चंपावत: जिला वन सरपंच संगठन ने सरपंचों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार पर प्रशासन और पुलिस से तुरंत एक्शन लिए जाने की मांग की है. सरपंचों का कहना है कि वो नि:स्वार्थ भाव से जंगलों की सुरक्षा करते हैं. ऐसे में अगर जंगलों में कोई शरारती तत्व जंगलों को नुकसान पहुंचाता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई हो. साथ ही वन विभाग से जंगलों की सुरक्षा के लिए चौकीदारों की नियुक्ति की मांग की गई है.
वन सरपंच संगठन के जिलाध्यक्ष और खुनाड़ी धामीसौन के सरपंच दान सिंह कठायत की अगुवाई में सरपंचों का एक शिष्टमंडल तहसील पहुंचा और परगना अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के जरिए सरपंचों ने कहा कि चौकीदार नियुक्त न होने से वन संपदा और वनों को काफी नुकसान हो रहा है. इसके अलावा वन भूमि पर अवैध रूप से अतिक्रमण भी हो रहा है. इसकी पूरी जिम्मेदारी वन पंचायत और सरपंचों पर थोपी जाती है. उन्होंने कहा कि प्रशासन को अवैध कटान और जंगलों को नुकसान पहुंचाने वाले व्यक्तियों की फोटो देने के अलावा और कोई सबूत नहीं हैं.
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वन पंचायत सरपंचों की ये हैं मांगें
- वन पंचायत सरपंचों की मांग है कि अवैध कटान और जंगलों को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों का चालान हो,
- वसूली करने का प्रावधान तय किया जाए, जिससे ऐसे व्यक्तियों पर अंकुश लग सके और वन सुरक्षित रहें,
- वन पंचायतों के अंतर्गत आने वाले वनों की सुरक्षा के लिए चौकीदार नियुक्त किया जाए,
- जंगलों में हरे-भरे पेड़ों का अवैध कटान रोका जाए.
- अतिक्रमण करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ पुलिस, राजस्व विभाग, वन विभाग कार्रवाई करे और सरपंचों को विभागों का सहयोग मिले.
- जंगल में ड्यूटी करते समय अवैध पातन, अतिक्रमण, खनन, कटान करने वाले शरारती तत्वों द्वारा सरपंचों के साथ दुव्र्यवहार किए जाने पर प्रशासन द्वारा तुरंत कार्यवाही की जाए जिससे सरपंच निर्भीक होकर घने जंगलों की सुरक्षा कर सकें और आने वाली पीढ़ी के लिए जल, जंगल और पर्यावरण की सुरक्षा की जा सके.