गैरसैंण: उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में सोमवार 13 मार्च से विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने जा रहा है, जिसको लेकर पुलिस-प्रशासन अपनी सभी तैयारियां मुकम्मल करने जुटा है. माननीय की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं. वहीं बजट सत्र के दौरान होने वाले धरना-प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए बैरिकेडिंग आदी की व्यवस्था की गई है.
इन सबके के अलावा प्रशासन बीते दो हफ्तों से रास्तों की मरम्मत करने में जुटा हुआ है. पिछले दो सालों से टूटी फूटी बंद पड़ी रोड लाइट तक को दुरुस्त किया गया. विधानसभा परिसर के साथ-साथ आसपास के इलाकों में साफ-सफाई के विशेष इंतजाम किए गए हैं. इसके अलावा धरना प्रदर्शन को देखते हुए दिवालीखाल में स्थाई गेट लगाया गया है. विधानसभा परिसर के तीन किमी के दायरे में अस्थाई तौर पर सुरक्षा दीवार का घेरा बनाया गया है.
पढ़ें- CM Pushkar Dhami ने की जेपी नड्डा से मुलाकात, चारधाम यात्रा पर आने का दिया आमंत्रण
वहीं, प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए दुकम्ता, सैंण, मालसी और दिवालीखाल सहित पांच जगहों पर बनाए गए बैरिकेडिंग पर वाटर कैनन का इंतजाम भी किया गया है. गैरसैंण में मौमस का भी कोई भरोसा नहीं है. इसीलिए दिवालीखाल में स्नो कटर मशीन को तैनात किया गया है.
सबसे ज्यादा चुस्त दिखा लोक निर्माण विभाग: दिवालीखाल से भराड़ीसैंण तक 5 किमी सड़क को मात्र 2 सप्ताह से कम समय में चौड़ा कर डामर कर लिया गया है. अलबत्ता गैरसैंण क्षेत्र कि कई सड़कों के रख रखाव के लिए वर्षो से ग्रामीण मांग करते आ रहे हैं. कारगिल युद्ध के शहीद रणजीत सिंह मोटर मार्ग 22 वर्षो में तैयार नहीं हो सका है. ज़बकि पज्याणा व क्वेलख मोटर मार्ग पर लंबे समय से डामरीकरण कि मांग कर रहे ग्रामीण जान हथेली पर रख कर आवाजाही करने को मजबूर हैं.
पढ़ें- Hath Se Hath Jodo Yatra में शामिल हुए हरीश रावत, भाजपा सरकार पर जमकर बरसे
पुलिस-प्रशासन की चुनौती: भराड़ीसैंण विधानसभा भवन में बजट सत्र के दौरान पुलिस-प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती प्रदर्शनकारी रहेंगे. एक तरफ जहां कांग्रेस समेत अन्य संगठनों के नेता विधानसभा का घेराव करने का प्रयास करेंगे. वहीं, पुलिस की कोशिश उन्हें बीच रास्ते में रोकने की ही होगी. इसीलिए मालसी एवं मेहलचौरी में अस्थाई जेल बनाये गए हैं. वहीं, पांच जगहों पर बेरीकेट लगा कर प्रदर्शनकारियों को विधानसभा कूच करने से रोके जाने का इंतजाम किया गया है.
नगर पंचायत के जिम्मे साफ सफाई की व्यवस्था: नगर पंचायत गैरसैंण के अलावा कर्णप्रयाग, गौचर, पोखरी, गोपेश्वर और नंदप्रयाग से सफाई कर्मी गैरसैंण से लेकर भराड़ीसैंण तक साफ सफाई का ख्याल रखेंगे. वहीं विधानसभा परिसर के अंदर और बाहर 40 शौचालय बनाये गए हैं. 4 दिन के इस सियासी मेले के लिए सफाई व्यवस्था पर 10 लाख से अधिक खर्च किये जा रहे हैं.
पढ़ें- Uttarakhand: थायरॉइड के चलते ज्वॉइन किया था जिम, आज हैं बॉडीबिल्डिंग चैंपियन, पढ़ें प्रतिभा की संघर्ष भरी कहानी
विधानसभा परिसर में एक बार फिर से फूलों के पौधे रोपित किये गए हैं. हालांकि पिछली बार लाखों खर्च कर लगाए गए पौधे सत्र समाप्ति के साथ ही गुम हो गए थे. नेताओं कि आव भगत में क़ोई कोर कसर न रहे, प्रसासन इस बात का पूरा ध्यान रख रहा है.
वहीं 13 से 18 मार्च तक चलने वाले बजट सत्र को लेकर जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना ने बताया कि सभी नोडल अधिकारियों की तैनाती कर दी गयी है. अन्य जनपदों से आये संयुक्त मजिस्ट्रेट को भी आवश्यक स्थानों पर नियुक्त कर दिया गया है. वहीं बजट सत्र में आये कर्मियों के आवास एवं खान पान के लिए संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया है.