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लोहाघाट: पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन, ऐपण कला से महिलाएं बनेगी आत्मनिर्भर

लोहाघाट रेन बसेरा हाल में रियल संस्था के निदेशक आशीष जोशी ने महिलाओं का पांच दिवसीय ऐपण और क्राफ्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया. जोशी ने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकेंगी.

ऐपण और क्राफ्ट के जरिये महिलाएं बनेगी आत्मनिर्भर
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Published : Nov 23, 2019, 8:07 PM IST

लोहाघाटः महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की पहल पर महिलाओं का पांच दिवसीय ऐपण और क्राफ्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया. इस कार्यक्रम में रियल एडवेंचर संस्था के बैनर तले 15 महिलाएं प्रशिक्षण ले रही हैं. जिससे वह स्वरोजगार अपनाकर आत्मनिर्भर बन सके.

बता दें कि लोहाघाट रेन बसेरा हाल में इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. वहीं, इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ रियल संस्था के निदेशक आशीष जोशी ने किया. जोशी ने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकेगी और भविष्य में वह स्वरोजगार के लिए जिला उद्योग केंद्र से ऋण भी ले सकती है. क्योंकि उद्योग विभाग द्वारा स्वरोजगार के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है.

ऐपण और क्राफ्ट के जरिये महिलाएं बनेगी आत्मनिर्भर.

ये भी पढ़ेंःएनएच-74 घोटाले में SIT फरार किसानों पर कस सकती है शिकंजा

वहीं, महिलाओं को प्रशिक्षण देने वाली मास्टर ट्रेनर कुंजिका वर्मा ने बताया कि ऐपण कला उत्तराखंड की लोक संस्कृति का प्रतीक रहा है. लेकिन समय परिवर्तन के साथ इसमें भी कुछ परिवर्तन आ चुके हैं. आज के समय में ऐपण कला वाले डेकोरेटिव आइटम मशीनों द्वारा तैयार किये जा रहे हैं. जबकि, पहले केवल हाथ से ही कलाकारी की जाती थी. ऐसे में पांच दिवसीय इस प्रशिक्षण में महिलाओं को कुसन वर्क, ऐपण वर्क, मक्रेम वर्क तथा अनुपयोगी वस्तुओं के माध्यम से बनाए जाने वाली विभिन्न कलाएं सिखायी जाएंगी.

लोहाघाटः महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की पहल पर महिलाओं का पांच दिवसीय ऐपण और क्राफ्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया. इस कार्यक्रम में रियल एडवेंचर संस्था के बैनर तले 15 महिलाएं प्रशिक्षण ले रही हैं. जिससे वह स्वरोजगार अपनाकर आत्मनिर्भर बन सके.

बता दें कि लोहाघाट रेन बसेरा हाल में इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. वहीं, इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ रियल संस्था के निदेशक आशीष जोशी ने किया. जोशी ने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकेगी और भविष्य में वह स्वरोजगार के लिए जिला उद्योग केंद्र से ऋण भी ले सकती है. क्योंकि उद्योग विभाग द्वारा स्वरोजगार के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है.

ऐपण और क्राफ्ट के जरिये महिलाएं बनेगी आत्मनिर्भर.

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वहीं, महिलाओं को प्रशिक्षण देने वाली मास्टर ट्रेनर कुंजिका वर्मा ने बताया कि ऐपण कला उत्तराखंड की लोक संस्कृति का प्रतीक रहा है. लेकिन समय परिवर्तन के साथ इसमें भी कुछ परिवर्तन आ चुके हैं. आज के समय में ऐपण कला वाले डेकोरेटिव आइटम मशीनों द्वारा तैयार किये जा रहे हैं. जबकि, पहले केवल हाथ से ही कलाकारी की जाती थी. ऐसे में पांच दिवसीय इस प्रशिक्षण में महिलाओं को कुसन वर्क, ऐपण वर्क, मक्रेम वर्क तथा अनुपयोगी वस्तुओं के माध्यम से बनाए जाने वाली विभिन्न कलाएं सिखायी जाएंगी.

