थरालीः चमोली के देवाल सुदूरवर्ती गांव का राजकीय इंटर कॉलेज घेस अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. एक तरफ सरकार शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने की बात करती है. दूसरी तरफ शिक्षा विभाग व सरकार की लापरवाही के कारण बच्चों को बाहर खुले में पढ़ना पड़ रहा है. जबकि बच्चों के सामने टीचरों के लिए रखी कुर्सियां खाली हैं. विद्यालय के प्रधानाचार्य संदीप कुमार का कहना है कि विद्यालय में शिक्षकों की कमी है. वर्तमान में विद्यालय में 8 टीचर मौजूद हैं. विद्यालय में कक्षाओं की कमी है, इसलिए बच्चों को खुले में पढ़ाना पड़ रहा है.
जर्जर हालत में विद्यालयः उधर विकासनगर के कालसी ब्लॉक के हरिपुर राजकीय प्राथमिक विद्यालय का भवन जर्जर हो चुका है. भवन का निर्माण 1958 में किया गया था. वर्तमान में भवन की स्थिति काफी दयनीय हो चुकी है. छत से प्लास्टर लगातार गिर रहा है. जिससे कक्षा में बैठे छात्र छात्राओं के लिए खतरा बना रहता है. विद्यालय में एक कार्यालय व 4 कक्ष व एक अतिरिक्त कक्ष है. वह भी दयनीय स्थिति में है.
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हालत इतनी खराब है कि बारिश के दिनों में छत से पानी टपकता है, जिससे छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इस संबंध में विद्यालय प्रबंध समिति भी शिक्षा विभाग को अवगत करवा चुका है. जबकि उप शिक्षा अधिकारी द्वारा ब्लॉक प्रमुख से विद्यालय भवन को पुनर्निर्माण की मांग की गई है.