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सड़क किनारे पड़ा मलबा बन रहा दुर्घटना का कारण, लोगों में आक्रोश

ऑल वेदर रोड निर्माण के चलते बीआरओ द्वारा मलबा सड़क किनारे फेंका जा रहा है. इस कारण कई वाहन दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं.

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मलबा बन रहा दुर्घटना का कारण
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Published : Jan 23, 2020, 1:27 PM IST

थराली: कर्णप्रयाग-ग्वालदम मोटरमार्ग चौड़ीकरण के दौरान बड़ी मात्रा में मलबा सड़क किनारे फेंका जा रहा है. इस मलबे के कारण कई जगहों पर कीचड़ जैसी समस्या उत्पन्न हो गई है. इस कारण वाहन चालक और यात्री परेशानियों का सामना करते हुए इस मार्ग से गुजर रहे हैं. वहीं, कई दोपहिया वाहन इस मलबे में फिसलकर दुर्घटनाग्रस्त भी हो चुके हैं. जबकि, बीआरओ लोगों की इस समस्या को नजरअंदाज करता दिख रहा है.

मलबा बन रहा दुर्घटना का कारण

बीते दिनों ही इसी सड़क मार्ग पर उत्तराखंड परिवहन निगम की रोडवेज बस और एक मैक्स पिकअप भी दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. लेकिन, बीआरओ इन दुर्घटनाओं के बावजूद भी कोई सुधार नहीं कर रहा है. कर्णप्रयाग-ग्वालदम मोटरमार्ग का रखरखाव सीमा सड़क संगठन के पास है, जहां 60 किलोमीटर सड़क के चौड़ीकरण का कार्य पिछले 6 वर्षों से भी अधिक समय से चल रहा है.

ये भी पढ़ें: देहरादून: पुलिस मुख्यालय में महिला सुरक्षा को लेकर अहम बैठक

स्थानीय लोगों ने बताया कि इन दिनों पाला अधिक पड़ता है जिस कारण सड़क पर वाहन फिसल जाते हैं. इन स्थानों पर वाहनों के फिसलने या टकराने का खतरा है. यदि मलबा और कीचड़ इन स्थानों से हटाया नहीं जाता है तो कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है.

बीआरओ के कमान अधिकारी ने बताया कि जल्द ही डेंजर स्पॉट से मलबा हटा लिया जाएगा. कीचड़ वाले स्थानों पर मशीन से साफ कर लिया जाएगा. साल 2022 तक ग्वालदम से कर्णप्रयाग तक का सड़क विस्तारीकरण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा. मार्च-अप्रैल तक बीआरओ 10 किमी सड़क को फाइनल कर देगा. साथ ही सड़क किनारे पड़े मलबे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि बीआरओ द्वारा इस मलबे को हटाने का काम किया जा रहा है.

थराली: कर्णप्रयाग-ग्वालदम मोटरमार्ग चौड़ीकरण के दौरान बड़ी मात्रा में मलबा सड़क किनारे फेंका जा रहा है. इस मलबे के कारण कई जगहों पर कीचड़ जैसी समस्या उत्पन्न हो गई है. इस कारण वाहन चालक और यात्री परेशानियों का सामना करते हुए इस मार्ग से गुजर रहे हैं. वहीं, कई दोपहिया वाहन इस मलबे में फिसलकर दुर्घटनाग्रस्त भी हो चुके हैं. जबकि, बीआरओ लोगों की इस समस्या को नजरअंदाज करता दिख रहा है.

मलबा बन रहा दुर्घटना का कारण

बीते दिनों ही इसी सड़क मार्ग पर उत्तराखंड परिवहन निगम की रोडवेज बस और एक मैक्स पिकअप भी दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. लेकिन, बीआरओ इन दुर्घटनाओं के बावजूद भी कोई सुधार नहीं कर रहा है. कर्णप्रयाग-ग्वालदम मोटरमार्ग का रखरखाव सीमा सड़क संगठन के पास है, जहां 60 किलोमीटर सड़क के चौड़ीकरण का कार्य पिछले 6 वर्षों से भी अधिक समय से चल रहा है.

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स्थानीय लोगों ने बताया कि इन दिनों पाला अधिक पड़ता है जिस कारण सड़क पर वाहन फिसल जाते हैं. इन स्थानों पर वाहनों के फिसलने या टकराने का खतरा है. यदि मलबा और कीचड़ इन स्थानों से हटाया नहीं जाता है तो कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है.

