गैरसैंणः मध्य प्रदेश के भोपाल में 3 जून से 16 जून के बीच हुई भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ द्वारा आयोजित पिस्टल शूटिंग प्रतियोगिता में चमोली की कविता ढौंडियाल ने स्वर्ण पदक जीता है. भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में आईटीबीपी, एयफोर्स, सीआरपीएफ और एसएसबी के 5 हजार खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया था. प्रतियोगिता में कविता ने आईटीबीपी की तरफ से 50 मीटर पिस्टल शूटिंग में गोल्ड मेडल जीतकर उत्तराखंड का नाम ऊंचा किया. रविवार को कविता गैरसैंण पहुंची तो गांववासियों ने कविता का ढोल बजाकर गर्मजोशी के साथ स्वागत किया.
गैरसैंण पहुंचने पर कविता ने सबसे पहले नगर मुख्यालय स्थित रामलीला मैदान में गढ़ रत्न वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की मूर्ति पर माल्यार्पण किया. इसके बाद नगर पंचायत सभागार में आयोजित सम्मान कार्यक्रम में शिरकत की. गांव के प्रतिनिधियों ने पंचायत सभागार में कविता के साथ ही उनके पिता और माता को भी सम्मानित किया. इस दौरान कविता ने कहा कि यदि इंसान उदेश्य बना ले और निरंतर उस दिशा में मेहनत करे तो सफलता मिलनी तय है. साथ ही उन्होंने शूटिंग में प्रोत्साहित करने के लिए आईटीबीपी का आधार जताया. कविता का कहना है उनका अगला लक्ष्य आगामी अगस्त माह में होने वाली वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल करना है.
स्वर्ण पदक विजेता कविता ढौंडियाल ने कहा कि किसी भी कार्य को पूरा करने के लिए मेहनत व लगन बहुत जरूरी है. शूटिंग एक ऐसा खेल है जिसमे मेहनत व लगन के साथ साथ फोकस करने की भी बहुत जरूरत है. इसके अलावा शूटिंग में धैर्य रखने की सबसे ज्यादा जरूरत होती है. उन्होंने प्रदेश के युवाओं से भी अपील करते हुए कहा कि खेल में आगे आएं. कविता ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता व कोच को दिया.
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