ETV Bharat / state

पुंछ राजौरी आतंकी हमले में चमोली का लाल बीरेंद्र सिंह शहीद, जम्मू से रुड़की लाया जा रहा पार्थिव शरीर

Birendra Singh martyred in Rajouri terrorist attack, Jammu Kashmir Poonch terrorist attack जम्मू कश्मीर के पुंछ राजौरी आतंकी हमले में उत्तराखंड का लाल भी शहीद हुआ है. शहीद बीरेंद्र सिंह चमोली के बमियाला गांव के रहने वाले थे. शहीद बीरेंद्र सिंह 15 वीं गढ़वाल रायफल में तैनात थे.

Jammu Kashmir Poonch terrorist attack
पुंछ आतंकी हमले में उत्तराखंड का लाल बीरेंद्र सिंह शहीद
author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Dec 22, 2023, 12:00 PM IST

Updated : Dec 22, 2023, 5:10 PM IST

चमोली: जम्मू कश्मीर के पुंछ में एक बार फिर से आतंकियों ने नापाक हरकत की है. पुंछ में आतंकवादियों ने सैन्य वाहन पर हमला किया. जिसमें पांच जवान शहीद हो गये हैं. इसके साथ ही दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गये हैं. पुंछ के राजौरी में सेना पर हुए आतंकी हमले में नारायणबगड़ विकासखंड के बमियाला गांव का जवान बीरेंद्र सिंह शहीद भी शहीद हुआ है. बीरेंद्र सिंह 15 वीं गढ़वाल रायफल में तैनात थे.

बमियाला ग्राम प्रधान कमल कांत टम्टा ने बताया पुंछ के राजौरी में सेना पर हुए आतंकी हमले में बीरेंद्र सिंह (पुत्र सुरेंद्र सिंह) के शहीद होने की सेना के उच्चाधिकारियों ने जानकारी दी. शहीद जवान के पार्थिव शरीर को रुड़की लाया जा रहा है. कल शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बमियाला पहुचेगा. शहीद बीरेंद्र अपने पीछे अपनी पत्नी और दो बेटियों को छोड़ गए हैं. शहीद बीरेंद्र के घर में उनके माता पिता, दो भाई और एक बहन है. उनके के पिता किसान है. माता गृहिणी हैं. बीरेंद्र के बड़े भाई आईटीबीपी में तैनात हैं. बहन की शादी हो चुकी है. भाई बहनों में नायक बीरेंद्र सिंह सबसे छोटे थे.

  • जम्मू कश्मीर के राजौरी में आंतकवादियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए भारतीय सेना में तैनात चमोली नारायणबगड निवासी वीर जवान बीरेन्द्र सिंह व अन्य सभी जवानों की शहादत को शत्-शत् नमन करते हुए उत्तराखण्ड पुलिस भावपूर्ण श्रद्धाजंलि अर्पित करती है।#IndianArmy pic.twitter.com/n3DFGPMhEU

    — Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) December 22, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बीरेंद्र सिंह के शहीद होने की खबर के बाद पूरे क्षेत्र में गम का माहौल है. हर कोई बीरेंद्र सिंह को याद कर रहा है. बीरेंद्र सिंह के शहीद होने की खबर के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. फिलहाल, अभी बीरेंद्र सिंह के पार्थिव शरीर को जम्मू से रुड़की लाया जा रहा है. जहां से बीरेंद्र सिंह से पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव भेजा जाएगा.
पढे़ं- सेना के वाहनों पर हमले के बाद राजौरी में आतंकी हमले वाली जगह पर तलाशी अभियान जारी

बता दें पुंछ के राजौरी में बीते रोज आतंवादियों ने घात लगाकर सेना की दो गाड़ियों पर हमला किया. घटना के अंजाम देने वाले आतंकी भारी हथियारों से लैस थे. आतंकियों ने सेना की गाड़ियों पर जमकर फायरिंग की, जिसके बाद सेना ने भी जवाबी फायरिंग की. इस फायरिंग में सेना के 4 जवान शहीद हो गये, जबकि तीन जवान गंभीर रूप से घायल हो गए. बताया जा रहा है कि सेना की गाड़ियां थानामंडी सूरनकोट क्षेत्र में एक संयुक्त चेकिंग अभियान के लिए पहुंची थी. गुरुवार दोपहर 3.45 मिनट पर सेना की गाड़ियां ऑपरेशन साइट पर पहुंची थी. वाहनों के पहुंचते ही आतंकियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें चार जवान शहीद हो गए.

