चमोली: भारत-चीन सीमा से लगे देश के अंतिम गांव माणा में अभी भी लॉकडाउन लगा हुआ है. गांव में हुई ग्राम पंचायत की आम बैठक में सर्वसम्मति से लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया गया है. ग्रामीणों का कहना है कि गांव में स्वास्थ्य सुविधा नहीं है. यदि कोई भी ग्रामीण कोरोना संक्रमित होता है तो उपचार के लिए भटकना पड़ेगा. ऐसे में अभी भी गांव में लॉकडाउन को यथावत रखा जाएगा. माणा गांव में किसी भी बाहरी व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है.
दरअसल, अनलॉक-5 के बाद जारी गाइडलाइन में तीर्थयात्रा में मिली रियायत के बाद देश के अलग अलग राज्यों से तीर्थयात्री बदरीनाथ धाम पहुंचने लगे हैं. बदरीनाथ धाम में दर्शन के बाद श्रद्धालु धाम से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित भारत के अंतिम गांव माणा को देखने के लिए भी आते हैं.
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वहीं, माणा गांव के पास भीमपुल, वसुधारा, सतोपंत को देखने भी अक्सर पहुंचते हैं. लेकिन माणा गांव में ग्रामीणों द्वारा लागू लॉकडाउन के कारण किसी भी बाहरी व्यक्ति को गांव में घुसने की इजाजत नहीं है. हालांकि सतोपंथ, भीमपुल या वसुधारा आने जाने वाले तीर्थयात्रियों को दिक्कतें न हो. इसके लिए ग्रामीणों ने गांव के बाहर अलकनंदा नदी के किनारे एक रास्ता बनाया है. जिससे तीर्थयात्री भीमपुल, वसुधारा, सतोपंथ पहुंच सकते हैं.