जोशीमठः रैणी गांव में दैवीय आपदा का आज पांचवा दिन है. SDRF की 8 टीमों सहित तमाम टीमें रेस्क्यू अभियान में शामिल हैं. SDRF टीम रैणी गांव से लेकर श्रीनगर तक सर्च कार्य कर रही है. अभी तक 34 शव बरामद हो चुके हैं. जबकि 170 से ज्यादा लोग लापता हैं.
सर्चिंग कार्य के लिए सेनानायक नवनीत सिंह भुल्लर ने SDRF की आठ टीमों का गठन किया है. वर्तमान में SDRF उत्तराखंड पुलिस की 8 टीमें सर्चिंग कार्य रही हैं. समय की महत्ता को देखते हुए और सर्चिंग को गति देने के लिए ड्रोन और मोटरबोट से भी सर्चिंग की जा रही है. साथ ही SDRF डॉग स्क्वाड टीम भी मौके पर पहुंची है.
सभी संभावित स्थानों में सर्चिंग की जा रही है. अलकनंदा के तटों पर बायनाकुलर से भी सर्च अभियान जारी है. SDRF फ्लड टीम द्वारा श्रीनगर जलभराव क्षेत्र में सोनार सिस्टम द्वारा भी सर्चिंग किया जा रहा है.
पढ़ेंः जलप्रलय की जिम्मेदार खो चुकी न्यूक्लियर डिवाइस तो नहीं? जानिए रैणी गांव के लोगों की राय
इस जल प्रलय के रेस्क्यू ऑपरेशन में 600 से अधिक सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के जवान बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. ये जवान बाढ़ से प्रभावित और संपर्क से बाहर हुए गांवों में खाना, दवाईयां और अन्य जरूरी चीजें भी पहुंचा रहे हैं. इस आपदा में अभी तक 34 शव बरामद हो चुके हैं. जबकि 10 शवों की शिनाख्त हो चुकी है. वहीं 171 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं.