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आपदा रेस्क्यू LIVE: चमोली हादसे में अब तक 36 शव बरामद, टनल में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी - तपोवन टनल में 180 मीटर तक हुई खुदाई

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Published : Feb 11, 2021, 9:17 AM IST

Updated : Feb 11, 2021, 10:07 PM IST

22:06 February 11

सीएम त्रिवेंद्र से मिले भगत सिंह कोश्यारी

  • Uttarakhand: Maharashtra Governor Bhagat Singh Koshyari met CM Trivendra Singh Rawat at CM office in Dehradun today. He discussed various issues with the CM, including the flash floods in Chamoli district. pic.twitter.com/4c8d4aAmFv

    — ANI (@ANI) February 11, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उत्तराखंड पहुंचे महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुख्यमंत्री आवास पर उत्तराखंड सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच चमोली आपदा और राहत बचाव कार्यों को लेकर चर्चा हुई.

20:20 February 11

अब तक 36 शव बरामद

  • Uttarakhand Glacier Disaster: 36 bodies have been recovered so far, of which 10 bodies have been identified, says State Government

    — ANI (@ANI) February 11, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

चमोली हादसे में राहत बचाव कार्यों में जुटी एजेंसियों ने अब तक 36 शव बरामद कर लिया है. इस दौरान 10 शवों की शिनाख्त भी हो चुकी है. एजेंसियां अन्य शवों के शिनाख्त में भी जुटी हुई है. वहीं, तपोवन टनल में भी राहत बचाव कार्य लगातार जारी है.

19:13 February 11

मुआवजा बढ़ाने की मांग

  • Uttarakhand: Operation resumes at tunnel in Joshimath, Chamoli dist after it was temporarily halted following a rise in water level of Rishiganga river. NDRF personnel say, "Water level is rising so teams were shifted to safer locations. Operation has resumed with limited teams." pic.twitter.com/ljf34QUUNq

    — ANI (@ANI) February 11, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

आप सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में चमोली हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 25 लाख रुपए की आर्थिक मदद की मांग उठाई है. इसके साथ ही संजय सिंह ने जिनके घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, उनको भी आर्थिक सहायता देने की मांग उठाई है.

18:50 February 11

ऋषिगंगा के जलस्तर पर ITBP की नजर

आईटीबीपी की टीम चमोली में ऋषिगंगा नदी के बढ़ते जलस्तर पर ड्रोन से नजर रख रही है.

16:44 February 11

ऋषिगंगा नदी के मुहाने पर बनी झील

श्रीनगर गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के भूगर्भ विज्ञान के प्रोफेसर डॉ नरेश राणा ने कहा कि ऋषिगंगा के मुहाने पर झील बनी है. इसके साथ ही उन्होंने उस स्थान पर जाकर जानकारियां भी जुटाई है. प्रोफेसर नरेश ने कहा कि मलबे के बीच ऋषिगंगा पूरी तरह ब्लॉक हो चुका है. ऐसे में भविष्य में फिर से ऋषिगंगा नदी में जल सैलाब आ सकता है.

15:41 February 11

टनल में फिर शुरू हुआ राहत बचाव कार्य

  • Uttarakhand: Operation resumes at tunnel in Joshimath, Chamoli dist after it was temporarily halted following a rise in water level of Rishiganga river. NDRF personnel say, "Water level is rising so teams were shifted to safer locations. Operation has resumed with limited teams." pic.twitter.com/ljf34QUUNq

    — ANI (@ANI) February 11, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ऋषिगंगा नदी के जल स्तर में वृद्धि के बाद अस्थायी रूप से रोके गए राहत बचाव कार्य को फिर से शुरू कर दिया गया है. एनडीआरएफ कर्मियों का कहना है कि 'जलस्तर बढ़ने की वजह से टीमों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया था. लेकिन अब ऑपरेशन को सीमित टीमों के साथ फिर से शुरू किया गया है'. पानी भरने की सूचना के बाद कुछ देर के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन को रोका गया था. हालात का जायजा लेने के लिए एयर फोर्स की टीम ने आपदाग्रस्त ग्लेशियर और 10 गांव का दौरा किया. जिसके बाद स्थिति को सामान्य पाए जाने पर फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है.

