थराली: देशभर में कोरोना संक्रमण दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. उत्तराखंड सरकार ने इस घातक महामारी की रोकथाम के लिए शनिवार और रविवार को लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया है. वहीं, पहाड़ी क्षेत्रों में हफ्ते में 6 दिन दोपहर 2 बजे के बाद सभी बाजार बंद करने और रविवार को पूर्ण लॉकडाउन का निर्णय लिया गया है. इससे पहले रविवार को थराली और इसके आसपास के इलाकों में साप्ताहिक कर्फ्यू का मिलाजुला असर देखने को मिला था, वहीं इस रविवार को क्षेत्र में कर्फ्यू का पूरी तरह पालन किया गया.
बाजारों के बंद होने पर नगर पंचायत की ओर से नगर क्षेत्र में सैनेटाइजेशन कराया गया. पर्यावरण मित्रों दुकानों के शटरों और वाहनों को सैनेटाइज किया. साप्ताहिक बंदी के दौरान राशन और सब्जियों की दुकानें भी बंद रहीं. केवल मेडिकल स्टोर्स और शराब की दुकान ही खुली थीं. वहीं, व्यापार संघ के अध्यक्ष संदीप रावत और प्रधान संघ के अध्यक्ष जगमोहन रावत का कहना है कि साप्ताहिक बंदी में आवश्यक सेवाओं में सम्मिलित राशन की दुकानें बंद हैं, वहीं शराब की दुकानें खोलकर कर्फ्यू का उल्लंघन किया जा रहा है.
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उन्होंने कहा कि क्षेत्र में कर्फ्यू के दिन अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों के साथ ही शराब की दुकानें भी 2 बजे के बाद बंद की जानी चाहिए और साप्ताहिक बंदी के दौरान भी शराब की दुकानें नहीं खुलनी चाहिए, क्योंकि जब कोरोना से रोकथाम और बचाव के लिए व्यापारी अपने व्यापार के नुकसान का नहीं सोच रहे हैं तो फिर सरकार शराब की दुकानों को क्यों खुलवा रही है?