चमोली: खराब मौसम के चलते प्रधानमंत्री के सलाहकार भास्कर खुल्बे और पीएमओ में उप सचिव मंगेश घिल्डियाल को सड़क मार्ग से ही बदरीनाथ धाम जाना पड़ा. यहां मास्टर प्लान के कार्यों के निरीक्षण से पूर्व दोनों उच्च अधिकारी सीधे देश के आखिरी सरहदी ईको पर्यटन गांव माणा पहुंचे.
दरअसल, पीएमओ के दोनों अधिकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट बदरीनाथ मास्टर प्लान के कार्यों के स्थलीय निरीक्षण के लिए केदारनाथ के बाद बदरीनाथ के लिए हेलीकॉप्टर से पहुंचे थे. लेकिन खराब मौसम के चलते हेलीकॉप्टर को पेंका टॉप से वापस होकर जोशीमठ में ही लैंड करना पड़ा. लंबी प्रतीक्षा के बाद भी जब मौसम ठीक नहीं हुआ तो दोनों अधिकारियों ने सड़क मार्ग से बदरीनाथ जाने का फैसला लिया.
पढ़ें- PM मोदी के सलाहकार भास्कर खुल्बे ने लिया केदारधाम का जायजा
काफी देर तक सेना हेलीपैड जोशीमठ में रुकने के बाद दोनों अधिकारियों सड़क मार्ग से बदरीनाथ के लिए प्रस्थान कर गए. बदरीनाथ से मिली जानकारी के अनुसार दोनों अधिकारी सीधे देश के अंतिम गांव माणा पहुंचे. वहां से लौटने के बाद ही उन्होंने मास्टर प्लान कार्यो की समीक्षा और निरीक्षण शुरू किया.
इस दौरान पर्यटन सचिव जावलकर, डीएम हिमांशु खुराना और एसपी यशवंत सिह चौहान भी साथ में रहे मौजूद रहे. पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट बदरीनाथ मास्टर प्लान के तहत बदरीनाथ की भव्यता के लिये केदारनाथ की तरह विराट रूप दिया जाना है. मास्टर प्लान के प्रथम चरण में रीवर फ्रंट डेवलपमेंट, शेष नेत्र, बदरी झील का भव्य सौदर्यीकरण, वन वे लूप रोड निर्माण और अस्पताल का विस्तार समेत कई महत्वपूर्ण कार्य होने हैं.