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Karnprayag Crisis: कर्णप्रयाग की दरारों का उच्च स्तरीय तकनीकी विशेषज्ञों का दल करेगा अध्ययन

नगर पालिका कर्णप्रयाग भी भूधंसाव की जद में है. जिसके अध्ययन के लिए वैज्ञानिकों की एक टीम पहुंची है, जो भूधंसाव पर अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपेगी. वहीं जोशीमठ भूधंसाव के बाद कर्णप्रयाग में भी भूधंसाव की स्थिति बनने पर लोग खौफ में हैं.

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Published : Feb 28, 2023, 12:48 PM IST

कर्णप्रयाग: जोशीमठ भूधंसाव के बाद कर्णप्रयाग भी इस समस्या से जूझ रहा है. यहां लगातार बढ़ रही दरारें लोगों को डरा रही हैं. जिसके बाद तकनीकी विशेषज्ञों का एक दल भूधंसाव पर अध्ययन के लिए पहुंचा है जो वहां के मौजूदा हालातों का जायजा लेगा. साथ ही किस कारण से भूधंसाव हो रहा है उस पर अध्ययन करेगा.

नगर पालिका कर्णप्रयाग में भूधंसाव की समस्या को लेकर उच्च स्तरीय तकनीकी विशेषज्ञों का सर्वेक्षण दल बीते दिन कर्णप्रयाग पहुंचा. दल ने प्रभावित क्षेत्रों में सर्वेक्षण कार्य शुरू कर दिया है. सर्वेक्षण टीम भूधंसाव कारणों का गहन अध्ययन करने के उपरांत शीघ्र ही अपनी रिपोर्ट शासन को प्रेषित करेगी. जिससे भूधंसाव समस्या का जल्द से जल्द निदान किया जा सके. सर्वेक्षण दल में उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिशासी निदेशक डॉ. पीयूष रौतेला, विशेषज्ञ डॉ. शांतनु सरकार, आईआईटी रुड़की से डॉ. शारदा प्रधान, सीबीआरआई से डॉ. कौशिक पंडित, जीएसआई से संदीप, पवन तथा आईआईआरएस से प्रसुन्न कुमार गुप्ता शामिल हैं.
पढ़ें-Joshimath Crisis: जोशीमठ में तबाही के संकेत! सिंहधार और नृसिंह मंदिर के बीच फूटी पानी की धार

सेव जोशीमठ टी शर्ट बनी आकर्षण का केन्द्र: भूधंसाव से जूझ रहे जोशीमठ नगर में इन दिनों टी शर्ट पर सेव जोशीमठ, सेव उत्तराखंड प्रिंट की गई टी शर्ट लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बनीं हुई हैं. टी शर्ट के फ्रंट पर दरकते जोशीमठ की तस्वीर के साथ SAVE JOSHIMATH का स्लोगन और पीछे की ओर SAVE UTTRAKHAND प्रिंट किया गया है. जोशीमठ में ये टीशर्ट युवाओं में खासी लोकप्रिय हो रही हैं.

रविग्राम के सचिन रावत, आयुष डिमरी और सुभम डिमरी ने बताया कि टी शर्ट के माध्यम से जोशीमठ को बचाने का संदेश दिया जा रहा है. बता दें कि जोशीमठ में भूधंसाव से दरारें लगातार बढ़ रही हैं. लोग राहत शिवरों में रह रहे हैं. सरकार की ओर से लोगों के विस्थापन के लिए कार्य किया जा रहा है. लोग सुरक्षित स्थानों पर विस्थापन की मांग कर रहे हैं.

कर्णप्रयाग: जोशीमठ भूधंसाव के बाद कर्णप्रयाग भी इस समस्या से जूझ रहा है. यहां लगातार बढ़ रही दरारें लोगों को डरा रही हैं. जिसके बाद तकनीकी विशेषज्ञों का एक दल भूधंसाव पर अध्ययन के लिए पहुंचा है जो वहां के मौजूदा हालातों का जायजा लेगा. साथ ही किस कारण से भूधंसाव हो रहा है उस पर अध्ययन करेगा.

नगर पालिका कर्णप्रयाग में भूधंसाव की समस्या को लेकर उच्च स्तरीय तकनीकी विशेषज्ञों का सर्वेक्षण दल बीते दिन कर्णप्रयाग पहुंचा. दल ने प्रभावित क्षेत्रों में सर्वेक्षण कार्य शुरू कर दिया है. सर्वेक्षण टीम भूधंसाव कारणों का गहन अध्ययन करने के उपरांत शीघ्र ही अपनी रिपोर्ट शासन को प्रेषित करेगी. जिससे भूधंसाव समस्या का जल्द से जल्द निदान किया जा सके. सर्वेक्षण दल में उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिशासी निदेशक डॉ. पीयूष रौतेला, विशेषज्ञ डॉ. शांतनु सरकार, आईआईटी रुड़की से डॉ. शारदा प्रधान, सीबीआरआई से डॉ. कौशिक पंडित, जीएसआई से संदीप, पवन तथा आईआईआरएस से प्रसुन्न कुमार गुप्ता शामिल हैं.
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सेव जोशीमठ टी शर्ट बनी आकर्षण का केन्द्र: भूधंसाव से जूझ रहे जोशीमठ नगर में इन दिनों टी शर्ट पर सेव जोशीमठ, सेव उत्तराखंड प्रिंट की गई टी शर्ट लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बनीं हुई हैं. टी शर्ट के फ्रंट पर दरकते जोशीमठ की तस्वीर के साथ SAVE JOSHIMATH का स्लोगन और पीछे की ओर SAVE UTTRAKHAND प्रिंट किया गया है. जोशीमठ में ये टीशर्ट युवाओं में खासी लोकप्रिय हो रही हैं.

रविग्राम के सचिन रावत, आयुष डिमरी और सुभम डिमरी ने बताया कि टी शर्ट के माध्यम से जोशीमठ को बचाने का संदेश दिया जा रहा है. बता दें कि जोशीमठ में भूधंसाव से दरारें लगातार बढ़ रही हैं. लोग राहत शिवरों में रह रहे हैं. सरकार की ओर से लोगों के विस्थापन के लिए कार्य किया जा रहा है. लोग सुरक्षित स्थानों पर विस्थापन की मांग कर रहे हैं.

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