चंपावतः पहाड़ी जिलों में लगातार 48 घंटे से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. कुमाऊं मंंडल के चंपावत के पहाड़ी क्षेत्र कालावाला के मैदानी भागों में भी हालात बेकाबू हो गए हैं. मंगलवार को एक घटना में पूर्णागिरि मार्ग पर बहने वाले किरोड़ा नाले पर बने रपटे पर पानी आने से एक जीप बह गई. जीप में सवार तीन लोगों को बड़ी मुश्किल से बचाया गया. इसके बाद जीप को क्रेन की सहायता से नाले से बाहर निकाला गया.
मंगलवार को बूम राफ्टिंग कैंप चलाने वाले राजू गड़कोटी एक हादसे का शिकार होते-होते बचे. जानकारी के तहत राजू गड़कोटी अपने 2 साथियों के साथ जीप से टनकपुर मंडी जा रहे थे. लेकिन थालखेड़ा गांव के पास किरोड़ा नाले में गाड़ी का पिछला टायर गड्ढे में फंस गया. इस दौरान वाहन पानी के बहाव में गदेरे की ओर बहने लगा.
वहीं वाहन में सवार एक युवक ने तो वाहन से कूदकर जान बचाई, लेकिन बाकी दो साथी वाहन समेत गदेरे में जा गिरे. हालांकि, गनीमत रही कि तीनों को मामूली चोटें ही आई हैं. वहीं, लगातार हो रही बारिश के चलते टनकपुर-चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग 09 भी पिछले 24 घंटे से बंद चल रहा है.
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पिछले 48 घंटे से चंपावत जिले के पहाड़ी इलाकों में हो रही भारी बारिश का असर अब जिले के मैदानी इलाके टनकपुर और बनबसा जैसे क्षेत्रों में भी दिखने लगा है. एक ओर जहां लगातार हो रही बारिश के कारण शारदा नदी उफान पर है, तो वहीं क्षेत्र में बहने वाले पहाड़ी नालों ने रौद्र रूप ले रखा है. शारदा नदी किनारे बसे लगभग दो दर्जन से ज्यादा गांव व बस्तियां भारी जलभराव का सामना कर रही हैं. मौसम विभाग द्वारा पूर्व में ही चेतावनी दिए जाने के बावजूद हालत बेकाबू होते नजर आ रहे हैं.