श्रीनगर/चंपावत: बरसात के दिनों में राष्ट्रीय राजमार्गों पर सफर करना अपनी जान दांव पर लगाने जैसा है. आए दिन पहाड़ी से गिर रहे बड़े-बड़े बोल्डर के कारण मार्ग घंटों तक बाधित हो रहा है. रविवार को भी एनएच-58 तीनधारा के पास भू-स्खलन के चलते बाधित हो गया. वहीं, चम्पावत-टनकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग-9 भी स्वांला और धौन के पास मलबा आने से घंटों तक बंद रहा. ऋषिकेश-बदरीनाथ महामार्ग पर गाड़ियों पर बोल्डर गिरने से अफरा तफरी मच गई. हालांकि किसी भी तरह की कोई मानवीय क्षति नहीं हुई.
बता दें कि राष्ट्रीय राजमार्ग-58 पर तीनधारा के पास अचानक मलबा वाहनों पर आ गिरा. पहाड़ी से अचानक मलबा आने से लोग बाल-बाल बचे. गाड़ियों में फंसे लोगों को किसी तरह बाहर निकाला गया, लेकिन वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए. इस घटना के बाद ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर करीब 2 किमी. लम्बा जाम लग गया. साथ ही सैकड़ों वाहन जाम में फंसे रहे.
हालांकि, एनएच विभाग की ओर से मार्ग खोलने का कार्य किया जा रहा है. घटनास्थल पर पहाड़ी अभी भी दरक रही है. जिससे मार्ग खोलने में अभी भी 2 से 3 घंटे लग सकते हैं. फिलहाल जेसीबी मशीनों से मलबे को हटाया जा रहा है.
इसी तरह चम्पावत-टनकपुर राष्ट्रीय महामार्ग भी स्वांला और धौन के पास दो जगह भारी मलबा आने से घंटों बंद रहा. इस बीच रोडवेज बस के साथ कई टैक्सी वाहन दोनों जगह के बीच फंस गए. 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद एनएच और आलवेदर रोड के निर्माण कार्य में लगी कम्पनी ने मलबा हटाकर सड़क खोली.
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बरसात के बीच टनकपुर-चम्पावत एनएच 9 का सफर जोखिम भरा हो गया है. ऑलवेदर के निर्माण कार्य में लगी कम्पनी द्वारा अंधाधुंध सड़क कटिंग कार्य से पहाड़ियां कमजोर हो गयीं हैं, जिससे बरसात के दौरान लगातार भू-स्खलन हो रहा है.