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नए साल पर मिला नायाब तोहफा, परिजनों को मिला आपदा में लापता सदस्य

साल 2009 से लापता सितारगंज निवासी बुजुर्ग जलील अहमद अंसारी को चमोली पुलिस ने परिजनों को सौंप दिया है.

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आपदा में लापता व्यक्ति
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Published : Jan 3, 2020, 9:07 PM IST

Updated : Jan 3, 2020, 9:21 PM IST

चमोलीः नए साल पर पुलिस ने मोबिना के परिवार को नायाब तोहफा दिया है. साल 2009 से लापता मोबिना के पति जलील अहमद अंसारी को चमोली पुलिस ने ढूंढ निकाला है. साथ ही जलील अहमद को सितारगंज में रह रहे परिजनों को सौंप दिया है. वहीं, परिजनों ने पुलिस की इस कार्य पर खुशी जाहिर की है.

परिजनों को मिला आपदा में लापता सदस्य.

दरअसल, पुलिस गुमशुदा व्यक्तियों की तलाश के लिए सभी जिलों में ऑपरेशन स्माइल अभियान चला रही है. जिसके तहत चमोली में भी यह अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में टीम को गोपेश्वर वृद्धाश्रम में बीते छह साल से एक बुजुर्ग की रहने की सूचना मिली. जिसके बाद पुलिस की टीम वृद्धाश्रम पहुंची और जानकारी जुटाई.

ये भी पढ़ेंः रुद्रपुर पुलिस ने किया ट्रक चालक की हत्या का खुलासा, आरोपी को भेजा जेल

पुलिस की पूछताछ में बुजुर्ग ने बताया कि वो साल 2009 में सितारगंज से मजदूरी की तलाश में जोशीमठ आया था. साल 2013 में लामबगड़ में काम करता था. जहां पर 2013 की आपदा के दौरान सारा सामान, पैसा और पहचान पत्र आदि बह गए. जिसके बाद उसकी तबीयत खराब हो गई.

बुजुर्ग ने बताया कि पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया. जहां पर किसी प्रकार का कोई पहचान पत्र ना होने पर उन्होंने वृद्धाश्रम में दाखिल कर दिया. उस दौरान उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी. ऐसे में उसे कुछ याद नहीं आया. इतना ही नहीं बुजुर्ग ने अपना नाम जाहिर खान और सितारगंज चीनती माजरा का निवासी बताया.

ये भी पढ़ेंः संवासिनी मौत मामला: राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने किया नारी निकेतन का निरीक्षण

जिसके बाद ऑपरेशन स्माइल टीम बुजुर्ग की फोटो लेकर बताए पते पहुंची. जहां पर कांस्टेबल चंदन नागरकोटी ने स्थानीय पुलिस और सोशल मीडिया के जरिए बुजुर्ग के परिवार का पता लगाया. जहां पर बुजुर्ग के परिवार में पत्नी, दो बेटे और दो बेटियां मौजूद मिले. वहीं, पुलिस ने परिजनों की बात वीडियो कॉल के जरिए बुर्जुर्ग के कराई.

वहीं, परिजनों ने बताया कि बुजुर्ग का नाम जलील अहमद अंसारी है. जो साल 2009 में काम की तलाश में घर से गए थे. साल 2013 के बाद कोई संपर्क नहीं हो पाया. जिसके बाद जून 2013 में उनकी पत्नी मोबिना ने थाना सितारगंज में गुमशुदगी दर्ज कराई. उधर, जलील अहमद के परिजन 1 जनवरी 2020 को गोपेश्वर पहुंचे. जहां पर पुलिस ने बुजुर्ग जलील अहमद को परिजनों को सौंप दिया है.

चमोलीः नए साल पर पुलिस ने मोबिना के परिवार को नायाब तोहफा दिया है. साल 2009 से लापता मोबिना के पति जलील अहमद अंसारी को चमोली पुलिस ने ढूंढ निकाला है. साथ ही जलील अहमद को सितारगंज में रह रहे परिजनों को सौंप दिया है. वहीं, परिजनों ने पुलिस की इस कार्य पर खुशी जाहिर की है.

परिजनों को मिला आपदा में लापता सदस्य.

दरअसल, पुलिस गुमशुदा व्यक्तियों की तलाश के लिए सभी जिलों में ऑपरेशन स्माइल अभियान चला रही है. जिसके तहत चमोली में भी यह अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में टीम को गोपेश्वर वृद्धाश्रम में बीते छह साल से एक बुजुर्ग की रहने की सूचना मिली. जिसके बाद पुलिस की टीम वृद्धाश्रम पहुंची और जानकारी जुटाई.

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पुलिस की पूछताछ में बुजुर्ग ने बताया कि वो साल 2009 में सितारगंज से मजदूरी की तलाश में जोशीमठ आया था. साल 2013 में लामबगड़ में काम करता था. जहां पर 2013 की आपदा के दौरान सारा सामान, पैसा और पहचान पत्र आदि बह गए. जिसके बाद उसकी तबीयत खराब हो गई.

बुजुर्ग ने बताया कि पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया. जहां पर किसी प्रकार का कोई पहचान पत्र ना होने पर उन्होंने वृद्धाश्रम में दाखिल कर दिया. उस दौरान उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी. ऐसे में उसे कुछ याद नहीं आया. इतना ही नहीं बुजुर्ग ने अपना नाम जाहिर खान और सितारगंज चीनती माजरा का निवासी बताया.