15:36 February 11

'टनल में काम करने वाले सुरक्षित'

  • We'd reached distance of 6 m & then realised that water is coming there. Had we continued, there would've been issues as rocks are unstable, excavator would've fallen. So we've suspended drilling operation for time being: Ujjwal Bhattacharya, Project Director NTPC #Uttarakhand pic.twitter.com/TiC8Gs1wVV

    — ANI (@ANI) February 11, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

NTPC के इंजीनियर ने बयान जारी करते हुए कहा कि 'टनल में जो श्रमिक काम कर रहे थे, वे वर्तमान में सुरक्षित हैं. उन्हें 3 दिनों के लिए प्रशिक्षित किया जाता है, उसके बाद ही उन्हें अंदर भेजा जाता है. उन्हें समय-समय पर पेप टॉक भी दिया जाता है. सभी उपकरण परीक्षण और प्रमाणित होने के बाद ही उन्हें दिया जाता है. ऐसे में जो चालक दल वहां काम कर रहा था, वह पूरी तरह से सक्षम हैं.

15:18 February 11

चमोली में बढ़ा अलकनंदा का जलस्तर

चमोली प्रशासन का कहना है कि 'सुरंग के पास पानी पहुंचने के कारण रेस्क्यू काम रोका गया है. जिसकी वजह से टनल से राहत बचाव कर्मियों को बाहर निकाला गया है. चमोली प्रशासन का कहना है कि तपोवन टनल में 180 मीटर तक खुदाई हो चुकी है, लेकिन बढ़ते जलस्तर के कारण काम को रोका गया है. एसडीआरएफ का कहना है कि पानी के साथ-साथ हल्का मलबा भी सुरंग भी आ रहा है. चमोली में अलकनंदा नदी का जलस्तर 952.10 मीटर पहुंच गया है. जो खतरे के निशान 957.42 से 5.32 मीटर नीचे है.

15:09 February 11

एनटीपीसी के परियोजना निदेशक का बयान

  • We'd reached distance of 6 m & then realised that water is coming there. Had we continued, there would've been issues as rocks are unstable, excavator would've fallen. So we've suspended drilling operation for time being: Ujjwal Bhattacharya, Project Director NTPC #Uttarakhand pic.twitter.com/TiC8Gs1wVV

    — ANI (@ANI) February 11, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

तपोवन टनल में राहत बचाव कार्य के बीच एनटीपीसी के परियोजना निदेशक उज्जवल भट्टाचार्य ने कहा कि ' टनल में हम 6 मीटर की दूरी तक पहुंच गए और फिर महसूस किया कि वहां से पानी आ रहा है. अगर हम टनल में रेस्क्यू जारी रखते और चट्टानें अस्थिर होतीं तो चीम के सामने समस्याएं होतीं. इसलिए हमने ड्रिलिंग ऑपरेशन को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया है. जोशीमठ में जेसीबी मशीन, उपकरण और बचाव दल सुरंग से बाहर निकाल रहे हैं. क्योंकि ऋषिगंगा नदी में पानी के स्तर में वृद्धि के कारण ऑपरेशन अस्थायी रूप से रोक दिया गया है.

14:49 February 11

ऋषिगंगा नदी का बढ़ा जलस्तर

  • Uttarakhand: Rescue operation temporarily halted in Chamoli district following a rise in the level of water in Rishiganga river.

    A flash flood had hit the district following a glacial burst on February 7th. pic.twitter.com/k3eUrS2fKP

    — ANI (@ANI) February 11, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ऋषिगंगा नदी में पानी के स्तर में वृद्धि के बाद चमोली जिले में बचाव अभियान अस्थायी रूप से रोक दिया गया है. इस वजह से रेस्क्यू टीम को आधे किलोमीटर तक पीछे ले जाया गया है. मौके पर मौजूद अधिकारियों ने लोगों की सुरक्षा के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन को बंद किया गया है. रेस्क्यू ऑपरेशन से जुड़े लोगों ने ईटीवी भारत को बताया कि नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही टनल के अंदर फंसा पानी भी निकल रहा है. वहीं, रैणी गांव से आगे पेंग गांव की क्षेत्र पंचायत सदस्य पति पुष्कर सिंह ने ईटीवी भारत को बताया कि 'हमारे गांव के पास ऋषिगंगा नदी का जलस्तर हल्का से बढ़ा है और पानी का बहाव भी तेज हुआ है. पुष्कर सिंह का कहना है कि 'हो सकता है कि कहीं पहाड़ों में रूका पानी अब नीचे आ रहा है'

