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माउंट त्रिशूल एवलॉन्च: 7120 मीटर ऊंची त्रिशूल चोटी पर लापता दो लोगों की तलाश जारी

माउंट त्रिशूल पर्वत को फतह करने के लिए गया 10 सदस्यीय दल एवलॉन्च की चपेट में आ गया था. रेस्क्यू टीम आज चार पर्वतारोहियों के शवों को हेलीकॉप्टर से लेकर जोशीमठ पहुंची है. वहीं, लापता दो लोगों की तलाश जारी है.

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माउंट त्रिशूल एवलॉन्च
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Published : Oct 3, 2021, 10:30 AM IST

Updated : Oct 3, 2021, 4:10 PM IST

चमोली: माउंट त्रिशूल पर्वत पर एवलॉन्च की चपेट में आकर 10 सदस्यीय दल में से चार पर्वतारोहियों की मौत हो गई थी. जबकि, दो लोग लापता बताए जा रहे हैं. ऐसे में रेक्स्यू टीम को कल दोपहर त्रिशूल पर्वत के आस-पास कुछ पर्वतारोही बर्फ में दबे दिखे थे. जिसके बाद रेस्क्यू टीम आज सुबह हेलीकॉप्टर से चार पर्वतारोहियों के शवों को लेकर जोशीमठ पहुंची है. जिन्हें पोस्टमार्टम के लिए सीएचसी में रखा गया है. पोस्टमॉर्टम के बाद चारों जवानों के पार्थिव शरीर को वायुसेना के विशेष विमान से नौसेना हेड क्वार्टर भेजा जाएगा. वहां से उनके पार्थिक शरीर पैतृक आवास भेजे जाएंगे.

वहीं, इस घटना पर रक्षा मंत्री ने किया ने भी दु:ख जताते हुए ट्वीट किया था. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि त्रिशूल पर्वत पर भारतीय नौसेना के पर्वतारोहण अभियान का हिस्सा रहे चार नौसेना कर्मियों की दुखद मौत से गहरा दुख हुआ. इस त्रासदी में राष्ट्र ने न केवल अनमोल युवा बल्कि साहसी सैनिकों को भी खोया है.

रेस्क्यू टीम हेलीकॉप्टर से चार पर्वतारोहियों के शव लेकर पहुंची जोशीमठ

बता दें कि माउंट त्रिशूल पर्वत को फतह करने के लिए गया 10 सदस्यीय दल एवलॉन्च की चपेट में आ गया था. जिसके बाद निम और सेना ने पर्वतारोहियों की खोजबीन के लिए रेस्क्यू अभियान चला रखा था. वहीं, रेस्क्यू टीम को त्रिशूल पर्वत पर चार पर्वतारोहियों के शव दिखाई दिए थे. जो लेफ्टिनेंट कमांडर रजनीकांत यादव, लेफ्टिनेंट कमांडर योगेश तिवारी, लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुकरेती और एमसीपीओ हरिओम के थे. जिन्हें आज हेलीकॉप्टर के जरिए जोशीमठ लाया गया है.

पढ़ें-माउंट त्रिशूल एवलॉन्च: बेस कैंप में लाए गए नेवी के 4 पर्वतारोहियों के शव, 2 की तलाश जारी

गौर हो कि चमोली के सुतोल गांव से होते हुए त्रिशूल पर्वत फतह करने गए जवानों के साथ ग्लेशियर खिसकने से 1 अक्टूबर की सुबह दर्दनाक हादसा हो गया था. जिसमें कुल 6 सैनिकों सहित 1 शेरपा भी एवलॉन्च की चपेट में आ गए थे. जिसमें निम और सेना द्वारा चलाये गए संयुक्त अभियान में 4 जवानों के शवों को बरामद कर लिया गया है.

जिनके शवों को आज हेलीकाप्टर के जरिये जोशीमठ सेना के हेलीपैड पर लाया गया है. जबकि, लापता एक जवान और पोर्टर की तलाश जारी है. वहीं, अभियान में 13 वर्षीय काम्या और उसके पिता के साथ अन्य सभी लोग सुरक्षित हैं, वे वापस सुतोल पहुंच चुके हैं. साथ ही सुतोल गांव के दो पोर्टर भी इस अभियान से सुरक्षित वापस लौट आये हैं.

7120 मीटर ऊंची है त्रिशूल चोटी: 7,120 मीटर ऊंची त्रिशूल चोटी चमोली जिले की सीमा पर स्थित कुमाऊं के बागेश्वर से लगती है. इसी चोटी पर पर्वतारोहण के लिए ये दल जा रहा था. तभी हिमस्खलन हो गया और इसकी चपेट में 6 लोग आ गए. शनिवार को लेफ्टिनेंट कमांडर रजनीकांत यादव, लेफ्टिनेंट कमांडर योगेश तिवारी, लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुकरेती और एमसीपीओ हरिओम का शव बरामद किया गया है. इस चोटी के आरोहण के लिए चमोली जनपद के जोशीमठ और घाट से पर्वतारोही टीमें जाती हैं. बताया गया कि नेवी के पर्वतारोहियों की टीम भी घाट होते हुए त्रिशूल के लिए गई थी और इसी दौरान ये हादसा हो गया.