Intro:स्लग-ऐपण
- ऐपण और क्राफ्ट के जरिये महिलाएं बनेगी आत्मनिर्भर
रिपोर्टर- गिरीश सिंह बिष्ट चम्पावत 9927168184
लोहाघाट। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की पहल पर महिलाओं का पांच दिवसीय ऐपण और क्राफ्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हो गया है। मुख्य आयोजक रियल एडवेंचर संस्था के बैनर तले लोहाघाट की 15 महिलाएं प्रशिक्षण ले रही हैं।
लोहाघाट रेन बसेरा हॉल में रियल संस्था के निदेशक आशीष जोशी प्रशिक्षण का शुभारंभ किया। जोशी ने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकेंगी। उन्होंने बताया कि महिलाएं अपना रोजगार चलाने के लिए जिला उधोग केंद्र से ऋण ले सकती हैं। मास्टर ट्रेनर कुंजिका वर्मा ने बताया कि पूर्व से ही ऐपण कला उत्तराखंड की लोक संस्कृति का प्रतीक रहा हैं। लेकिन समय परिवर्तन के साथ इसमें भी कुछ परिवर्तन आ चुके हैं। आज के समय में लोग त्योहारों में बाजार से निर्मित ऐपण का प्रयोग कर रहे हैं। पहले केवल हाथ के माध्यम से निर्मित ऐपण का ही प्रयोग होता था। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण में कुसन वर्क, ऐपण वर्क, मक्रेम वर्क तथा अनुपयोगी वस्तुओं के माध्यम से बनाये जाने वाली विभिन्न कलाएं सिखायी जायेंगी। प्रशिक्षण में विनीत राय और सुनील जोशी ने सहयोग किया। इस मौके पर बबीता राय, पुष्पा पुजारी, चंचला पुजारी, भावना राय, अंजली मेहता अंजू देउपा आदि मौजूद रही।
बाइट 1- आशीष जोशी अध्यक्ष रियल संस्था
Body:स्लग-ऐपण
- ऐपण और क्राफ्ट के जरिये महिलाएं बनेगी आत्मनिर्भर
रिपोर्टर- गिरीश सिंह बिष्ट चम्पावत 9927168184
लोहाघाट। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की पहल पर महिलाओं का पांच दिवसीय ऐपण और क्राफ्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हो गया है। मुख्य आयोजक रियल एडवेंचर संस्था के बैनर तले लोहाघाट की 15 महिलाएं प्रशिक्षण ले रही हैं।
लोहाघाट रेन बसेरा हॉल में रियल संस्था के निदेशक आशीष जोशी प्रशिक्षण का शुभारंभ किया। जोशी ने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकेंगी। उन्होंने बताया कि महिलाएं अपना रोजगार चलाने के लिए जिला उधोग केंद्र से ऋण ले सकती हैं। मास्टर ट्रेनर कुंजिका वर्मा ने बताया कि पूर्व से ही ऐपण कला उत्तराखंड की लोक संस्कृति का प्रतीक रहा हैं। लेकिन समय परिवर्तन के साथ इसमें भी कुछ परिवर्तन आ चुके हैं। आज के समय में लोग त्योहारों में बाजार से निर्मित ऐपण का प्रयोग कर रहे हैं। पहले केवल हाथ के माध्यम से निर्मित ऐपण का ही प्रयोग होता था। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण में कुसन वर्क, ऐपण वर्क, मक्रेम वर्क तथा अनुपयोगी वस्तुओं के माध्यम से बनाये जाने वाली विभिन्न कलाएं सिखायी जायेंगी। प्रशिक्षण में विनीत राय और सुनील जोशी ने सहयोग किया। इस मौके पर बबीता राय, पुष्पा पुजारी, चंचला पुजारी, भावना राय, अंजली मेहता अंजू देउपा आदि मौजूद रही।
बाइट 1- आशीष जोशी अध्यक्ष रियल संस्था
Conclusion:स्लग-ऐपण
- ऐपण और क्राफ्ट के जरिये महिलाएं बनेगी आत्मनिर्भर
रिपोर्टर- गिरीश सिंह बिष्ट चम्पावत 9927168184
लोहाघाट। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की पहल पर महिलाओं का पांच दिवसीय ऐपण और क्राफ्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हो गया है। मुख्य आयोजक रियल एडवेंचर संस्था के बैनर तले लोहाघाट की 15 महिलाएं प्रशिक्षण ले रही हैं।
लोहाघाट रेन बसेरा हॉल में रियल संस्था के निदेशक आशीष जोशी प्रशिक्षण का शुभारंभ किया। जोशी ने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकेंगी। उन्होंने बताया कि महिलाएं अपना रोजगार चलाने के लिए जिला उधोग केंद्र से ऋण ले सकती हैं। मास्टर ट्रेनर कुंजिका वर्मा ने बताया कि पूर्व से ही ऐपण कला उत्तराखंड की लोक संस्कृति का प्रतीक रहा हैं। लेकिन समय परिवर्तन के साथ इसमें भी कुछ परिवर्तन आ चुके हैं। आज के समय में लोग त्योहारों में बाजार से निर्मित ऐपण का प्रयोग कर रहे हैं। पहले केवल हाथ के माध्यम से निर्मित ऐपण का ही प्रयोग होता था। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण में कुसन वर्क, ऐपण वर्क, मक्रेम वर्क तथा अनुपयोगी वस्तुओं के माध्यम से बनाये जाने वाली विभिन्न कलाएं सिखायी जायेंगी। प्रशिक्षण में विनीत राय और सुनील जोशी ने सहयोग किया। इस मौके पर बबीता राय, पुष्पा पुजारी, चंचला पुजारी, भावना राय, अंजली मेहता अंजू देउपा आदि मौजूद रही।
बाइट 1- आशीष जोशी अध्यक्ष रियल संस्था
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