थरालीः पिंडर घाटी में स्थापित स्टोन क्रशर तमाम नियम कानूनों को ताक पर रखकर ग्राहकों को चूना लगा रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि जीएसटी की हेराफेरी से भी क्रशर संचालक सरकार को नुकसान पहुंचा रहे हैं. इसके अलावा खनन के जरिए भी पट्टा स्वामी सरकार को राजस्व का भारी नुकसान कराकर खुद चांदी काट रहे हैं.
मामले के तहत, पिछले कई सालों से ग्वालदम-कर्णप्रयाग राष्ट्रीय राजमार्ग पर थराली विकासखंड के सुनला में एक क्रशर का संचालन किया जा रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि समय-समय पर इस क्रशर पर नियम कानूनों को दर किनार कर उसका संचालन करने का आरोप लगता रहा है. जबकि, स्थानीय प्रशासन की चुप्पी से क्रशर संचालक के हौसले लगातार बुलंद होते जा रहे हैं.
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स्थानीय लोगों का कहना है कि क्रशर से निकली रेत और गिट्टी बिना नाप तोल के ही बेची जा रही है. हालांकि, प्लांट में धर्म कांटा लगा हुआ. बावजूद इसके बिना तोल के ही क्रशर से रेत बेचकर सरकार को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. हालांकि, इस पूरे मामले में उपजिलाधिकारी थराली रविन्द्र जुवांठा ने जांच कर आवश्यक कार्रवाई की बात कही है.