बीआरओ के कमान अधिकारी ने बताया कि जल्द ही डेंजर स्पॉट से मलबा हटा लिया जाएगा. कीचड़ वाले स्थानों पर मशीन से साफ कर लिया जाएगा. साल 2022 तक ग्वालदम से कर्णप्रयाग तक का सड़क विस्तारीकरण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा. मार्च-अप्रैल तक बीआरओ 10 किमी सड़क को फाइनल कर देगा. साथ ही सड़क किनारे पड़े मलबे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि बीआरओ द्वारा इस मलबे को हटाने का काम किया जा रहा है.

Intro:थराली/ सीमा सड़क संगठन द्वारा कर्णप्रयाग-ग्वालदम मोटर मार्ग चौड़ीकरण के दौरान बड़ी मात्रा में मलबा सड़क के किनारों पर ही छोड़ दिया जा रहा है, इस छोड़े मलबे से कई जगहों पर सड़क में कीचड़ फैला हुआ है जिससे वाहन चालकों और यहां से गुजरने वाले यात्रियों को जान हथेली पर रखकर फिलहाल इस मार्ग से गुजरना पड़ रहा है पिछले दिनों हुई बारिश और सड़क किनारे रखे मलबे से बने कीचड़ में वाहन फिसलने का डर बना हुआ है ,इससे भी ज्यादा दिक्कत टूव्हीलर चलाने वाले लोगो के लिए है जो अक्सर इस कीचड़ की चपेट में आकर दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं लेकिन सड़क निर्माण कार्य कर रही बीआरओ को शायद ये डेंजर स्पॉट नजर नही आते ,इससे भी बड़ी बात ये है कि बीते दिनों ही इसी सड़क मार्ग पर उत्तराखंड परिवहन निगम की रोडवेज बस का अगला पहिया सड़क के एक हिस्से में मलबा पड़ा होने की वजह से सड़क से बाहर हो गया था इसके बाद एक अन्य मैक्स पिकअप भी यहीं बैनोली के समीप सड़क संकरी होने की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हो गया था लेकिन बावजूद इसके अभी भी कई जगह इसी तरह दुर्घटनाओं को दावत दी रहे डेंजर स्पॉट बने हुए हैं जिन्हें बीआरओ ने अभी भी ठीक नहीं किया हैBody:स्थान/ थराली

रिपोर्ट/ गिरीश चंदोला

स्लग-हादसों को दावत




एंकर-सीमा सड़क संगठन द्वारा कर्णप्रयाग-ग्वालदम मोटर मार्ग चौड़ीकरण के दौरान बड़ी मात्रा में मलबा सड़क के किनारों पर ही छोड़ दिया जा रहा है, इस छोड़े मलबे से कई जगहों पर सड़क में कीचड़ फैला हुआ है जिससे वाहन चालकों और यहां से गुजरने वाले यात्रियों को जान हथेली पर रखकर फिलहाल इस मार्ग से गुजरना पड़ रहा है पिछले दिनों हुई बारिश और सड़क किनारे रखे मलबे से बने कीचड़ में वाहन फिसलने का डर बना हुआ है ,इससे भी ज्यादा दिक्कत टूव्हीलर चलाने वाले लोगो के लिए है जो अक्सर इस कीचड़ की चपेट में आकर दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं लेकिन सड़क निर्माण कार्य कर रही बीआरओ को शायद ये डेंजर स्पॉट नजर नही आते ,इससे भी बड़ी बात ये है कि बीते दिनों ही इसी सड़क मार्ग पर उत्तराखंड परिवहन निगम की रोडवेज बस का अगला पहिया सड़क के एक हिस्से में मलबा पड़ा होने की वजह से सड़क से बाहर हो गया था इसके बाद एक अन्य मैक्स पिकअप भी यहीं बैनोली के समीप सड़क संकरी होने की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हो गया था लेकिन बावजूद इसके अभी भी कई जगह इसी तरह दुर्घटनाओं को दावत दी रहे डेंजर स्पॉट बने हुए हैं जिन्हें बीआरओ ने अभी भी ठीक नहीं किया है स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार सड़क काफी संकरी होने के कारण इन स्थानों पर दुर्घटना होते होते बची है। सड़क निर्माण एजेंसी को कई बार लिखित व मौखिक रूप से मलवा हटाने का आग्रह किया गया है, लेकिन यह नही हो पा रहा है। जिसे लेकर लोगो मे खासा रोष है।