चमोली: माउंट त्रिशूल पर्वत पर एवलॉन्च की चपेट में आकर 10 सदस्यीय दल में से चार पर्वतारोहियों की मौत हो गई थी. जबकि, दो लोग लापता बताए जा रहे हैं. ऐसे में रेक्स्यू टीम को कल दोपहर त्रिशूल पर्वत के आस-पास कुछ पर्वतारोही बर्फ में दबे दिखे थे. जिसके बाद रेस्क्यू टीम आज सुबह हेलीकॉप्टर से चार पर्वतारोहियों के शवों को लेकर जोशीमठ पहुंची है. जिन्हें पोस्टमार्टम के लिए सीएचसी में रखा गया है. पोस्टमॉर्टम के बाद चारों जवानों के पार्थिव शरीर को वायुसेना के विशेष विमान से नौसेना हेड क्वार्टर भेजा जाएगा. वहां से उनके पार्थिक शरीर पैतृक आवास भेजे जाएंगे.

वहीं, इस घटना पर रक्षा मंत्री ने किया ने भी दु:ख जताते हुए ट्वीट किया था. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि त्रिशूल पर्वत पर भारतीय नौसेना के पर्वतारोहण अभियान का हिस्सा रहे चार नौसेना कर्मियों की दुखद मौत से गहरा दुख हुआ. इस त्रासदी में राष्ट्र ने न केवल अनमोल युवा बल्कि साहसी सैनिकों को भी खोया है.

रेस्क्यू टीम हेलीकॉप्टर से चार पर्वतारोहियों के शव लेकर पहुंची जोशीमठ

बता दें कि माउंट त्रिशूल पर्वत को फतह करने के लिए गया 10 सदस्यीय दल एवलॉन्च की चपेट में आ गया था. जिसके बाद निम और सेना ने पर्वतारोहियों की खोजबीन के लिए रेस्क्यू अभियान चला रखा था. वहीं, रेस्क्यू टीम को त्रिशूल पर्वत पर चार पर्वतारोहियों के शव दिखाई दिए थे. जो लेफ्टिनेंट कमांडर रजनीकांत यादव, लेफ्टिनेंट कमांडर योगेश तिवारी, लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुकरेती और एमसीपीओ हरिओम के थे. जिन्हें आज हेलीकॉप्टर के जरिए जोशीमठ लाया गया है.

पढ़ें-माउंट त्रिशूल एवलॉन्च: बेस कैंप में लाए गए नेवी के 4 पर्वतारोहियों के शव, 2 की तलाश जारी

गौर हो कि चमोली के सुतोल गांव से होते हुए त्रिशूल पर्वत फतह करने गए जवानों के साथ ग्लेशियर खिसकने से 1 अक्टूबर की सुबह दर्दनाक हादसा हो गया था. जिसमें कुल 6 सैनिकों सहित 1 शेरपा भी एवलॉन्च की चपेट में आ गए थे. जिसमें निम और सेना द्वारा चलाये गए संयुक्त अभियान में 4 जवानों के शवों को बरामद कर लिया गया है.

जिनके शवों को आज हेलीकाप्टर के जरिये जोशीमठ सेना के हेलीपैड पर लाया गया है. जबकि, लापता एक जवान और पोर्टर की तलाश जारी है. वहीं, अभियान में 13 वर्षीय काम्या और उसके पिता के साथ अन्य सभी लोग सुरक्षित हैं, वे वापस सुतोल पहुंच चुके हैं. साथ ही सुतोल गांव के दो पोर्टर भी इस अभियान से सुरक्षित वापस लौट आये हैं.

7120 मीटर ऊंची है त्रिशूल चोटी: 7,120 मीटर ऊंची त्रिशूल चोटी चमोली जिले की सीमा पर स्थित कुमाऊं के बागेश्वर से लगती है. इसी चोटी पर पर्वतारोहण के लिए ये दल जा रहा था. तभी हिमस्खलन हो गया और इसकी चपेट में 6 लोग आ गए. शनिवार को लेफ्टिनेंट कमांडर रजनीकांत यादव, लेफ्टिनेंट कमांडर योगेश तिवारी, लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुकरेती और एमसीपीओ हरिओम का शव बरामद किया गया है. इस चोटी के आरोहण के लिए चमोली जनपद के जोशीमठ और घाट से पर्वतारोही टीमें जाती हैं. बताया गया कि नेवी के पर्वतारोहियों की टीम भी घाट होते हुए त्रिशूल के लिए गई थी और इसी दौरान ये हादसा हो गया.

Last Updated : Oct 3, 2021, 4:10 PM IST
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