थराली: धूप और बर्फ से ढकी पहाड़ी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. प्रदेश भर में स्कूल खुल चुके हैं. लोग अपने रोजमर्रा के कामों की ओर लौट रहे हैं. वहीं नीले आसमान के नीचे बर्फ की सफेद चादर किसी स्विट्जरलैंड से कम नहीं है. वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार बदलते मौसम के मिजाज और बर्फीली हवाओं से लोग परेशान हैं.
अब ऊंचाई में बसे ग्रामीणों को खाद्य संबंधी कठिनाइयों से भी जूझना पड़ रहा है.अत्यधिक बर्फबारी होने से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में फसलों को भी नुकसान पहुंचा है. ग्रामीणों को बारिश और बर्फबारी अधिक होने से चिंता सताने लगी है. वहीं बर्फ से लदे पर्यटन स्थल लोहाजंग, मुन्दोली, वांण में सैलानी कड़ाके की ठंड में बर्फ का लुत्फ उठा रहे हैं, छोटे बच्चे भी बर्फ में खेलते नजर आए.
यह भी पढे़ं-भीमताल डैम की दीवार में पड़ी दरारें, अधिकारी बोले- ऑल इज वेल
वहीं व्यवसायियों का कहना है कि प्रत्येक साल बर्फबारी का यूं ही नजारा रहा तो आने वाले समय में उत्तराखंड के पर्यटन स्थल सैलानियों से भरे रहेंगे, जिससे प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्र में बसे पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी.