चम्पावत: गौरल चैड मैदान में होमगार्डस की भर्ती में माप और पर्वतीय प्रमाण पत्र में छूट न दिए जाने को लेकर अभ्यर्थियों ने जमकर हंगामा काटा. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिक्षक धीरेन्द्र गुंज्याल टीम के साथ गौरल चैड मैदान पर पहुंचे. विरोध कर रहे अभ्यर्थियों का कहना था कि उन्होंने नेट से जो विज्ञप्ति डाउनलोड की है, उसमें शारीरिक अर्हता अलग दी गयी है. जबकि होमगार्डस के अधिकारियों के पास जो विज्ञप्ति है, उसमें शारीरिक अर्हता के मापदंड अलग-अलग हैं. इस बीच हंगामा कर रहे अभ्यर्थियों को अलग करते हुए भर्ती प्रकिया को आगे बढ़ाया गया.
अभ्यर्थियों ने बताया कि नेट से डाउनलोड की गई विज्ञप्ति में अनुसूचित जाति के लिए सीना बिना फुलाये 76.5 सेमी दिया गया है, जबकि पर्वतीय अभ्यर्थियों के लिए ऊंचाई 162.6 सेमी दी गई है. वहीं भर्ती प्रक्रिया करा रहे अधिकारियों की विज्ञप्ति में अनुसूचित जाति के कोई छूट नहीं दी गयी है. उनकी विज्ञप्ति में सामान्य वर्ग के लिए ऊंचाई 167.7 सेमी पर्वतीय के लिए 162.6 सेमी और अनुसूचित जनजाति के लिए 160.सेमी तय की गयी है. वहीं सीने की माप पर्वतीय के लिए 76.5 सेमी अनुसूचित जनजाति के लिए 76.5 सेमी तय की गयी है.
शारीरिक मापदंड में छूट न मिलने पर अनुसूचित जाति के अभ्यर्थियों ने आक्रोश जताया. उनका कहना है कि अनुसूचित जाति के लिये कुछ अभ्यर्थियों ने सितारगंज के एक कम्प्यूटर की दुकान से यह विज्ञप्ति डाउनलोड की थी. जिसमें शारीरिक मापदंड की गलत जानकारी दी गयी थी. जिस बेबसाइट से यह विज्ञप्ति डाउनलोड की गयी है, उसमें बाबा बेरोजगार उत्तराखंड होमगार्ड लिखा गया है.
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अभ्यर्थियों कहना है होमगार्डस की भर्ती में अनुसूचित जाति अभ्यर्थियों का आरक्षण समाप्त कर दिया गया है. उनका कहना है कि पाटी ब्लाक में अनुसूचित जनजाति का एक भी अभ्यर्थी नहीं हैं, फिर भी उन्हें छूट दी गयी है. पाटी ब्लाक पूरा पर्वतीय क्षेत्र है फिर भी उन्हें पर्वतीय अभ्यर्थियों को मिलने वाली छूट भी नहीं दी गयी.
इस मामले में जिला कमांडेंट होमगार्डस प्रतिमा का कहना है कि विज्ञप्ति में शारीरिक मापदंड के साथ हर चीज स्पष्ट लिखी हुयी है और वह होमगार्डस के कार्यालय के नोटिस बोर्ड में चस्पा की गयी है. किसी भी अभ्यर्थी को गुमराह होने की आवश्यकता नहीं है.