देहरादून: अगले महीने से प्रदेश में चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है, जिसको लेकर राज्य सरकार तैयारियों में जुटी हुई है. वहीं जोशीमठ में हाईवे पर दरार होने के कारण चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. लेकिन पुलिस और प्रशासन ने मिलकर दरारों की समस्या को दूर करने के लिए निर्णय लिया है जिसके अंतर्गत जोशीमठ पर वाहनों का दबाव कम किया जाएगा. हेलंग से कुछ दूरी पर एक-एक कर वाहनों को गुजारा जाएगा, ताकि क्षतिग्रस्त मार्ग पर ज्यादा दबाव नहीं पड़े. इस व्यवस्था के लिए शहर के दोनों और चेकपोस्ट और अस्थाई पार्किंग बनाई जाएगी.
जोशीमठ ही एकमात्र रास्ता: बता दें कि बदरीनाथ धाम जाने के लिए जोशीमठ से गुजरना पड़ता है. इसके अलावा कोई अन्य मार्ग इस धाम तक पहुंचने के लिए नहीं है. वहीं पिछले दिनों से बड़ी-बड़ी दरारें आने से यह मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है. हालांकि पिछले दिनों इन दरारों को अस्थाई तौर पर भरा भी गया है. लेकिन माना जा रहा है कि यह मार्ग भारी यातायात का दबाव नहीं झेल सकता.
गूगल मैप से मिलेगी रूट की जानकारी: चारधाम यात्रा मार्ग पर मलबा आने, हादसा होने या फिर मौसम खराब होने की दशा में मार्ग को डायवर्ट किया जाता है. इसके लिये यातायात पुलिस ने गूगल मैप के अधिकारियों के साथ मिलकर कार्य योजना तैयार की है. जिसमें किसी भी दबाव की जानकारी सबसे पहले पुलिस को मिलती है और यह जानकारी तत्काल गूगल मैप की टीम को भेजी जाएगी. गूगल मैप तुरंत लोकेशन के साथ इस जगह को अपलोड करेगा और इसके बाद गूगल मैप पर वैकल्पिक मार्ग की जानकारी भी अपलोड की जाएगी ताकि लोग रास्ते को बदल सकें.
Badrinath NH Cracks Treatment: जोशीमठ में बदरीनाथ हाईवे पर आई दरारों का ट्रीटमेंट जारी, हाईवे को खतरा नहीं- SDM
बदरीनाथ हाईवे पर एक-एक कर होगी वाहनों की निकासी: आईजी गढ़वाल रेंज करन नगन्याल ने बताया कि," चारधाम यात्रा में बदरीनाथ महत्वपूर्ण धाम है जहां पर श्रद्धालु अधिकतर जाते हैं. इस बार मार्ग पर दरारें आने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जिसके चलते पुलिस और प्रशासन के द्वारा व्यवस्था की गई है कि जोशीमठ में वाहनों का दबाव कम किया जाएगा. इसके लिए हेलंग से चढ़ाई के बाद कस्बा क्षेत्र से कुछ आगे की ओर मारवाड़ी मोड़ और दूसरी ओर जहां मुख्य मार्ग खत्म होता है, वहां एक चेक पोस्ट बनाई जाएगी. ताकि एक-एक कर वाहनों को गुजारा जाए. इसे अस्थाई पार्किंग के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा. जिससे लोग वाहन पार्क करने का इंतजार कर सकें. साथ ही भीड़ ज्यादा बढ़ती है तो एकल मार्ग भी बनाया जा सकता है. यानी एक तरफ ही ट्रैफिक बारी-बारी से चलेगा."