चमोली : जिले में भारी हिमपात से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बर्फबारी से जिले के 166 गांव बर्फ से ढक गये हैं. ग्रामीण जनजीवन ठहर सा गया है. लोग अपने घरों में ही कैद होने को मजबूर हो गये हैं.
जिले में 21 सड़कें भारी हिमपात से अवरुद्ध हो गई हैं. पेय जल लाइनें बर्फ से जम गई हैं. पशुओं के जलाशयों में भी बर्फ जमी है. लगातार हो रहे हिमपात से गुरुवार को कुछ राहत मिली. मौसम खुला रहा. हालांकि, बदरी छाई रही. मगर बुधवार को रात भर हुई बर्फबारी के कारण अब तक 166 गांव बर्फ से लकदक हैं.
यह है चमोली में बर्फ से ढके गांवों की स्थिति :
- थराली विकासखंड में 43 गांव
- जोशीमठ विकासखंड में 60 गांव
- दशोली विकासखंड में 15 गांव
- पोखरी विकासखंड में 15 गांव
- गैरसैंण विकासखंड में 10
- कर्णप्रयाग विकासखंड में 9 तथा
- घाट विकास खंड में 16 गांव बर्फ से ढके हैं
वहीं दूसरी ओर लोक निर्माण विभाग गोपेश्वर के अंतर्गत नीती- मलारी- जोशीमठ, सड़क भापकुंड से आगे बंद हैं, जिससे सेना और आईटीबीपी की सीमांत चौकियों तक भी संसाधन और रसद पहुंचाने में मुश्किलें आ रही है.
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साथ ही चमोली जनपद स्थित गोपेश्वर- चोपता- ऊखीमठ मोटर मार्ग भारी बर्फबारी के चलते सड़क पर बर्फ जमने से अभी भी बंद है . वहीं लोनिवि ने शुक्रवार तक कर्णप्रयाग गैरसैंण मोटर मार्ग के खुलने का दावा किया है .
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लोनिवि गोपेश्वर के अंतर्गत चार सड़कें अभी भी बंद चल रही हैं. लोनिवि थराली के अंतर्गत 2 सड़कें, पीएमजीएसवाई कर्णप्रयाग की 2, एडीबी गोपेश्वर के अंतर्गत 2 लोनिवि कर्णप्रयाग के अंतर्गत 6, लोनिवि पोखरी के 2, लोनिवि गौचर के अतंर्गत 2 सड़कें अभी भी बंद चल रही हैं.
मामलें में जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने अधिकारियों के साथ बैठक की. जिलाधिकारी ने सम्बंधित विभागों को जल्द बर्फबारी से बंद सड़कों को बर्फ हटाकर खोलने के निर्देश दिए .