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जिसके बाद ऑपरेशन स्माइल टीम बुजुर्ग की फोटो लेकर बताए पते पहुंची. जहां पर कांस्टेबल चंदन नागरकोटी ने स्थानीय पुलिस और सोशल मीडिया के जरिए बुजुर्ग के परिवार का पता लगाया. जहां पर बुजुर्ग के परिवार में पत्नी, दो बेटे और दो बेटियां मौजूद मिले. वहीं, पुलिस ने परिजनों की बात वीडियो कॉल के जरिए बुर्जुर्ग के कराई.

वहीं, परिजनों ने बताया कि बुजुर्ग का नाम जलील अहमद अंसारी है. जो साल 2009 में काम की तलाश में घर से गए थे. साल 2013 के बाद कोई संपर्क नहीं हो पाया. जिसके बाद जून 2013 में उनकी पत्नी मोबिना ने थाना सितारगंज में गुमशुदगी दर्ज कराई. उधर, जलील अहमद के परिजन 1 जनवरी 2020 को गोपेश्वर पहुंचे. जहां पर पुलिस ने बुजुर्ग जलील अहमद को परिजनों को सौंप दिया है.

Intro:मोबिना के परिवार को चमोली पुलिस की ओर से नायाब तोफहा दिया गया है।2009 से लापता मोबिना के पति जलील अहमद अंसारी को चमोली पुलिस ने खोजबीन कर 1 जनवरी 2020 को सितारगंज में रह रहे उनके परिवार को सौंप दिया है।

बाइट - नितिन बिष्ट-प्रभारी उपनिरीक्षक स्माइल आपरेशन चमोली

बाईट-चंदन नगरकोटी--कांस्टेबल आपरेशन स्माइल-लापता का पता लगाने वाला।

बाईट-मोबिना-लापता व्यक्ति की पत्नी।Body:चमोली पुलिस पुलिस द्वारा गुमशुदा व्यक्तियों की तलाश हेतु सभी जनपदों में ऑपरेशन स्माइल अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत जनपद चमोली में भी उक्त अभियान चलाया जा रहा है एवं ऑपरेशन स्माइल टीम द्वारा गुमशुदाओं की तलाश की जा रही है, ऑपरेशन स्माइल टीम को वृद्धाश्रम गोपेश्वर से सूचना प्राप्त हुई थी कि एक बुजुर्ग विगत 06 वर्षों से आश्रम में रह रहा है एवं उक्त बुजुर्ग खुद का नाम जाहिर खान बताता है, पुलिस टीम द्वारा जब उक्त बुजुर्ग से पूछताछ की गयी तो बुजुर्ग द्वारा बताया गया की वह 2009 में सितारगंज, ऊधमसिंह नगर से मजदूरी की तलाश में जोशीमठ आया था व 2013 में मैं लामबगड़ में काम करता था तथा 2013 की आपदा के दौरान मेरा सारा सामान, पैसा तथा पहचान पत्र इत्यादि बह गये एवं जिसके पश्च्यात मेरी तबियत खराब हो गयी, पुलिस द्वारा मुझे अस्पताल पहुँचाया गया जहाँ पर मेरे पास किसी प्रकार का पहचान पत्र ना मिलने पर मुझे वृद्धाश्रम दाखिल कर दिया गया, उस समय मेरी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी एवं मुझे कुछ याद नहीं था, बुजुर्ग द्वारा बताया गया की उसका नाम जाहिर खान है एवं वह सितारगंज चीनती माजरा का रहने वाला है।Conclusion:आपरेशन स्माइल टीम द्वारा उक्त बुजुर्ग की फ़ोटो लेकर मिली जानकारी के आधार पर ऑपरेशन स्माइल प्रभारी उपनिरीक्षक नितिन बिष्ट द्वारा कॉन्स्टेबल चंदन नागरकोटी को उक्त बुजुर्ग के परिवार का पता लगाने हेतु सितारगंज भेजा गया। कॉन्स्टेबल चंदन नागरकोटी द्वारा स्थानीय पुलिस एवं सोशल मीडिया की मदद से उक्त बुजुर्ग के परिवार का पता लगाया गया, बुजुर्ग के परिवार में पत्नी, दो बेटे एवं दो बेटियाँ है। जब वीडियो कॉल द्वारा बुजुर्ग की परिवार से बात करायी गयी तो परिवार द्वारा बुजुर्ग को पहचान लिया गया, परिवार के लोगों द्वारा बताया गया कि इनका नाम जलील अहमद अंसारी है ये 2009 में काम की तलाश में घर से गये थे एवं 2013 के बाद इनका परिवार से कोई सम्पर्क नहीं हो पाया, जिसके पश्च्यात जून 2013 को उनकी पत्नी मोबिना द्वारा थाना सितारगंज पर इनकी गुमशुदगी दर्ज कराई गयी थी। जलील अहमद के परिजन आज जनवरी 2020 को उनको लेने गोपेश्वर आएंगे।
आपदा मे खो चुके अपने पिता को वापस पाकर परिजनों द्वारा उत्तराखंड पुलिस का एवं जनपद चमोली ऑपरेशन स्माइल टीम का धन्यवाद किया गया।
Last Updated : Jan 3, 2020, 9:21 PM IST
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