चमोली: प्रसिद्ध तीर्थ बदरीनाथ धाम (Badrinath Dham) में देर रात से बर्फबारी (Season first snowfall in Badrinath Dham) जारी है. बर्फबारी से बदरीपुरी पूरी तरह से सफेद चादर में लिपट गई है. धाम में सीजन की पहली जबरदस्त बर्फबारी से यहां के नजारे काफी खूबसूरत नजर आने लगे हैं. वहीं, श्रद्धालुओं में भी बर्फबारी को लेकर काफी उत्साह नजर आ रहा है. बर्फबारी से बदरीनाथ धाम में ठंड काफी बढ़ गई है.
बता दें इस समय बदरीनाथ धाम की यात्रा अपने अंतिम दौर में चल रही है. बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर को बंद होने हैं. इस बीच यहां मौसम ने करवट बदली है. बर्फबारी शुरू होने के चलते तापमान लुढ़क गया है. बदरीनाथ धाम में मौसम पूरी तरह से सर्द हो चुका है. बदरीनाथ धाम में कड़ाके की ठंड और बढ़ गई है.
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बदरीनाथ धाम पहुंचे तीर्थयात्री बर्फ़बारी को देख ख़ासे रोमांचित हो रहे हैं. धाम में पड़ रही कड़ाके की ठंड के बावजूद भी बर्फ़बारी का आनंद उठाने लोग बाहर निकल रहे हैं. तीर्थयात्रियों का कहना हैं कि उन्हें उम्मीद ही नहीं थी कि यहां पहुंचकर उन्हें बर्फ़ देखने को मिलेगी. मंदिर के आसपास क़रीब डेढ इंच बर्फ़ जमी हुई है. बता दें चमोली में लगातार दो दिन से मौसम बदल रहा है. ऊंचाई वाले इलाकों में लगातार बर्फबारी जारी है. निचले इलाकों में दिन में धूप खिलने से ठंड से थोड़ी बहुत राहत भी मिल रही है.
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने किए बदरीनाथ के दर्शन: बर्फबारी के बीच भी ऋद्धालुओं का बदरीनाथ पहुंचना जारी है. आज विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने भी बदरीनाथ धाम में दर्शन किए. ऋतु खंडूड़ी ने ट्वीट कर बताया कि भगवान बदरीविशाल के दर्शन कर भारत के प्रथम गांव माणा का भ्रमण किया. जय बद्री विशाल.
कहां है बदरीनाथ धाम?: बदरीनाथ उत्तराखंड के हिमालय क्षेत्र में 3415 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. बदरीनाथ, गढ़वाल मंडिल के चमोली जिले में स्थित है. यह ऋषिकेश से लगभग 301 किमी और दिल्ली से 525 किलोमीटर की दूरी पर है.
कैसे पहुंचें बदरीनाथ
हवाई मार्ग से ऐसे पहुंचें बदरीनाथ: बदरीनाथ से निकटतम हवाई अड्डा देहरादून जिले में ऋषिकेश के पास जॉलीग्रांट है. जॉलीग्रांट ऋषिकेश से सिर्फ 26 किमी दूर स्थित है. हवाई अड्डे से, यात्रियों को बदरीनाथ पहुंचने के लिए टैक्सी या बस सेवा लेनी होती है. यहां से जोशीमठ के लिए नियमित बस सेवाएं हैं.
ट्रेन द्वारा ऐसे पहुंचें बदरीनाथ: बदरीनाथ धाम से सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश (297 किलोमीटर), हरिद्वार (324 किलोमीटर) और कोटद्वार (327 किलोमीटर) हैं. यहां से कैब के द्वारा या फिर बस द्वारा बदरीनाथ धाम पंहुचा जा सकता है. यदि आप ट्रेन से बदरीनाथ जाना चाहते हैं तो हरिद्वार और ऋषिकेश सबसे सुविधाजनक हैं. ये दोनों स्टेशन भारत के सभी भागों से कई ट्रेनों द्वारा जुड़े हुए हैं. यहां से आपको निजी वाहन या बस का सहारा लेना होगा.
सड़क मार्ग से ऐसे पहुंचें बदरीनाथ: सड़क मार्ग से बदरीनाथ धाम आसानी से पहुचा जा सकता है. यह दिल्ली से 525 किलोमीटर और ऋषिकेश से 296 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. दिल्ली, हरिद्वार और ऋषिकेश से बदरीनाथ के लिए नियमित अंतराल पर बसें चलती रहती हैं. जोशीमठ के बाद सड़क संकरी है. सूर्यास्त के बाद सड़क मार्ग पर यात्रा करने की अनुमति नहीं होती है. इसलिए यदि कोई ऋषिकेश बस स्टेशन पर बदरीनाथ के लिए बस लेने से चूक जाता है, तो उसे रुद्रप्रयाग, चमोली या जोशीमठ तक की बस लेनी पड़ेगी. यहां से बदरीनाथ तक बस या कैब के द्वारा सफ़र करना पड़ेगा.
यात्रा सीजन में बदरीनाथ तक हेली सेवा: चारधाम यात्रा शुरू होते ही बदरीनाथ धाम तक हेली सेवा उपलब्ध होती है. आप ऋषिकेश या गौचर से बदरीनाथ तक हवाई सेवा ले सकते हैं. चारधाम यात्रा संपन्न होने के बाद हेली सेवा भी बंद हो जाती है.