V O कर्णप्रयाग- ग्वालदम मोटर मार्ग का रखरखाव सीमा सड़क संगठन के पास है,जहां 60 किलोमीटर सड़क के चौड़ीकरण का कार्य पिछले 6 वर्षों से भी अधिक समय से जारी है जो अभी तक भी पूरा नहीं हो पाया है। सीमा सड़क संगठन ने सड़क की कटाई के दौरान जो मलवा निकला उसे डंपिंग जोन में डालने के बजाए उन्हीं स्थानों पर छोड़ दिया है जो थराली से ग्वालदम के बीच कई स्थानों पर लम्बे समय से पड़ा हुआ है । इन स्थानों पर सड़क काफी संकरी हो गई है जिस कारण ये सड़क दुर्घटनाओं का सबब बन सकती है ,स्थानीय लोगो का कहना है कि इन दिनों पाला अधिक पड़ता है जिस कारण सड़क पर वाहन फिसल जाते हैं। वाहन चालकों का कहना है कि इन स्थानों पर वाहनों के फिसलने या टकराने का खतरा है। यदि मलवा और कीचड़ इन स्थानों से हटाया नहीं जाता है तो कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है । लोगों में इस बात को भी लेकर भी रोष है कि जहां ऑल वेदर रोड का काम 1 से 2 साल के अंदर पूरा होने को है वही मात्र 60 किलोमीटर की सड़क सीमा सड़क संगठन पिछले 6 वर्षों में ठीक नहीं कर पाया है, जो कभी भी भड़क सकता है। हालांकि इन सबके बीच सड़क का निरीक्षण करने पहुंचे बीआरओ के कमान अधिकारी ने आस्वस्त करते हुए कहा कि जल्द ही डेंजर स्पॉट से मलबा हटा लिया जाएगा और कीचड़ वाले स्थानों पर मशीन से साफ कर लिया जाएगा उन्होंने बताया कि 2022 तक ग्वालदम से कर्णप्रयाग तक का सड़क विस्तारीकरण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा


Vo-स्थानीय लोगों का कहना है तलवाड़ी से मींग गधेरे तक सड़क कटिंग का मलबा बहुत जगहों पर सड़क में ही छोड़ा जा रहा है और सड़क में हुए कीचड़ से वाहनों के रपटने और फिसलन का खतरा बना हुआ है बीआरओ को चाहिए कि मशीनों की मदद से सड़क के कीचड़ ओर मलबे को हटाया जाए साथ ही उन्होंने कहा कि बीआरओ द्वारा डंपिंग जोन में क्षमता से अधिक मलबा डाला जा रहा है जिससे बरसात में खतरा बढ़ गया है

Byte-bharat sainjwal स्थानीय

Vo-वहीं बीआरओ के कमान अधिकारी ने कहा कि मार्च अप्रैल तक बीआरओ 10 किमी सड़क को फाइनल कर देगा ,साथ ही सड़क किनारे पड़े मलबे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि बीआरओ द्वारा इस मलबे को हटाने का काम किया जा रहा है

Byte-नागेन्द्र कुमार कमान अधिकारी बीआरओConclusion:Vo-स्थानीय लोगों का कहना है तलवाड़ी से मींग गधेरे तक सड़क कटिंग का मलबा बहुत जगहों पर सड़क में ही छोड़ा जा रहा है और सड़क में हुए कीचड़ से वाहनों के रपटने और फिसलन का खतरा बना हुआ है बीआरओ को चाहिए कि मशीनों की मदद से सड़क के कीचड़ ओर मलबे को हटाया जाए साथ ही उन्होंने कहा कि बीआरओ द्वारा डंपिंग जोन में क्षमता से अधिक मलबा डाला जा रहा है जिससे बरसात में खतरा बढ़ गया है

Byte-bharat sainjwal स्थानीय

Vo-वहीं बीआरओ के कमान अधिकारी ने कहा कि मार्च अप्रैल तक बीआरओ 10 किमी सड़क को फाइनल कर देगा ,साथ ही सड़क किनारे पड़े मलबे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि बीआरओ द्वारा इस मलबे को हटाने का काम किया जा रहा है

Byte-नागेन्द्र कुमार कमान अधिकारी बीआरओ
Byte नागेन्द्र कुमार कमान ,अधिकारी BRO
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