चमोली: नीती-माणा घाटी के जनजाति परिवारों ने भूमि पर कब्जा और पट्टेदारों को भूमिधरी का अधिकार दिए जाने की मांग उठाई है. इसी को लेकर उन्होंने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है.
उन्होंने कहा कि जिले की नीती और माणा घाटी में कई पीढ़ियों से जनजाति परिवार के ग्रामीण निवास करते हैं. लेकिन पुश्तैनी पड़ाव व प्रवास स्थलों पर आज तक उन्हें भूमिधरी का अधिकार नहीं मिल पाया है. जिस कारण जनजातियों के शीतकालीन प्रवास स्थल और भूमि राजस्व रिकार्ड में दर्ज नहीं हो पाए हैं.
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उन्होंने कहना है कि इस संबंध में पिछले साल तत्कालीन सचिव उत्तराखंड सुशील कुमार ने भी आदेश जारी किया था. लेकिन अभी तक भी इस ओर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. इस मौके पर जिला प्रधान संघ के महामंत्री व कागा के प्रधान पुष्कर सिंह राणा, बैशाख सिंह रावत, पूर्व दर्जाधारी ठाकुर सिंह राणा, लक्ष्मण सिंह रावत फरकिया, माणा गांव के प्रधान पीतांबर मोल्फा, मनोज सिंह रावत, धीरेंद्र गरोड़िया, आदि मौजूद थे.