14:44 February 11

पुलिस ने लोगों को किया सतर्क

  • The water level in the river is rising, people living in nearby areas are being alerted. People are requested to remain alert and not panic: Chamoli Police, Uttarakhand pic.twitter.com/Y2E4xD2pdQ

    — ANI (@ANI) February 11, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इसके साथ ही चमोली पुलिस ने नदी में पानी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए लोगों को सतर्क किया है. पुलिस आस-पास के इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क कर रही है और लोगों से नहीं घबराने का अनुरोध कर रही है.

12:56 February 11

राज्यपाल ने जोशीमठ आपदाग्रस्त इलाकों का निरीक्षण किया

राज्यपाल बेबी रानी मौर्य जोशीमठ पहुंची. यहां उन्होंने आपदाग्रस्त इलाकों का निरीक्षण किया. इस दौरान उनके साथ विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल भी मौजूद रहे. 

12:39 February 11

शवों का डीएनए सैंपल इकट्ठा कर रही पुलिसः डीजीपी

  • We are preserving DNA samples of the recovered bodies. Of 34 dead bodies recovered, 10 have been identified so far: Ashok Kumar, DGP Uttarakhand

    — ANI (@ANI) February 11, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि रेस्क्यू अभियान में अभी तक 35 शवों को बरामद किया जा चुका है. जिनमें 10 शवों की पहचान हो पाई है. इसलिए शवों की पहचान के लिए उनके डीएनए सैंपल इकट्ठा किए जा रहे हैं.

11:37 February 11

रैणी गांव से श्रीनगर तक सर्चिंग ऑपरेशन

दैवीय आपदा का आज पांचवा दिन है. SDRF की 7 टीमों सहित तमाम टीमें रेस्क्यू अभियान में शामिल हैं.  रेस्क्यू कार्य के साथ ही SDRF टीम रैणी गांव से लेकर श्रीनगर तक सर्चिंग कार्य कर रही है.

सर्चिंग कार्य के लिए सेनानायक नवनीत सिंह भुल्लर ने SDRF की आठ टीमों का गठन किया है. वर्तमान में SDRF उत्तराखंड पुलिस की 8 टीमें  सर्चिंग कार्य कर ही है. समय की महत्ता को देखते हुए और सर्चिंग को गति देने के लिए ड्रोन और मोटरबोट से भी  सर्चिंग की जा रही है. साथ ही SDRF डॉग स्क्वाड टीम भी मौके पर पहुंची है.

सभी संभावित स्थानों में सर्चिंग की जा रही है. अलकनन्दा के तटों पर  बायनाकुलर से भी सर्च अभियान जारी है. SDRF फ्लड टीम द्वारा श्रीनगर जलभराव क्षेत्र में सोनार सिस्टम द्वारा भी सर्चिंग की जा रही है.

10:34 February 11

तपोवन टनल में अभी भी जिंदा लोगों की उम्मीद

  • Uttarakhand: Rescue operation underway inside Tapovan tunnel in Chamoli.

    "There is a possibility that some more people could be stuck inside the tunnel, NTPC team using vertical drilling to find their whereabouts," says Aparna Kumar, ITBP DIG pic.twitter.com/mcOHgIGvBY

    — ANI (@ANI) February 11, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

आईटीबीपी की डीआईजी देहरादून अर्पणा कुमार का कहना है कि तपोवन टनल में राहत बचाव कार्य जारी है. हमे उम्मीद है कि टनल में फंसे लोग अभी भी जिंदा हैं. जल्द ही उन्हें रेस्क्यू कर लिया जाएगा.

10:32 February 11

ग्रामीणों के लिए झूला पुल की व्यवस्था

चमोली आपदा में स्थानीय स्तर पर बहुत नुकसान हुआ है. कई गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से पूरी तरह कट गया है. ऐसे में आईटीबीपी के जवान संपर्क मार्गों के लिए झूला पुल बना रहे हैं. ताकि लोगों की आवाजाही होती रहे.