इस साल 19 सुरक्षाकर्मी हुये शहीद: बता दें राजौरी, पुंछ जैसे इलाकों में लागातार आतंकी घटनाएं हो रही हैं. इस साल इन इलाकों में हुई मुठभेड़ों में अब तक 19 सुरक्षाकर्मी शहीद हो चुके हैं. जबकि 28 आतंकवादी भी इन मुठभेड़ों में मारे गये हैं. अक्टूबर 2021 में वन क्षेत्र में आतंकवादियों के दो अलग-अलग हमलों में नौ सैनिक शहीद हुए थे. चमरेर में 11 अक्टूबर को एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) सहित पांच सैन्यकर्मी शहीद हुए. 14 अक्टूबर को एक निकटवर्ती जंगल में एक जेसीओ और तीन सैनिकों ने जान गंवाई थी.

चमोली: जम्मू कश्मीर के पुंछ में एक बार फिर से आतंकियों ने नापाक हरकत की है. पुंछ में आतंकवादियों ने सैन्य वाहन पर हमला किया. जिसमें पांच जवान शहीद हो गये हैं. इसके साथ ही दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गये हैं. पुंछ के राजौरी में सेना पर हुए आतंकी हमले में नारायणबगड़ विकासखंड के बमियाला गांव का जवान बीरेंद्र सिंह शहीद भी शहीद हुआ है. बीरेंद्र सिंह 15 वीं गढ़वाल रायफल में तैनात थे.

बमियाला ग्राम प्रधान कमल कांत टम्टा ने बताया पुंछ के राजौरी में सेना पर हुए आतंकी हमले में बीरेंद्र सिंह (पुत्र सुरेंद्र सिंह) के शहीद होने की सेना के उच्चाधिकारियों ने जानकारी दी. शहीद जवान के पार्थिव शरीर को रुड़की लाया जा रहा है. कल शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बमियाला पहुचेगा. शहीद बीरेंद्र अपने पीछे अपनी पत्नी और दो बेटियों को छोड़ गए हैं. शहीद बीरेंद्र के घर में उनके माता पिता, दो भाई और एक बहन है. उनके के पिता किसान है. माता गृहिणी हैं. बीरेंद्र के बड़े भाई आईटीबीपी में तैनात हैं. बहन की शादी हो चुकी है. भाई बहनों में नायक बीरेंद्र सिंह सबसे छोटे थे.

  • जम्मू कश्मीर के राजौरी में आंतकवादियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए भारतीय सेना में तैनात चमोली नारायणबगड निवासी वीर जवान बीरेन्द्र सिंह व अन्य सभी जवानों की शहादत को शत्-शत् नमन करते हुए उत्तराखण्ड पुलिस भावपूर्ण श्रद्धाजंलि अर्पित करती है।#IndianArmy pic.twitter.com/n3DFGPMhEU

    — Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) December 22, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बीरेंद्र सिंह के शहीद होने की खबर के बाद पूरे क्षेत्र में गम का माहौल है. हर कोई बीरेंद्र सिंह को याद कर रहा है. बीरेंद्र सिंह के शहीद होने की खबर के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. फिलहाल, अभी बीरेंद्र सिंह के पार्थिव शरीर को जम्मू से रुड़की लाया जा रहा है. जहां से बीरेंद्र सिंह से पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव भेजा जाएगा.
पढे़ं- सेना के वाहनों पर हमले के बाद राजौरी में आतंकी हमले वाली जगह पर तलाशी अभियान जारी

बता दें पुंछ के राजौरी में बीते रोज आतंवादियों ने घात लगाकर सेना की दो गाड़ियों पर हमला किया. घटना के अंजाम देने वाले आतंकी भारी हथियारों से लैस थे. आतंकियों ने सेना की गाड़ियों पर जमकर फायरिंग की, जिसके बाद सेना ने भी जवाबी फायरिंग की. इस फायरिंग में सेना के 4 जवान शहीद हो गये, जबकि तीन जवान गंभीर रूप से घायल हो गए. बताया जा रहा है कि सेना की गाड़ियां थानामंडी सूरनकोट क्षेत्र में एक संयुक्त चेकिंग अभियान के लिए पहुंची थी. गुरुवार दोपहर 3.45 मिनट पर सेना की गाड़ियां ऑपरेशन साइट पर पहुंची थी. वाहनों के पहुंचते ही आतंकियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें चार जवान शहीद हो गए.

इस साल 19 सुरक्षाकर्मी हुये शहीद: बता दें राजौरी, पुंछ जैसे इलाकों में लागातार आतंकी घटनाएं हो रही हैं. इस साल इन इलाकों में हुई मुठभेड़ों में अब तक 19 सुरक्षाकर्मी शहीद हो चुके हैं. जबकि 28 आतंकवादी भी इन मुठभेड़ों में मारे गये हैं. अक्टूबर 2021 में वन क्षेत्र में आतंकवादियों के दो अलग-अलग हमलों में नौ सैनिक शहीद हुए थे. चमरेर में 11 अक्टूबर को एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) सहित पांच सैन्यकर्मी शहीद हुए. 14 अक्टूबर को एक निकटवर्ती जंगल में एक जेसीओ और तीन सैनिकों ने जान गंवाई थी.

Last Updated : Dec 22, 2023, 5:10 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.