चमोली: आपदा प्रभावित रैणी गांव के पास सड़क पर राहत कर्मियों के लिए युवा कांग्रेस की ओर से लगाए गए भंडारे को हटाने पर कांग्रेसियों और प्रशासन में तीखी नोकझोंक हुई. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार व प्रशासन की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि सरकार व प्रशासन खुद तो रेस्क्यू कर रहे जवानों व अन्य व्यक्तियों की व्यवस्था नहीं कर रहे हैं. ऐसे में सेवाभाव के लिए लगाए गए भंडारे को हटाया गया, तो कांग्रेस पार्टी यहीं पर धरना शुरू कर देगी.
दरअसल, ऋषिगंगा में आए सैलाब के बाद विभिन्न संगठनों ने यहां पर भंडारे का आयोजन किया है. वहीं युवा कांग्रेस की ओर से भी रैणी गांव में आठ फरवरी से भंडारा लगाया गया है. भंडारे में रेस्क्यू में लगे जवानों और लापता व्यक्तियों के स्वजनों को भोजन-पानी और चाय-नाश्ता की व्यवस्था की गई है. शनिवार को प्रशासन ने बिना अनुमति के लगाए गए भंडारे को हटाने के आदेश दिए. इस दौरान भंडारा हटाने आए पुलिसकर्मियों व कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प भी हुई.
ये भी पढ़ेंः CM ने माना ऋषिगंगा में बनी 400 मीटर लंबी झील, ग्राउंड जीरो का वैज्ञानिक करेंगे अध्ययन
वहीं, युवा कांग्रेस के अध्यक्ष संदीप भंडारी का कहना है कि आपदा प्रभावित क्षेत्र में आकर वह सेवाभाव से दूसरों की मदद कर रहे हैं. भंडारे में शामिल पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र भंडारी ने कहा कि सरकार के दबाव में आकर प्रशासन कांग्रेस का भंडारा हटाना चाहता है. इस मुद्दे पर वह आपदा प्रभावित क्षेत्र में ही धरना शुरू कर देंगे.
वहीं, मामले पर पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान ने कहा कि प्रशासन की ओर से तपोवन व रैणी में पूरी व्यवस्थाएं की गईं हैं. उन्होंने कहा कि बिना अनुमति के भंडारा लगाना गैरकानूनी है.