09:40 February 11

चमोली आपदा में पुलिस के दो जवान हारे जिंदगी की जंग

  • उत्तराखंड पुलिस ने तपोवन और रैनी गांव में आई आपदा में अपने दो योद्धा खोये हैं । उनको हार्दिक श्रधांजलि। इस आपदा में हमारे 2 और जवान गांव के लोगोँ द्वारा मचाये गए शोर के कारण बच पाए। गाँव के लोगों द्वारा समय से अलर्ट जारी कर बहुत लोगोँ की जिंदगी बचाई गयी है । उनका दिल से आभार pic.twitter.com/dM5LADs5RZ

    — Ashok Kumar IPS (@Ashokkumarips) February 10, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

चमोली के जोशीमठ ब्लॉक में आपदा को लेकर राहत बचाव दल का रेस्क्यू अभियान पांचवें दिन भी जारी है. इस आपदा में उत्तराखंड पुलिस ने दो जवान भी खोए. डीजीपी अशोक कुमार ने ट्वीट करते हुए दोनों जवानों को श्रद्धांजलि दी.

09:37 February 11

तपोवन टनल की बड़ी सुरंग में खोजबीन जारी

तपोवन टनल में राहत बचाव दल जिंदा लोगों की खोजबीन कर रहा है. आईटीबीपी के जवान सुंरग में लगातार आगे बढ़ रहे हैं.

09:10 February 11

चमोली आपदा में रेस्क्यू का पांचवा दिन

  • #WATCH I Uttarakhand: Drone cameras were deployed to monitor the increasing water level of Rishiganga river in Chamoli district today.

    (Source: Indo-Tibetan Border Police) pic.twitter.com/DY9RLu5QqO

    — ANI (@ANI) February 11, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

चमोलीः जोशीमठ आपदा को हुए आज पांचवा दिन है. इस जल प्रलय के रेस्क्यू ऑपरेशन में 600 से अधिक सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के जवान बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. ये जवान बाढ़ से प्रभावित और संपर्क से बाहर हुए गांवों में खाना, दवाईयां और अन्य जरूरी चीजें भी पहुंचा रहे हैं. राज्य के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राहत-बचाव दल को ट्वीट कर धन्यवाद कहा है. इस आपदा में अभी तक 35 शव बरामद हो चुके हैं. जबकि 10 शवों का शिनाख्त हो चुकी है. वहीं 168 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे है. 

22:06 February 11

सीएम त्रिवेंद्र से मिले भगत सिंह कोश्यारी

  • Uttarakhand: Maharashtra Governor Bhagat Singh Koshyari met CM Trivendra Singh Rawat at CM office in Dehradun today. He discussed various issues with the CM, including the flash floods in Chamoli district. pic.twitter.com/4c8d4aAmFv

    — ANI (@ANI) February 11, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उत्तराखंड पहुंचे महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुख्यमंत्री आवास पर उत्तराखंड सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच चमोली आपदा और राहत बचाव कार्यों को लेकर चर्चा हुई.

20:20 February 11

अब तक 36 शव बरामद

  • Uttarakhand Glacier Disaster: 36 bodies have been recovered so far, of which 10 bodies have been identified, says State Government

    — ANI (@ANI) February 11, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

चमोली हादसे में राहत बचाव कार्यों में जुटी एजेंसियों ने अब तक 36 शव बरामद कर लिया है. इस दौरान 10 शवों की शिनाख्त भी हो चुकी है. एजेंसियां अन्य शवों के शिनाख्त में भी जुटी हुई है. वहीं, तपोवन टनल में भी राहत बचाव कार्य लगातार जारी है.

19:13 February 11

मुआवजा बढ़ाने की मांग

  • Uttarakhand: Operation resumes at tunnel in Joshimath, Chamoli dist after it was temporarily halted following a rise in water level of Rishiganga river. NDRF personnel say, "Water level is rising so teams were shifted to safer locations. Operation has resumed with limited teams." pic.twitter.com/ljf34QUUNq

    — ANI (@ANI) February 11, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

आप सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में चमोली हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 25 लाख रुपए की आर्थिक मदद की मांग उठाई है. इसके साथ ही संजय सिंह ने जिनके घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, उनको भी आर्थिक सहायता देने की मांग उठाई है.

18:50 February 11

ऋषिगंगा के जलस्तर पर ITBP की नजर

आईटीबीपी की टीम चमोली में ऋषिगंगा नदी के बढ़ते जलस्तर पर ड्रोन से नजर रख रही है.

