चंपावतः शिक्षा मंत्री और जिले के प्रभारी अरविंद पांडे ने पाटी में अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज का शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार नौनिहालों को बेहर शिक्षा देने के प्रति गंभीर है. अटल उत्कृष्ट विद्यालय (Atal Utkrisht Vidyalaya) से शैक्षिक स्तर में सुधार होगा. साथ ही कहा कि प्रदेश में जल्द ही फीस एक्ट लागू किया जाएगा.
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने 'गौरा देवी पर्यावरण जनजागरण यात्रा' के अंतर्गत चंपावत के लोहाघाट क्षेत्र के राजकीय इंटर कॉलेज चौड़ा मेहता और राजकीय इंटर कॉलेज पाटी में पौधरोपण किया. साथ ही अटल उत्कृष्ट विद्यालय का शुभारंभ भी किया. इस दौरान अरविंद पांडे ने कहा कि अटल उत्कृष्ट विद्यालय पहाड़ों से पलायन रोकने में सहायक सिद्ध होंगे. बच्चों को प्रशिक्षित शिक्षकों की ओर से उच्च गुणवत्तायुक्त शिक्षा मिलेगी.
ये भी पढ़ेंः 188 स्कूलों को अटल उत्कृष्ट विद्यालय के तौर पर किया जा रहा विकसित, 4,950 शिक्षकों ने किया आवेदन
उन्होंने कहा कि इससे उत्तराखंड में शिक्षा के नए उच्च मापदंड स्थापित होंगे. प्रदेश सरकार, राज्य में सभी को समान अवसर प्रदान करने, 'सबको शिक्षा अच्छी शिक्षा' प्रदान करने, शैक्षणिक कार्यों में उत्कृष्टता लाने, शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने और शिक्षा के उन्नयन के लिए कार्य कर रही है.
कोरोना की तीसरी लहर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार स्कूल खोलने पर विचार किया जाएगा. जब परिस्थितियां सामान्य होगी, तभी स्कूल खोले जाएंगे. उनकी पहली प्राथमिकता बच्चों का जीवन बचाना है. दुर्गम विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती संबंधी समस्या और अटल विद्यालयों में जिन सुविधाओं की कमी है, उन्हें दूर किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि जिले में अधिकारियों और कर्मचारियों की कमी को जल्द दूर किया जाएगा. कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए व्यवसायिक शिक्षा दी जाएगी. दुर्गम के स्कूलों में भी व्यवसायिक शिक्षा दी जाएगी. प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए एनसीईआरटी का सिलेबस लागू किया है. साथ ही फीस एक्ट बनाया गया है, जिसे जल्द लागू किया जाएगा.
ये भी पढ़ेंः खुशखबरी: 189 चयनित अटल उत्कृष्ट विद्यालयों को मिली CBSE से मान्यता
मंत्री पांडे ने कहा कि बॉर्डर घाटी क्षेत्रों में मौन (मधुमक्खी) पालन की काफी संभावनाएं हैं. चंपावत जिले में भी मौन पालन को लेकर उद्यान विभाग के माध्यम से कार्य किया जाएगा. इससे पहले अरविंद पांडे के नेतृत्व में रीठा साहिब गरुद्वारा परिसर में घास की कटाई की गई. साथ ही लोगों को भी सफाई के लिए प्रेरित किया गया. उसके बाद उन्होंने गुरुद्वारे में माथा टेक आशीर्वाद भी लिया.