लगी है. दून मेडिकल कॉलेज में डायलिसिस की 10 नई मशीनें लगी हैं. लेकिन मरीज कोरोना संक्रमण के वायरस के डर से इलाज के लिए अस्पताल नहीं जा रहे हैं.

दून मेडिकल कॉलेज में लगीं 10 डायलिसिस मशीनें.

हालांकि अस्पताल प्रशासन बार-बार अपील कर रहा है कि दून अस्पताल ने अलग बिल्डिंग में कोविड सेंटर बनाया हुआ है. ऐसे में यदि डायलिसिस कराना चाहते है तो कोरोना से डरे नहीं. डॉक्टरों का कहना है कि 10 डायलिसिस मशीनों से देहरादून सहित आसपास के क्षेत्रों में रहने वालों को बहुत लाभ होगा.

पढ़ें: भव्यता से संपन्न हुआ महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि का पट्टाभिषेक कार्यक्रम, कई VVIP रहे मौजूद

डॉक्टरों के मुताबिक एक शिफ्ट में करीब 10 मरीज देख सकते हैं और अगर मरीज बढ़ते है तो दो शिफ्ट में दिन में 20 मरीज देखे जा सकते हैं. डायलिसिस के विशेषज्ञ डॉ हरीश बसेरा ने कहा कि लोग डायलिसिस कराने अस्पताल नहीं आ रहे हैं. जबकी मरीजों को सभी सुविधाएं मुफ्त में दी जा रही हैं.

देहरादून: कोविड-19 के चलते दून मेडिकल कॉलेज में मरीज अस्पताल नहीं पहुंच रहे हैं. जिसे लेकर डॉक्टरों को एक बार फिर चिंता सताने लगी है. दून मेडिकल कॉलेज में डायलिसिस की 10 नई मशीनें लगी हैं. लेकिन मरीज कोरोना संक्रमण के वायरस के डर से इलाज के लिए अस्पताल नहीं जा रहे हैं.

दून मेडिकल कॉलेज में लगीं 10 डायलिसिस मशीनें.

हालांकि अस्पताल प्रशासन बार-बार अपील कर रहा है कि दून अस्पताल ने अलग बिल्डिंग में कोविड सेंटर बनाया हुआ है. ऐसे में यदि डायलिसिस कराना चाहते है तो कोरोना से डरे नहीं. डॉक्टरों का कहना है कि 10 डायलिसिस मशीनों से देहरादून सहित आसपास के क्षेत्रों में रहने वालों को बहुत लाभ होगा.

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डॉक्टरों के मुताबिक एक शिफ्ट में करीब 10 मरीज देख सकते हैं और अगर मरीज बढ़ते है तो दो शिफ्ट में दिन में 20 मरीज देखे जा सकते हैं. डायलिसिस के विशेषज्ञ डॉ हरीश बसेरा ने कहा कि लोग डायलिसिस कराने अस्पताल नहीं आ रहे हैं. जबकी मरीजों को सभी सुविधाएं मुफ्त में दी जा रही हैं.

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