16:44 February 11

ऋषिगंगा नदी के मुहाने पर बनी झील

श्रीनगर गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के भूगर्भ विज्ञान के प्रोफेसर डॉ नरेश राणा ने कहा कि ऋषिगंगा के मुहाने पर झील बनी है. इसके साथ ही उन्होंने उस स्थान पर जाकर जानकारियां भी जुटाई है. प्रोफेसर नरेश ने कहा कि मलबे के बीच ऋषिगंगा पूरी तरह ब्लॉक हो चुका है. ऐसे में भविष्य में फिर से ऋषिगंगा नदी में जल सैलाब आ सकता है.

15:41 February 11

टनल में फिर शुरू हुआ राहत बचाव कार्य

  • Uttarakhand: Operation resumes at tunnel in Joshimath, Chamoli dist after it was temporarily halted following a rise in water level of Rishiganga river. NDRF personnel say, "Water level is rising so teams were shifted to safer locations. Operation has resumed with limited teams." pic.twitter.com/ljf34QUUNq

    — ANI (@ANI) February 11, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ऋषिगंगा नदी के जल स्तर में वृद्धि के बाद अस्थायी रूप से रोके गए राहत बचाव कार्य को फिर से शुरू कर दिया गया है. एनडीआरएफ कर्मियों का कहना है कि 'जलस्तर बढ़ने की वजह से टीमों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया था. लेकिन अब ऑपरेशन को सीमित टीमों के साथ फिर से शुरू किया गया है'. पानी भरने की सूचना के बाद कुछ देर के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन को रोका गया था. हालात का जायजा लेने के लिए एयर फोर्स की टीम ने आपदाग्रस्त ग्लेशियर और 10 गांव का दौरा किया. जिसके बाद स्थिति को सामान्य पाए जाने पर फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है.

15:36 February 11

'टनल में काम करने वाले सुरक्षित'

  • We'd reached distance of 6 m & then realised that water is coming there. Had we continued, there would've been issues as rocks are unstable, excavator would've fallen. So we've suspended drilling operation for time being: Ujjwal Bhattacharya, Project Director NTPC #Uttarakhand pic.twitter.com/TiC8Gs1wVV

    — ANI (@ANI) February 11, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

NTPC के इंजीनियर ने बयान जारी करते हुए कहा कि 'टनल में जो श्रमिक काम कर रहे थे, वे वर्तमान में सुरक्षित हैं. उन्हें 3 दिनों के लिए प्रशिक्षित किया जाता है, उसके बाद ही उन्हें अंदर भेजा जाता है. उन्हें समय-समय पर पेप टॉक भी दिया जाता है. सभी उपकरण परीक्षण और प्रमाणित होने के बाद ही उन्हें दिया जाता है. ऐसे में जो चालक दल वहां काम कर रहा था, वह पूरी तरह से सक्षम हैं.

15:18 February 11

चमोली में बढ़ा अलकनंदा का जलस्तर

चमोली प्रशासन का कहना है कि 'सुरंग के पास पानी पहुंचने के कारण रेस्क्यू काम रोका गया है. जिसकी वजह से टनल से राहत बचाव कर्मियों को बाहर निकाला गया है. चमोली प्रशासन का कहना है कि तपोवन टनल में 180 मीटर तक खुदाई हो चुकी है, लेकिन बढ़ते जलस्तर के कारण काम को रोका गया है. एसडीआरएफ का कहना है कि पानी के साथ-साथ हल्का मलबा भी सुरंग भी आ रहा है. चमोली में अलकनंदा नदी का जलस्तर 952.10 मीटर पहुंच गया है. जो खतरे के निशान 957.42 से 5.32 मीटर नीचे है.

