चंपावत: प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने झोलाछाप डॉक्टरों पर नकेल कसने के लिए छापेमारी अभियान चलाया. जिसके तहत बुधवार को दो क्लीनिक सील किए गए. जबकि, अबतक चंपावत जिले में 11 क्लीनिक सील किए जा चुके हैं.
स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की संयुक्त टीम ने चंपावत मुख्य बाजार में चौहान क्लीनिक का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान बिना लाइसेंस के मरीजों का इलाज किया जा रहा था. जबकि पिछले 3 महीने से डॉक्टर नहीं है और एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी मरीजों का इलाज कर रहा था. वहीं, गोपाल दिनकर क्लीनिक में होलसेल दवाओं के लाइसेंस की आड़ में उपचार के साथ ही ड्रेसिंग भी किया जा रहा था. दोनों क्लीनिक में कोविड-19 के नियमों का भी उल्लंघन किया जा रहा था. बताया जा रहा है कि चिकित्सा उपकरणों को भी सैनिटाइज नहीं किया जा रहा था. साथ ही मौके पर सोशल-डिस्टेंसिग की धज्जियां उड़ाई जा रही थी.
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बता दें कि इससे पहले भी स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए पाटी ब्लॉक और लोहाघाट में तीन क्लीनिक सील किए. जबकि, बनबसा में 6 क्लीनिकों पर सील की कार्रवाई की गई. वहीं, एसीएमओ इंद्रजीत पांडे ने बताया कि दोनों क्लीनिक मानकों के अनुसार संचालित नहीं किए जा रहे थे. कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा था. जिस कारण दोनों क्लीनिक को सील किया गया है.