चमोली: विश्व हिंदू परिषद, हिंदू जागरण मंच और बजरंग दल ने बदरीनाथ धाम में एक समुदाय विशेष के लोगों पर ईद की नमाज पढ़ने का आरोप लगाया है. विश्व हिंदू परिषद ने तो इस मामले पर चमोली जिले के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग भी की है. इस मामले में चमोली पुलिस की तरफ से बयान आया है.
बुधवार को सोशल मीडिया पर इस तरह की खबरें वायरल हो रही थी कि बदरीनाथ धाम में एक समुदाय विशेष के लोगों ने नमाज पढ़ी है. जबकि वहां पर कोरोना के कारण किसी को भी जाने की अनुमति नहीं है. चारधाम यात्रा स्थगित है, लेकिन फिर भी कुछ लोग वहां गए और उन्होंने बदरीनाथ धाम में ईद की नमाज पढ़ी. साथ ही कहा जा रहा था कि विद्यार्थी परिषद, हिन्दू जागरण मंच और बीजेपी के कार्यकर्ता बदरीनाथ धाम के लिए रवाना हो चुके हैं.
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वहीं इन अफवाहों को तब और बल मिल गया जब विहिप के अध्यक्ष राकेश चंद्र मैठाणी, हरि प्रसाद ममगाईं, देवी प्रसाद देवली, राठौर, अतुल शाह, शंभु प्रसाद पंत, हर्ष प्रसाद चमोली और वेद प्रकाश भट्ट की तरफ से एक ज्ञापन चमोली जिले के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज को दिया गया. ज्ञापन के जरिए बदरीनाथ धाम में नमाज पढ़ने का विरोध किया है.
मामला चमोली पुलिस के संज्ञान में आया. चमोली पुलिस भी अलर्ट हुई. चमोली पुलिस की तरफ से एक पत्र जारी किया गया. पत्र में लिखा गया है कि सोशल मीडिया पर बदरीनाथ में एक विशेष समुदाय के लोगों द्वारा नमाज पढ़ने का भ्रामक संदेश फैलाया जा रहा है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा, ये संदेश तथ्यहीन है. बदरीनाथ धाम में आस्था पथ नाम की जगह पर पार्किंग का निर्माण कार्य चल रहा है. इस निर्माण कार्य में विशेष समुदाय के कुछ मजदूर काम कर रहे हैं.
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चमोली पुलिस के मुताबिक ईद के मौके पर इन्हीं लोगों ने बिना लाउडस्पीकर, मौलवी की अनुपस्थिति में और बंद कमरों में कोविड नियमों का पालन करते हुए नमाज अदा की है. वैसे तथाकथित इन आरोपों की जांच के आदेश दिए गए हैं. यदि नियमों का उल्लंघन हुआ होगा तो उनके खिलाफ डीएम एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी. चमोली पुलिस ने जनता से अपील की है कि बिना सत्यता जाने इस प्रकार के भ्रामक संदेश सोशल मीडिया पर न डालें.