15:09 February 11

एनटीपीसी के परियोजना निदेशक का बयान

  • We'd reached distance of 6 m & then realised that water is coming there. Had we continued, there would've been issues as rocks are unstable, excavator would've fallen. So we've suspended drilling operation for time being: Ujjwal Bhattacharya, Project Director NTPC #Uttarakhand pic.twitter.com/TiC8Gs1wVV

    — ANI (@ANI) February 11, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

तपोवन टनल में राहत बचाव कार्य के बीच एनटीपीसी के परियोजना निदेशक उज्जवल भट्टाचार्य ने कहा कि ' टनल में हम 6 मीटर की दूरी तक पहुंच गए और फिर महसूस किया कि वहां से पानी आ रहा है. अगर हम टनल में रेस्क्यू जारी रखते और चट्टानें अस्थिर होतीं तो चीम के सामने समस्याएं होतीं. इसलिए हमने ड्रिलिंग ऑपरेशन को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया है. जोशीमठ में जेसीबी मशीन, उपकरण और बचाव दल सुरंग से बाहर निकाल रहे हैं. क्योंकि ऋषिगंगा नदी में पानी के स्तर में वृद्धि के कारण ऑपरेशन अस्थायी रूप से रोक दिया गया है.

14:49 February 11

ऋषिगंगा नदी का बढ़ा जलस्तर

  • Uttarakhand: Rescue operation temporarily halted in Chamoli district following a rise in the level of water in Rishiganga river.

    A flash flood had hit the district following a glacial burst on February 7th. pic.twitter.com/k3eUrS2fKP

    — ANI (@ANI) February 11, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ऋषिगंगा नदी में पानी के स्तर में वृद्धि के बाद चमोली जिले में बचाव अभियान अस्थायी रूप से रोक दिया गया है. इस वजह से रेस्क्यू टीम को आधे किलोमीटर तक पीछे ले जाया गया है. मौके पर मौजूद अधिकारियों ने लोगों की सुरक्षा के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन को बंद किया गया है. रेस्क्यू ऑपरेशन से जुड़े लोगों ने ईटीवी भारत को बताया कि नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही टनल के अंदर फंसा पानी भी निकल रहा है. वहीं, रैणी गांव से आगे पेंग गांव की क्षेत्र पंचायत सदस्य पति पुष्कर सिंह ने ईटीवी भारत को बताया कि 'हमारे गांव के पास ऋषिगंगा नदी का जलस्तर हल्का से बढ़ा है और पानी का बहाव भी तेज हुआ है. पुष्कर सिंह का कहना है कि 'हो सकता है कि कहीं पहाड़ों में रूका पानी अब नीचे आ रहा है'

14:44 February 11

पुलिस ने लोगों को किया सतर्क

  • The water level in the river is rising, people living in nearby areas are being alerted. People are requested to remain alert and not panic: Chamoli Police, Uttarakhand pic.twitter.com/Y2E4xD2pdQ

    — ANI (@ANI) February 11, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इसके साथ ही चमोली पुलिस ने नदी में पानी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए लोगों को सतर्क किया है. पुलिस आस-पास के इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क कर रही है और लोगों से नहीं घबराने का अनुरोध कर रही है.

12:56 February 11

राज्यपाल ने जोशीमठ आपदाग्रस्त इलाकों का निरीक्षण किया

राज्यपाल बेबी रानी मौर्य जोशीमठ पहुंची. यहां उन्होंने आपदाग्रस्त इलाकों का निरीक्षण किया. इस दौरान उनके साथ विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल भी मौजूद रहे. 

12:39 February 11

शवों का डीएनए सैंपल इकट्ठा कर रही पुलिसः डीजीपी

  • We are preserving DNA samples of the recovered bodies. Of 34 dead bodies recovered, 10 have been identified so far: Ashok Kumar, DGP Uttarakhand

    — ANI (@ANI) February 11, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि रेस्क्यू अभियान में अभी तक 35 शवों को बरामद किया जा चुका है. जिनमें 10 शवों की पहचान हो पाई है. इसलिए शवों की पहचान के लिए उनके डीएनए सैंपल इकट्ठा किए जा रहे हैं.

11:37 February 11

रैणी गांव से श्रीनगर तक सर्चिंग ऑपरेशन

दैवीय आपदा का आज पांचवा दिन है. SDRF की 7 टीमों सहित तमाम टीमें रेस्क्यू अभियान में शामिल हैं.  रेस्क्यू कार्य के साथ ही SDRF टीम रैणी गांव से लेकर श्रीनगर तक सर्चिंग कार्य कर रही है.

