उत्तरकाशी: मांडिया गांव में ततैया के छत्ते को हटाने पहुंची वन विभाग की टीम में शामिल वन दारोगा पर ततैयों ने हमला कर घायल कर दिया, जिसे मौके पर तैनात 108 एंबुलेंस की टीम ने प्राथमिक उपचार दिया. हालांकि बाद में वन विभाग, अग्नि शमन और 108 की टीम ने संयुक्त ऑपरेशन चलाकर ततैयों के छत्ते को नष्ट करने में सफल रही.
बीते शनिवार को प्राथमिक विद्यालय मांडिया से घर लौटते हुए समय रिहान और उसकी बहन रिया पर ततैयों ने हमला कर दिया था. हादसे में गंभीर घायल रिहान (4) की उपचार के दौरान मौत हो गयी थी, जबकि उसकी 12 वर्षीय बहन रिया की हालत अब उपचार के बाद सामान्य है.
रविवार को ही घटना की सूचना पर मांडिया गांव में आंतक का पर्याय बने ततैयों के छत्ते को हटाने के लिए एसडीओ टौंस निधि सेमवाल के नेतृत्व में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. रेस्क्यू आपरेशन में वन विभाग, अग्निशमन व 108 की टीम ने सफल ऑपरेशन चलाकर ततैया के छत्ते को नष्ट कर दिया. वहीं, इस दौरान ततैयों के छत्ते को हटाने के लिए पेड़ पर चढ़े वन दारोगा सतवीर सिंह चौहान पर ततैयों के झुंड ने हमला कर घायल कर दिया, जिसे मौके पर तैनात 108 टीम ने प्राथमिक उपचार दिया. .
रेस्क्यू अभियान में वन क्षेत्राधिकारी बुद्धि प्रकाश, सतवीर चौहान, दीर्घ पाल सिंह, धर्मेन्द्र जयाड़ा, प्रेम सिंह पंवार, राजेन्द्र रावत, संदीप मेघवाल, संदीप चौहान, अग्निशमन से सूरत सिंह चौहान, दिनेश कुमार, बिक्रम शर्मा, मनोज चौहान, नितेश सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद थे.
डीएफओ ने दिया मदद का भरोसा: ततैयों के हमले में मासूम पुत्र को खोने वाले रिहान के माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है. इस कारण गांव में शोक की लहर है. प्रभागीय वनाधिकारी टौंस वन प्रभाग डीपी बलूनी ने पीड़ित परिवार को सांत्वना देकर हरसंभव मदद का भरोसा दिया है.
पढ़ें---