चमोली: औली में आगामी फरवरी माह में प्रस्तावित राष्ट्रीय एवं जूनियर स्कीइंग चैंपियनशिप (skiing championship) को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं. चैंपियनशिप की तैयारियों को लेकर इन दिनों औली में स्कीइंग स्लोप को ठीक किया जा रहा है. इसके साथ ही कृत्रिम बर्फ बनाने वाली मशीनों का भी ट्रायल भी किया जा रहा है.
चैंपियनशिप के आयोजन को लेकर उच्च स्तर पर कई बैठकों का भी आयोजन हो चुका है. शासन स्तर पर भी गेम्स की तैयारियों को लेकर बैठकों का दौर जारी है. औली में कृत्रिम बर्फ बनाने वाली मशीन, रोपवे, चेयर लिफ्ट, स्की लिफ्ट सहित दूसरे मशीनों को ठीक किया जा रहा है.
औली को औली बुग्याल के रूप में भी जाना जाता है, जिसका गढ़वाली में अर्थ होता है 'घास का मैदान'. गढ़वाल हिमालय में साफ-सुथरी खड़ी ढलानें हैं, जो इस दर्शनीय पहाड़ी शहर को पर्यटकों के बीच पसंदीदा स्कीइंग गंतव्य बनाती हैं. यह अपने कृत्रिम बर्फ गिरने के लिए भी प्रसिद्ध है और इसलिए यह स्कीइंग अनुभव का सबसे अच्छा आनंद लेने के लिए एक प्रमुख स्की स्थल है.
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इसके ढलान पेशेवर स्कीयर और नौसिखियों दोनों को आकर्षित करते हैं. जून से अक्टूबर महीने के बीच घाटी में फूलों की विभिन्न प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें से कई लुप्तप्राय प्रजातियों के महत्वपूर्ण फूल पौधे भी हैं. हिमालय पर्वत की चोटियों के मनोरम दृश्य के साथ है यह शंकुधारी और ओक के जंगलों से घिरा हुआ है.
औली के मुख्य आकर्षण: औली में स्कीइंग, त्रिशूल पीक, औली रोपवे, गुरसो बुग्याल, क्वानि बुग्याल, औली में ट्रैकिंग-कैंपिंग, चेनाब लेक और औली केबल कार मुख्य आकर्षण का केंद्र है. औली एशिया की सबसे लंबी और सबसे ऊंची केबल कार में से एक है, जो कुल चार किलोमीटर की दूरी तय करती है और समुद्र तल से 3010 मीटर की ऊंचाई पर चलती है. निचला स्टेशन जोशीमठ है, जहां से औली पहुंचने में 25 मिनट का समय लगता है . इसमें 10 टावर हैं और एक बार में 25 यात्री ले जा सकते हैं.