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कोरोना इफेक्ट: नेपाल सीमा पर अलर्ट, पूर्णागिरि मेले में तैनात की गई डॉक्टरों की टीम

जिलाधिकारी ने बताया कि नेपाल सीमा से लगी 34 ग्राम सभाओं में लोगों को जागरुक करने के लिए आंगनबाड़ी व आशाओं की सेवाएं ली जा रही हैं. जोकि गांवों में जाकर जागरुक करने के साथ ही वायरस से संक्रमित संदिग्ध लोगों की पहचान कर प्रशासन को अवगत करा रहीं हैं.

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कोरोना इफेक्ट
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Published : Mar 15, 2020, 9:32 PM IST

Updated : Mar 15, 2020, 10:35 PM IST

चंपावत: जिले में कोरोना वायरस को देखते हुए विशेष एहतियात बरती जा रही है. जिले की सीमा से लगे 34 गांवों में आंगनबाड़ी व आशा वर्कस के माध्यम से कोरोना वायरस को लेकर जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है. इसके अलावा 11 मार्च से शुरू हुए पूर्णागिरी मेले में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की भी स्क्रीनिंग की जा रही है. पूरे मेला क्षेत्र में कई जांच केंद्र बनाये गये हैं. जहां 24 घंटे डॉक्टर सेवाएं दे रहे हैं.

कोरोना इफेक्ट

कोरोना वायरस को देखते हुए नेपाल सीमा से लगे इलाकों में सतर्कता और तेज कर दी गई है. जिलाधिकारी सुरेन्द्र नारायण पांडेय ने बताया कि नेपाल सीमा पर MRP (मेडिकल रिस्पांस पोस्ट) बनाया गया है. उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के संबंध में जिले भर में बैनरों, पोस्टरों के माध्य्म से प्रचार प्रसार कर जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है.

पढ़ें- सिने जगत भी चिंतित, 19 से 31 मार्च तक फिल्मों की शूटिंग पर रोक

जिलाधिकारी ने बताया कि नेपाल सीमा से लगी 34 ग्राम सभाओं में लोगों को जागरुक करने के लिए आंगनबाड़ी व आशाओं की सेवाएं ली जा रही हैं. जोकि गांवों में जाकर जागरुक करने के साथ ही वायरस से संक्रमित संदिग्ध लोगों की पहचान कर प्रशासन को अवगत करा रहीं हैं.

पढ़ें- उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में कोरोना का कहर, सतर्क हुआ प्रशासन

वहीं पूर्णागिरि मेला क्षेत्र में भी लगातार निगरानी की जा रही है. मुख्य चिकित्साधिकारी आरपी खंडूड़ी ने बताया कि मेले में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य सेवाएं तेज कर दी गई हैं. उन्होंने बताया कि मेले में चार और बॉर्डर क्षेत्र में दो चिकित्सा कैंप खोले गए गए हैं. इसके अलावा यहां चिकित्सा विभाग व श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के 18 डॉक्टरों की सेवाएं ली जा रही हैं.

चंपावत: जिले में कोरोना वायरस को देखते हुए विशेष एहतियात बरती जा रही है. जिले की सीमा से लगे 34 गांवों में आंगनबाड़ी व आशा वर्कस के माध्यम से कोरोना वायरस को लेकर जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है. इसके अलावा 11 मार्च से शुरू हुए पूर्णागिरी मेले में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की भी स्क्रीनिंग की जा रही है. पूरे मेला क्षेत्र में कई जांच केंद्र बनाये गये हैं. जहां 24 घंटे डॉक्टर सेवाएं दे रहे हैं.

कोरोना इफेक्ट

कोरोना वायरस को देखते हुए नेपाल सीमा से लगे इलाकों में सतर्कता और तेज कर दी गई है. जिलाधिकारी सुरेन्द्र नारायण पांडेय ने बताया कि नेपाल सीमा पर MRP (मेडिकल रिस्पांस पोस्ट) बनाया गया है. उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के संबंध में जिले भर में बैनरों, पोस्टरों के माध्य्म से प्रचार प्रसार कर जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है.

पढ़ें- सिने जगत भी चिंतित, 19 से 31 मार्च तक फिल्मों की शूटिंग पर रोक

जिलाधिकारी ने बताया कि नेपाल सीमा से लगी 34 ग्राम सभाओं में लोगों को जागरुक करने के लिए आंगनबाड़ी व आशाओं की सेवाएं ली जा रही हैं. जोकि गांवों में जाकर जागरुक करने के साथ ही वायरस से संक्रमित संदिग्ध लोगों की पहचान कर प्रशासन को अवगत करा रहीं हैं.

पढ़ें- उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में कोरोना का कहर, सतर्क हुआ प्रशासन

वहीं पूर्णागिरि मेला क्षेत्र में भी लगातार निगरानी की जा रही है. मुख्य चिकित्साधिकारी आरपी खंडूड़ी ने बताया कि मेले में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य सेवाएं तेज कर दी गई हैं. उन्होंने बताया कि मेले में चार और बॉर्डर क्षेत्र में दो चिकित्सा कैंप खोले गए गए हैं. इसके अलावा यहां चिकित्सा विभाग व श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के 18 डॉक्टरों की सेवाएं ली जा रही हैं.

Last Updated : Mar 15, 2020, 10:35 PM IST
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