सर्चिंग कार्य के लिए सेनानायक नवनीत सिंह भुल्लर ने SDRF की आठ टीमों का गठन किया है. वर्तमान में SDRF उत्तराखंड पुलिस की 8 टीमें  सर्चिंग कार्य कर ही है. समय की महत्ता को देखते हुए और सर्चिंग को गति देने के लिए ड्रोन और मोटरबोट से भी  सर्चिंग की जा रही है. साथ ही SDRF डॉग स्क्वाड टीम भी मौके पर पहुंची है.

सभी संभावित स्थानों में सर्चिंग की जा रही है. अलकनन्दा के तटों पर  बायनाकुलर से भी सर्च अभियान जारी है. SDRF फ्लड टीम द्वारा श्रीनगर जलभराव क्षेत्र में सोनार सिस्टम द्वारा भी सर्चिंग की जा रही है.

10:34 February 11

तपोवन टनल में अभी भी जिंदा लोगों की उम्मीद

  • Uttarakhand: Rescue operation underway inside Tapovan tunnel in Chamoli.

    "There is a possibility that some more people could be stuck inside the tunnel, NTPC team using vertical drilling to find their whereabouts," says Aparna Kumar, ITBP DIG pic.twitter.com/mcOHgIGvBY

    — ANI (@ANI) February 11, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

आईटीबीपी की डीआईजी देहरादून अर्पणा कुमार का कहना है कि तपोवन टनल में राहत बचाव कार्य जारी है. हमे उम्मीद है कि टनल में फंसे लोग अभी भी जिंदा हैं. जल्द ही उन्हें रेस्क्यू कर लिया जाएगा.

10:32 February 11

ग्रामीणों के लिए झूला पुल की व्यवस्था

चमोली आपदा में स्थानीय स्तर पर बहुत नुकसान हुआ है. कई गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से पूरी तरह कट गया है. ऐसे में आईटीबीपी के जवान संपर्क मार्गों के लिए झूला पुल बना रहे हैं. ताकि लोगों की आवाजाही होती रहे.

09:40 February 11

चमोली आपदा में पुलिस के दो जवान हारे जिंदगी की जंग

  • उत्तराखंड पुलिस ने तपोवन और रैनी गांव में आई आपदा में अपने दो योद्धा खोये हैं । उनको हार्दिक श्रधांजलि। इस आपदा में हमारे 2 और जवान गांव के लोगोँ द्वारा मचाये गए शोर के कारण बच पाए। गाँव के लोगों द्वारा समय से अलर्ट जारी कर बहुत लोगोँ की जिंदगी बचाई गयी है । उनका दिल से आभार pic.twitter.com/dM5LADs5RZ

    — Ashok Kumar IPS (@Ashokkumarips) February 10, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

चमोली के जोशीमठ ब्लॉक में आपदा को लेकर राहत बचाव दल का रेस्क्यू अभियान पांचवें दिन भी जारी है. इस आपदा में उत्तराखंड पुलिस ने दो जवान भी खोए. डीजीपी अशोक कुमार ने ट्वीट करते हुए दोनों जवानों को श्रद्धांजलि दी.

09:37 February 11

तपोवन टनल की बड़ी सुरंग में खोजबीन जारी

तपोवन टनल में राहत बचाव दल जिंदा लोगों की खोजबीन कर रहा है. आईटीबीपी के जवान सुंरग में लगातार आगे बढ़ रहे हैं.

09:10 February 11

चमोली आपदा में रेस्क्यू का पांचवा दिन

  • #WATCH I Uttarakhand: Drone cameras were deployed to monitor the increasing water level of Rishiganga river in Chamoli district today.

    (Source: Indo-Tibetan Border Police) pic.twitter.com/DY9RLu5QqO

    — ANI (@ANI) February 11, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

चमोलीः जोशीमठ आपदा को हुए आज पांचवा दिन है. इस जल प्रलय के रेस्क्यू ऑपरेशन में 600 से अधिक सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के जवान बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. ये जवान बाढ़ से प्रभावित और संपर्क से बाहर हुए गांवों में खाना, दवाईयां और अन्य जरूरी चीजें भी पहुंचा रहे हैं. राज्य के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राहत-बचाव दल को ट्वीट कर धन्यवाद कहा है. इस आपदा में अभी तक 35 शव बरामद हो चुके हैं. जबकि 10 शवों का शिनाख्त हो चुकी है. वहीं 168 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे है. 

Last Updated : Feb 11, 2021, 10:07 PM IST
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