थराली: कर्णप्रयाग-ग्वालदम मोटरमार्ग चौड़ीकरण के दौरान बड़ी मात्रा में मलबा सड़क किनारे फेंका जा रहा है. इस मलबे के कारण कई जगहों पर कीचड़ जैसी समस्या उत्पन्न हो गई है. इस कारण वाहन चालक और यात्री परेशानियों का सामना करते हुए इस मार्ग से गुजर रहे हैं. वहीं, कई दोपहिया वाहन इस मलबे में फिसलकर दुर्घटनाग्रस्त भी हो चुके हैं. जबकि, बीआरओ लोगों की इस समस्या को नजरअंदाज करता दिख रहा है.
बीते दिनों ही इसी सड़क मार्ग पर उत्तराखंड परिवहन निगम की रोडवेज बस और एक मैक्स पिकअप भी दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. लेकिन, बीआरओ इन दुर्घटनाओं के बावजूद भी कोई सुधार नहीं कर रहा है. कर्णप्रयाग-ग्वालदम मोटरमार्ग का रखरखाव सीमा सड़क संगठन के पास है, जहां 60 किलोमीटर सड़क के चौड़ीकरण का कार्य पिछले 6 वर्षों से भी अधिक समय से चल रहा है.
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स्थानीय लोगों ने बताया कि इन दिनों पाला अधिक पड़ता है जिस कारण सड़क पर वाहन फिसल जाते हैं. इन स्थानों पर वाहनों के फिसलने या टकराने का खतरा है. यदि मलबा और कीचड़ इन स्थानों से हटाया नहीं जाता है तो कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है.
बीआरओ के कमान अधिकारी ने बताया कि जल्द ही डेंजर स्पॉट से मलबा हटा लिया जाएगा. कीचड़ वाले स्थानों पर मशीन से साफ कर लिया जाएगा. साल 2022 तक ग्वालदम से कर्णप्रयाग तक का सड़क विस्तारीकरण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा. मार्च-अप्रैल तक बीआरओ 10 किमी सड़क को फाइनल कर देगा. साथ ही सड़क किनारे पड़े मलबे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि बीआरओ द्वारा इस मलबे को हटाने का काम किया जा रहा है.