चमोली: शासन की ओर से आगामी पंचायती चुनावों को लेकर जिलापंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्रामप्रधान और ब्लॉक प्रमुख की सीटों के आरक्षण की अंतिरिम सूची जारी की जा चुका है. इसके बाद जनपद में लोगों ने इन सीटों के आरक्षण निर्धारण में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए जिला पंचायती राज अधिकारी के कार्यालय में लिखित आपत्तियां दर्ज करवाई हैं. इस मामले पर गुरुवार को जिलाधिकारी कार्यालय में सुनवाई के दौरान आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा.
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दरसअल, जनपद के जोशीमठ विकासखंड में द्रोणागिरी गांव में प्रधान का पद सामान्य किया गया है. जबकि द्रोणागिरी गांव में सभी मतदाता अनुसूचित जाति के निवास करते हैं. वहीं, दूसरी ओर देवाल विकासखंड के मेलमिंडा गांव में प्रधान पद के लिए अनुसूचित जाति की सीट आरक्षित की गई है. इस पर मेलमिंडा गांव के पूर्व प्रधान ने आपत्ति जाहिर की है. मेलमिंडा के पूर्व प्रधान मोहन बिष्ट का कहना है कि मेलमिंडा गांव में कोई भी अनुसूचित जाति का परिवार निवास नहीं करता है.
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बता दें कि दशोली के सिरों गांव और नारायणबगड़ के देवसारी गांव में भी प्रधान की सीट को आरक्षित किया गया है. जिसको लेकर स्थानीय लोगों ने जिला पंचायतराज अधिकारी के कार्यालय में आपत्ति जताई है. इस मामले पर जिला पंचायत राज अधिकारी चमोली आरएस गुंज्याल ने कहा कि जनपद के अलग-अलग विकासखंडों से करीब 80 से अधिक आपात्तियां विभिन्न पदों पर दर्ज की जा चुकी हैं. उन्होंने बताया कि विकासखंड अधिकारियों और तहसीलस्तर के अधिकारियों को आरक्षण में सुधार सम्बंधित निर्देश दिए जा चुके हैं. इस संबंध में गुरुवार को डीएम कार्यालय में आपत्तियों पर सुनवाई की जाएगी.